विविध (अर्थव्यवस्था) भाग-II

Total Questions: 50

21. ....... एक ऐसा संगठन है जो भारत में संपूर्ण सहकारी आंदोलन का प्रतिनिधित्व कर रहा है। [CHSL (T-I) 4 अगस्त, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (a) NCUI
Solution:भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ (NCUI) की स्थापना वर्ष 1929 में 'अखिल भारतीय सहकारी संस्थान संघ के रूप में की गई थी, जिसका नाम बदलकर वर्ष 1961 में 'भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ' (NCUI) कर दिया गया। यह भारत में संपूर्ण सहकारी आंदोलन का प्रतिनिधित्व करता है। इसका उद्देश्य भारत में सहकारी आंदोलन को बढ़ावा देना तथा विकसित करना है।

22. अर्थव्यवस्था में अंतिम वस्तुओं के लिए समस्त मांग के स्तर को निर्धारित करने के लिए निम्नलिखित में से कौन-सी धारणा बनाई गई है? [CHSL (T-I) 21 मार्च, 2023 (IV-पाली)]

i. अल्पकाल में नियत अंतिम वस्तु कीमत और नियत ब्याज की दर को मान लेते हैं।

II. समस्त पूर्ति पूर्णतः लोचदार माना जाता है।

Correct Answer: (b) I और II दोनों
Solution:अर्थव्यवस्था में अंतिम वस्तुओं के लिए समस्त मांग के स्तर को निर्धारित करने हेतु यह मान लिया जाता है, कि अल्पकाल में अंतिम वस्तु की कीमत तथा ब्याज दर नियत (स्थिर) है तथा समस्त पूर्ति पूर्णतः लोचदार है। कुल आपूर्ति पूरी तरह से लोचदार है, का अर्थ है कि फर्म किसी दिए गए मूल्य स्तर पर वस्तुओं और सेवाओं की कितनी भी मात्रा का उत्पादन कर सकता है। यह धारणा अर्थव्यवस्था में कुल मांग और आपूर्ति के मध्य विश्लेषण को सरल बनाती है।

23. जुलाई, 2022 में, निम्नलिखित में से किसने सोशल स्टॉक एक्सचेंज (SSE) के लिए विस्तृत रूपरेखा अधिसूचित की है? [CHSL (T-I) 21 मार्च, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (a) सेबी
Solution:सोशल स्टॉक एक्सचेंज, गैर-लाभकारी संगठनों को स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध करने की अनुमति देता है, जो वैकल्पिक निधि जुटाने की संरचना प्रदान करता है। एनएसई को पूंजी बाजार नियामक, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से सोशल स्टॉक एक्सचेंज शुरू करने की मंजूरी मिल गई है। इसके लिए सेबी ने विस्तृत रूपरेखा अधिसूचित की है।

24. एक प्रकार का ऋण जो उधारकर्ताओं को प्रारंभिक चरणों में कम भुगतान करने की अनुमति देता है, लेकिन परिपक्वता पर शेष राशि का एकमुश्त राशि (lump sum) के रूप में पुनर्भुगतान ....... के रूप में जाना जाता है। [CHSL (T-I) 21 मार्च, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (c) बैलून मॉर्टगेज
Solution:बैलून मॉर्टगेज एक प्रकार का रीयल एस्टेट (Real Estate) ऋण है, जो उधारकर्ताओं को प्रारंभिक चरणों में कम भुगतान या कोई मासिक भुगतान नहीं करने की छूट देता है। उधारकर्ता, अवधि के अंत में पूरी शेष राशि या एकमुश्त भुगतान चुकाता है।

25. निम्नलिखित में से कौन-सा एक वर्ष के दौरान एक फर्म की मालसूची में परिवर्तन को व्यक्त करने का सही तरीका है? [CHSL (T-I) 17 मार्च, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) एक वर्ष के दौरान एक फर्म की मालसूची में परिवर्तन (मूल्यवर्धित + फर्म द्वारा प्रयुक्त मध्यवर्ती वस्तुएं - एक वर्ष के दौरान फर्म की बिक्री)
Solution:एक वर्ष के दौरान एक फर्म की मालसूची में परिवर्तन को व्यक्त करने का सही तरीका है-मालसूची टर्नओवर की गणना करना या मालसूची में परिवर्तन के सूत्र का उपयोग करना। अबिक्रित निर्मित वस्तुओं अथवा अर्धनिर्णित वस्तुओं अथवा कच्चे मालों का स्टॉक, जो कोई फर्म एक वर्ष से अगले वर्ष तक रखता है, उसे मालसूची कहते हैं। मालसूची एक स्टॉक चर (Stock Variable) है। फर्म की मालसूची में परिवर्तन = मूल्यवर्धित + फर्म द्वारा प्रयुक्त मध्यवर्ती वस्तुएं एक वर्ष के दौरान फर्म की बिक्री। अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।

26. सीमांत उत्पादन संभावना के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है? [CHSL (T-I) 20 मार्च, 2023 (III-पाली)]

I. यह दो वस्तुओं के उन संयोगों को दर्शाती है, जिनका उत्पादन अर्थव्यवस्था के संसाधनों का पूर्णरूप से उपयोग करने पर किया जाता है।

II. यह अर्थव्यवस्था की उत्पादन संभावनाओं को दर्शाती है।

Correct Answer: (c) I और II दोनों
Solution:सीमांत उत्पादन संभावना अनाज तथा कपास (दो वस्तुओं) के उन संयोगों को दर्शाती है, जिनका उत्पादन अर्थव्यवस्था के संसाधनों का पूर्णरूप से उपयोग करने पर किया जाता है। सीमांत उत्पादन संभावना के ठीक नीचे स्थित कोई भी बिंदु अनाज तथा कपास का वह संयोग दर्शाता है, जो तब उत्पादित होगा जब सभी अथवा कुछ संसाधनों का उपयोग या तो पूरी तरह न किया गया हो अथवा उनका अपव्यय करते हुए किया गया हो; अर्थात यह अर्थव्यवस्था की उत्पादन संभावनाओं को भी दिखाती है।

27. धन के संबंध में निम्नलिखित पदों का मिलान कीजिए। [CHSL (T-I) 11 अगस्त, 2023 (II-पाली)]

सूची Iसूची II
i. प्राथमिक कार्यA. राष्ट्रीय आय का वितरण
ii. द्वितीयक कार्यB. मूल्य मान
iii. धन की बुराइयांC. मूल्य संचय
iv. आकस्मिक कार्यD. मूल्य की अस्थिरता

Code :

iiiiiiiv
(a)BCDA
(b)ADBC
(c)DCAB
(d)CBAD
Correct Answer: (a)
Solution:सही सुमेलित हैं-
सूची Iसूची II
i. प्राथमिक कार्यA. मूल्य मान
ii. द्वितीयक कार्यB. मूल्य संचय
iii. धन की बुराइयांC. मूल्य की अस्थिरता
iv. आकस्मिक कार्यD. राष्ट्रीय आय का वितरण

अतः विकल्प (a) सही उत्तर है।

28. एमपी (MP) पर जीएनपी (GNP) में से ....... घटाने पर हमें एमपी (MP) पर जीडीपी (GDP) प्राप्त होती है। [CHSL (T-I) 11 अगस्त, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (a) विदेश से निवल कारक आय
Solution:बाजार कीमतों पर जीएनपी (GNP) में से विदेश से निवल कारक आय घटाने पर हमें बाजार कीमतों पर जीडीपी (GDPmp) प्राप्त होती है; अर्थात GDPmp = GNPmp - NFIA (Net Factor Income from Anbrod)

29. निम्नलिखित में से कौन-सा विदेशी प्रतिस्पर्धा का एक लाभ है? [CHSL (T-I) 11 अगस्त, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (a) कुशलता से उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहन
Solution:विदेशी प्रतिस्पर्धा की वजह से कुशलता से उत्पादन करने हेतु प्रोत्साहन मिलता है। विदेशी प्रतिस्पर्धा तब उभरती है, जब एक देश के व्यवसाय को दूसरे देशों के व्यवसाय से प्रतिद्वंद्विता करनी पड़ती है। अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी कभी-कभी विदेशों में सस्ती उत्पादन लागत के कारण कम कीमतों पर सामान पेश कर सकते हैं, जिसे प्राय डम्पिंग (Dumping) कहा जाता है।

30. निम्नलिखित में से कौन सीमांत उपभोग प्रवृत्ति (MPC) की सही सीमा को इंगित करता है? [CHSL (T-I) 10 मार्च, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (b) 0 < MPC < 1
Solution:सीमांत उपभोग प्रवृत्ति (MPC), से तात्पर्य है-उपभोग में परिवर्तन के फलस्वरूप आय में होने वाला परिवर्तन; अर्थात MPC=AC/AY सीमांत उपयोग प्रवृत्ति हमेशा धनात्मक होती है। इसका अर्थ यह हुआ कि जब आय बढ़ती है, तो वह सारी की सारी उपभोग पर व्यय नहीं की जाती। इसके विपरीत जब आय घटती है, तो उपभोग व्यय उसी अनुपात में नहीं घटता, और यह कभी भी शून्य नहीं हो सकता है, अतः o < MPC < 1 यह सीमांत उपभोग प्रवृत्ति की सीमा है।