विश्व जलवायु

Total Questions: 41

21. "अल-नीनो" के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? [U.P.P.C.S. (Pre) 2023]

(1) अल-नीनो में पूर्वी प्रशांत क्षेत्र में पेरू के तट पर गर्म धाराओं का प्रकट होना शामिल है। (2) यह गर्म धारा पेरू के तट पर पानी के तापमान को 10°C तक बढ़ा देती है, जिसमें समुद्र में प्लैंकटन की मात्रा बढ़ जाती है।

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए -

Correct Answer: (a) केवल (1)
Solution:अल-नीनो एक जलवायु पैटर्न है, जो मध्य एवं पूर्वी उष्णकटिबंधीय प्रशांत महासागर में सतही जल के असामान्य रूप से गर्म होने का वर्णन करता है। यह परिवर्तन पेरू (Peru) के तट के साथ पेरू या हम्बोल्ट की ठण्डी धारा का अस्थायी प्रतिस्थापन है। अल-नीनो एक स्पेनिश शब्द है, जिसका मूल अर्थ छोटा 'बच्चा' है। अल-नीनो के कारण सामान्य से अधिक गर्म समुद्री तापमान, स्तरीकरण में वृद्धि और समुद्र के पोषक तत्वों में कमी के कारण फाइटोप्लैंकटन्स (Phytoplanktons) नुकसान का अनुभव करती हैं। अल-नीनो तब घोषित किया जाता है, जब उष्णकटिबंधीय पूर्वी प्रशांत क्षेत्र में सागर का तापमान दीर्घ कालिक औसत से 0.5°C अधिक हो जाता है।

22. कथन : [U.P.U.D.A./L.D.A. (Spl.) (Mains) 2010]

कथन (A) : विषुवत रेखीय प्रदेश का पर्यावरण पौधों के अनुकूल है, पर मनुष्यों के लिए नहीं। कारण (R) : विषुवत रेखीय प्रदेश में औसत वार्षिक तापांतर बहुत कम है। उपर्युक्त कथनों पर विचार कीजिए तथा

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-

Correct Answer: (b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं पर (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
Solution:विषुवतीय प्रदेश में वर्ष भर लगभग समान उच्च तापमान बना रहता है तथा वर्ष भर समान उच्च वर्षा होती है। यहां की जलवायु मनुष्यों के लिए कष्टकारी होती है, जबकि पेड़-पौधों के अनुकूल होती है। यहां सदाबहार वन पाए जाते हैं। यहां दिन भर उमस बनी रहती है, जिससे बीमारियों का भी प्रकोप अधिक होता है।

23. निम्नलिखित में से किस एक नगर में भूमध्य सागरीय जलवायु नहीं पाई जाती है? [Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2003]

Correct Answer: (d) न्यूयॉर्क
Solution:संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्वी तट पर स्थित न्यूयॉर्क भूमध्य सागरीय जलवायु के अंतर्गत नहीं आता है।

24. नीचे दो वक्तव्य दिए गए हैं, एक को अभिकथन (A) तथा दूसरे को कारण (R) कहा गया है। [U.P.P.C.S. (Pre) 2022]

अभिकथन (A): भूमध्यसागरीय जलवायु के क्षेत्रों में वर्षा शीत ऋतु में होती है।

कारण (R) : गर्मियों में ये क्षेत्र शुष्क स्थलीय हवाओं के प्रभाव में रहते हैं।

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए -

Correct Answer: (d) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है
Solution:भूमध्यसागरीय जलवायु का विकास दोनों गोलार्दों में सामान्यतः 30°- 40° अक्षांशों के बीच महाद्वीप के पश्चिमी भागों में होता है। भूमध्यसागरीय जलवायु की प्रमुख विशिष्टता है कि यहां शीतकाल में वर्षा होती है, जबकि ग्रीष्मकाल प्रायः शुष्क होता है। सूर्य के उत्तरायण एवं दक्षिणायन के कारण वायुदाब एवं पवन पेटियों के खिसकाव के कारण भूमध्यसागरीय जलवायु का विकास होता है। - ग्रीष्मकाल (उत्तरी गोलार्द्ध) में सूर्य जब कर्क रेखा पर होता है तो वायुदाब एवं पवन पेटियों का खिसकाव उत्तरी ध्रुव की ओर हो जाता है तथा इन प्रदेशों में प्रति चक्रवातीय दशाएं तथा स्थल की ओर से आने वाले शुष्क व्यापारिक पवनों का विस्तार हो जाता है। शीतकाल (उत्तरी गोलार्द्ध) में जब सूर्य मकर रेखा पर होता है, तो इन अक्षांशों पर पुनः सागर/महासागर के ऊपर से आने वाली पछुवा हवाओं का विस्तार हो जाता है। ये पछुवा हवाएं शीतोष्ण चक्रवातों से संबंद्ध होने के कारण वर्षा होती है।

25. जलवायु चरम है, वर्षा कम है और लोग चलवासी पशुचारक हुआ करते थे।" उपर्युक्त कथन निम्नलिखित क्षेत्रों में से किसका सबसे अच्छा वर्णन है? [I.A.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (b) मध्य एशियाई स्टेप
Solution:उपर्युक्त विशेषता मध्य एशियाई स्टेप क्षेत्र को इंगित करती है।

26. निम्नलिखित में से किस युग्म का मिलान सही है? [39th B.P.S.C. (Pre) 1994]

Correct Answer: (b) भूमध्य रेखीय क्षेत्र - गरज के साथ वर्षा मध्याह्न में
Solution:भूमध्य सागरीय जलवायु प्रदेश की अधिकांश वर्षा शीतकाल में प्राप्त होती है। भूमध्य रेखीय क्षेत्रों में दोपहर पश्चात गरज के साथ संवहनीय वर्षा होती है और यह लगभग वर्ष भर होती रहती है। मानसूनी क्षेत्रों की अधिकांश वर्षा वर्ष के कुछ माह में मानसूनी हवाओं से प्राप्त होती है। मरुस्थलीय क्षेत्रों में वर्षा या तो नगण्य होती है या अनिश्चित होती है। अतः विकल्प (b) सही सुमेलित है।

27. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2002]

1. भूमध्यवर्ती क्षेत्रों में, वर्ष चार मुख्य ऋतुओं में विभाजित होती है।

2. भूमध्य सागरीय क्षेत्र में, गर्मियों में अधिक वर्षा होती है।

3. चीन की तरह की जलवायु में पूरे वर्ष वर्षा होती है।

4. उष्णकटिबंधीय उच्च भूमियां विभिन्न जलवायु के ऊर्ध्वाधर अनुक्षेत्र वर्गीकरण को प्रदर्शित करती हैं।

इनमें से कौन-कौन से कथन सही हैं?

Correct Answer: (d) 3 और 4
Solution:भूमध्यवर्ती क्षेत्रों में वर्ष भर लगभग समान मौसम होता है परंतु इन क्षेत्रों में मुख्यतः दो ऋतुएं (1) ग्रीष्म और (2) शीत होती हैं। अतः कथन (1) गलत है। भूमध्य सागरीय क्षेत्रों में वर्षा का अधिकांश भाग शीतकाल में प्राप्त होता है। अतः कथन (2) भी गलत है। चीन तुल्य जलवायु का विस्तार 25°-40° अक्षांशों के बीच महाद्वीपों के पूर्वी भाग पर पाया जाता है। वर्षा लगभग वर्ष भर समान होती है। परंतु शीतकाल में कम होती है। अतः कथन (3) सही है। उष्णकटिबंधीय उच्च क्षेत्र/पर्वतीय क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार की जलवायु दशाएं ऊर्ध्वाधर रूप में वर्गीकृत की जा सकती हैं। यहां उष्णकटिबंध से लेकर शीतोष्ण और शीतकटिबंध तक की जलवायु दशाएं देखी जा सकती हैं। अतः कथन (4) सही है। इस प्रकार विकल्प (d) सही उत्तर है।

28. कथन : [U.P.P.C.S. (Mains) 2004]

कथन (A) : भूमध्य सागरीय प्रदेशों में जाड़ों में वर्षा होती है।

कारण (R): जाड़े में यहां पछुवा हवाएं चलती हैं।

नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए- कूट :

Correct Answer: (a) (A) और (R) दोनों सत्य हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
Solution:भूमध्य सागरीय जलवायु का आविर्भाव वायुदाब पेटियों के ऋतुवत स्थानांतरण के कारण होता है। ग्रीष्मकाल में सूर्य की उत्तरायण स्थिति के कारण वायुदाब की सभी पेटियों में उत्तर की ओर खिसकाव हो जाता है, जिससे इन प्रदेशों पर उपोष्ण कटिबंधीय उच्च वायुदाब का विस्तार हो जाता है और प्रतिचक्रवातीय दशाएं तथा स्थल की ओर से चलने शुष्क व्यापारिक हवाएं व्याप्त हो जाती हैं। ग्रीष्मकालीन हवाएं प्रायः शुष्क होती हैं। शीतकाल में जब सूर्य की दक्षिणायन स्थिति होती है, तो इन प्रदेशों के ऊपर पछुवा हवाओं का विस्तार हो जाता है, जिनके साथ मध्य अक्षांशों में उत्पन्न चक्रवातों का आगमन होने से वर्षा होती है। पछुवा हवाएं चूंकि सागर के ऊपर से होकर आती हैं, अतः पश्चिमी तटीय भागों में पर्याप्त वर्षा प्रदान करती हैं।

29. भूमध्य सागरीय क्षेत्रों में भारी वर्षा कब होती है? [M.P.P.C.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (c) शीत (जाड़े) ऋतु में
Solution:भूमध्य सागरीय जलवायु का आविर्भाव वायुदाब पेटियों के ऋतुवत स्थानांतरण के कारण होता है। ग्रीष्मकाल में सूर्य की उत्तरायण स्थिति के कारण वायुदाब की सभी पेटियों में उत्तर की ओर खिसकाव हो जाता है, जिससे इन प्रदेशों पर उपोष्ण कटिबंधीय उच्च वायुदाब का विस्तार हो जाता है और प्रतिचक्रवातीय दशाएं तथा स्थल की ओर से चलने शुष्क व्यापारिक हवाएं व्याप्त हो जाती हैं। ग्रीष्मकालीन हवाएं प्रायः शुष्क होती हैं। शीतकाल में जब सूर्य की दक्षिणायन स्थिति होती है, तो इन प्रदेशों के ऊपर पछुवा हवाओं का विस्तार हो जाता है, जिनके साथ मध्य अक्षांशों में उत्पन्न चक्रवातों का आगमन होने से वर्षा होती है। पछुवा हवाएं चूंकि सागर के ऊपर से होकर आती हैं, अतः पश्चिमी तटीय भागों में पर्याप्त वर्षा प्रदान करती हैं।

30. कथन : [U.P.P.C.S. (Mains) 2002]

कथन (A): उत्तर-पश्चिमी यूरोप के बंदरगाह साल भर खुले रहते हैं।

कारण (R) : दक्षिण-पश्चिमी हवाएं साल भर उत्तर-पश्चिमी यूरोप के ऊपर बहती हैं।

नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए-

Correct Answer: (b) (A) और (R) दोनों सत्य हैं परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
Solution:पश्चिम यूरोपीय जलवायु प्रदेश में तापमान पर सागर जलधाराओं तथा प्रचलित वायु का पर्याप्त प्रभाव होता है। यूरोप का विस्तार पछुवा पवनों की पेटियों में है। अधिकतर समय पवनें दक्षिण-पश्चिम से चलती हैं। यूरोप में किसी भी पर्वत का विस्तार उत्तर से दक्षिण की ओर नहीं है। इसलिए इन पवनों के मार्ग में कोई अवरोध न होने के कारण ये तापमान को मृदु बनाती हैं। उत्तर अटलांटिक प्रवाह का गर्म जल पश्चिम यूरोप के तटों के आस-पास के सागरों के पानी को जमने नहीं देता। इसी कारण यहां के बंदरगाह साल भर खुले रहते हैं। पछुवा पवन के कारण इन क्षेत्रों में अच्छी वर्षा होती है। इस प्रकार कथन (A) एवं कारण (R) दोनों सही हैं, परंतु कारण (R) कथन (A) की स्पष्ट व्याख्या नहीं कर रहा है।