विदेशी विनिमय, एफ.डी.आई तथा विदेशी ऋण (भाग – 2)

Total Questions: 50

21. सबसे हाल में, भारत में निम्नलिखित में से कौन एक क्षेत्र प्रत्यक्ष पूंजी निवेश के लिए खोल दिया गया है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2010]

Correct Answer: (d) खुदरा कारोबार
Solution:खुदरा कारोबार (Retail Trading) के क्षेत्र में एकल ब्रांड उत्पादों के संदर्भ में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को वर्ष 2006 से ही अनुमति दे दी गई है, जबकि बहु ब्रांड (Multi-brand) क्षेत्र में खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को वर्ष 2012 से अनुमति प्राप्त है। भारत सरकार ने वस्तुओं और सेवाओं के ऑनलाइन खुदरा क्षेत्र में स्वचालित मार्ग से 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति दी हुई है।

22. भारत में कार्य कर रही विदेशी-स्वामित्व की e-वाणिज्य फर्मों के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं? [I.A.S. (Pre) 2022]

1. अपने प्लेटफॉर्मों को बाज़ार-स्थान के रूप में प्रस्तुत करने के अतिरिक्त वे स्वयं अपने माल का विक्रय भी कर सकते हैं।

2. वे अपने प्लेटफॉर्मों पर किस अंश तक बड़े विक्रेताओं को स्वीकार कर सकते हैं, यह सीमित है।

नीचे दिए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए -

Correct Answer: (b) केवल 2
Solution:उपभोक्ता संरक्षण (ई-वाणिज्य) नियम 2020 किसी भी ऐसे व्यक्ति को ई-कॉमर्स इकाई (विदेशी स्वामित्व वाली भी) परिभाषित करता है, जो इलेक्ट्रॉनिक वाणिज्य के लिए डिजिटल या इलेक्ट्रॉनिक सुविधा या प्लेटफॉर्म का स्वामित्व, संचालन या प्रबंधन करता है। लेकिन इसमें अपने सामान या सेवाओं की पेशकश करने वाले विक्रेता के रूप में शामिल नहीं है। अतः कथन 1 गलत है। भारत में ई कॉमर्स के दो मॉडल हैं- मार्केटप्लेस आधारित मॉडल और इन्वेंटरी (Inventory) आधारित मॉडल।

मार्केटप्लेस आधारित मॉडल का अर्थ है- खरीददार और विक्रेता के बीच एक सुविधा के रूप में कार्य करने के लिए एक डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक नेटवर्क पर एक ई-कॉमर्स इकाई द्वारा एक आईटी प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना। जबकि इन्वेंटरी आधारित मॉडल के अंतर्गत वस्तुओं और सेवाओं की सूची का स्वामित्व ई-कॉमर्स इकाई के पास होता है और इसे सीधे उपभोक्ताओं को बेचा जाता है।

ई- कॉमर्स क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए दिशा-निर्देश के अनुसार एक ई-कॉमर्स कंपनी एक विक्रेता या उनकी समूह कंपनी द्वारा 25 प्रतिशत से अधिक बिक्री प्रभावित होने की अनुमति नहीं देगी। अतः कथन 2 सही है।

23. 4 अक्टूबर, 2012 को भारत सरकार ने बीमा क्षेत्र में एफडीआई की सीमा में परिवर्तन प्रस्तावित किया है। इसका प्रस्ताव है- [U.P.P.C.S. (Mains) 2012]

Correct Answer: (a) एफडीआई की सीमा 26% से बढ़ाकर 49% कर दी जाए।
Solution:भारत सरकार ने अक्टूबर, 2012 में बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की सीमा 26% से बढ़ाकर 49% करने का प्रस्ताव किया था। वर्ष 2015 के अधिनियम द्वारा बीमा क्षेत्र में स्वचालित मार्ग के तहत एफडीआई सीमा को 26% से बढ़ाकर 49% किया गया था। संघीय बजट 2019-20 के प्रस्ताव के तहत बीमा क्षेत्र की मध्यवर्ती संस्थाओं में एफडीआई सीमा को 49% से बढ़ाकर 100% कर दिया गया। बजट, 2021-22 में वित्तमंत्री द्वारा बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा को 49 प्रतिशत से बढ़ाकर 74 प्रतिशत करने की घोषणा की गई थी, जो 19 मई, 2021 से प्रभावी है।

24. हाल के केंद्रीय बजट में एफ.एम. ने बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ.डी.आई.) की सीमा को वर्तमान से बढ़ाकर कर दिया है। [67th B.P.S.C. (Pre) 2022]

Correct Answer: (c) 74%
Solution:बजट 2021-22 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की सीमा को 49 प्रतिशत से बढ़ाकर 74 प्रतिशत करने की घोषणा की गई थी।

25. लघु उद्योग क्षेत्र में 1995-96 में विदेशी पूंजी निवेश (फॉरेन इक्विटी होल्डिंग) की निर्धारित सीमा है- [U.P.P.C.S. (Pre) 1995]

Correct Answer: (b) 24%
Solution:केंद्र सरकार द्वारा अगस्त, 1991 में घोषित लघु उद्योग नीति वक्तव्य के अनुसार, लघु उद्योगों में 24% तक विदेशी पूंजी निवेश सीमा निर्धारित की गई थी। वर्तमान में एमएसएमई (MSMEs) में विदेशी पूंजी निवेश सीमा को बढ़ाकर 100% कर दिया गया है।

26. किसी देश को ऋण जाल में फंसा हुआ कहा जा सकता है [I.A.S. (Pre) 2002]

Correct Answer: (b) उसे बकाया कर्ज पर ब्याज के भुगतान के लिए ऋण लेना पड़ता है।
Solution:कोई देश ऋणजाल में तब होता है, जब उसे पूर्व में लिए गए ऋण पर देय ब्याज के भुगतान के लिए नया ऋण लेना पड़ता है। अतः विकल्प (b) सत्य है।

27. वर्ष 2010 के अंत में भारत पर विदेशी ऋण पार हो चुका था- [U.P.P.C.S. (Mains) 2010]

Correct Answer: (b) 300 बिलियन अमेरिकी डॉलर
Solution:प्रश्नकाल में विकल्प (b) सही उत्तर था। मााँत, 2024 में जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत पर विदेशी ऋण भार दिसंबर-अंत, 2023 (P) में 648.2 बिलियन डॉलर था, जो सितंबर-अंत, 2023 (PR) के स्तर (637.3 बिलियन डॉलर) से 10.9 बिलियन डॉलर अधिक है।

28. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [U.P.S.C. (Pre), 2019]

1. भारत का अधिकांश विदेशी ऋण सरकारी सत्वों के ऋणी होने के द्वारा है।

2. भारत का सारा विदेशी ऋण US डॉलर के मूल्यवर्ग में है।

उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?

Correct Answer: (d) न तो 1, न ही 2
Solution:भारत का अधिकांश विदेशी ऋण सरकारी नहीं बल्कि गैर-सरकारी सत्वों (entities) के ऋणी होने के द्वारा है। मार्चात, 2024 में जारी भारत के विदेशी ऋण संबंधी आंकड़ों के अनुसार दिसंबर-अंत 2023 (P) में भारत का कुल विदेशी ऋण भार 648.2 बिलियन डॉलर रहा, जिसमें सरकारी ऋण 142.2 बिलियन डॉलर और गैर-सरकारी ऋण लगभग 506 बिलियन डॉलर रहा। भारत के विदेशी ऋण में घटकवार सर्वाधिक हिस्सा ऋण (Loans) का (दिसंबर-अंत, 2023 (P) में 215 बिलियन डॉलर (33.2%) रहा है। इस प्रकार कथन 1 सही नहीं है। अमेरिकी डॉलर में मूल्यवर्गित ऋण भारत के बाह्य ऋण का सबसे बड़ा घटक बना रहा है, जिसकी हिस्सेदारी दिसंबर-अंत, 2023(P) में 54.2 प्रतिशत थी, जिसके बाद इस संदर्भ में क्रमशः भारतीय रुपये (30.7%), जापानी येन (5.9%), एसडीआर (5.6%) और यूरो (2.9%) का स्थान था। अतः कथन 2 भी असत्य है। उपरोक्त आंकड़ों के आधार पर प्रश्नकाल तथा वर्तमान में भी विकल्प (d) ही सत्य है।

29. भारत के बाह्य क्रेडिट में 2017 तक निम्नलिखित में से कौन-सा अवयव मुख्य रहा है? [U.D.A./L.D.A. (Pre) 2019]

Correct Answer: (d) वाणिज्यिक साख
Solution:प्रश्नकाल हेतु विकल्प (d) सही उत्तर है। मार्चात, 2024 में जारी आं- कड़ों के अनुसार, दिसंबर - अंत 2023 (P) में भारत का विदेशी ऋण 648.2 बिलियन यू.एस. डॉलर रहा, जिसमें ऋण (Loan) सबसे बड़ा घटक रहा, जिसकी हिस्सेदारी 215 बिलियन डॉलर (33.2%) की है।

30. भारत का विदेशी ऋण मार्च, 2000 के अंत में 98,158 मिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर मार्च, 2001 के अंत में 100,225 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया- [I.A.S. (Pre) 2002]

Correct Answer: (c) वाणिज्यिक उधार और एनआरआई जमा पूंजी में वृद्धि के कारण।
Solution:प्रश्नकाल हेतु विकल्प (c) सही उत्तर है। मार्चात, 2024 में जारी आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर-अंत 2023 (P) में सर्वाधिक वृद्धि ऋण (Loan) में दर्ज की गई। यह बाह्य ऋण का सबसे बड़ा घटक (33.2%) भी है।