Correct Answer: (c) लाला लाजपत राय
Solution:भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने दिसंबर, 1927 में मद्रास में हुए अपने अधिवेशन में साइमन कमीशन का विरोध करने का निर्णय किया। 3 फरवरी, 1928 को साइमन कमीशन बंबई पहुंचा और उस दिन देशव्यापी हड़ताल का आयोजन हुआ। कमीशन जहां गया, वहां पूर्ण हड़ताल रखी गई तथा 'साइमन कमीशन, वापस जाओ' के नारे के साथ जुलूस निकाले गए। लाहौर में साइमन कमीशन विरोधी जुलूस का नेतृत्व करते समय पुलिस के लाठी चार्ज में लाला लाजपत राय गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस द्वारा की गई इस बर्बरतापूर्वक पिटाई के कारण ही लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गई। मरने से पूर्व उन्होंने कहा था-"मेरे ऊपर किए गए लाठियों का एक-एक प्रहार ब्रिटिश सरकार के ताबूत की आखिरी कील साबित होगा।"