(a) किसी बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र की दिशा, उस बिंदु पर चुंबकीय दिक्सूचक रखकर ज्ञात की जा सकती है।
(b) एक स्वतंत्र रूप से निलंबित चुंबकीय सुई उत्तर-पूर्व दिशा में इंगित करती है।
(c) चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं चुंबक के ध्रुवों के निकट सघन होती हैं।
(d) दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं किसी दिए गए बिंदु पर प्रतिच्छेदित कर सकती हैं।
Correct Answer: (a) (a) और (c) दोनों
Solution:चुंबकीय क्षेत्र एक वेक्टर (सदिश) क्षेत्र है जो गतिमान विद्युत आवेशों, विद्युत धाराओं और चुंबकीय सामग्री पर चुंबकीय प्रभाव का वर्णन करता है। किसी बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र की दिशा उस बिंदु पर एक छोटा चुंबकीय कम्पास रखकर पाया जा सकता है। कम्पास की सुई का उत्तरी सिरा उस बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र की दिशा को इंगित करता है जहाँ इसे रखा गया है। और छड़ चुंबक के ठीक बाहर दो ध्रुवों के बीच सबसे कम घनी होती हैं।