विषाणु जनित रोग (Part – II)

Total Questions: 28

1. एड्स विषाणु में होता है- [U.P.P.C.S. (Mains) 2008]

Correct Answer: (c) RNA + प्रोटीन
Solution:एचआईवी एक तरह का रेट्रो वायरस है। आरएनए के निर्माण के लिए आनुवंशिक सूचनाएं देने वाले वायरस के प्रकार को रेट्रो वायरस कहते हैं। एचआईवी धनात्मक एकल रेशे वाले आरएनए की दो प्रतियों से मिलकर बना होता है।

2. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2021]

1 . एडीनोवायरसों में एकल-तंतु डी.एन.ए. संजीन (जीनोम) होते  है, जबकि रेट्रोवायरसों में द्वि-तंतु डी.एन.ए. संजीन (जीनोम) होते हैं।

2. कभी-कभी सामान्य जुकाम एडीनोवायरस के कारण होता है. जबकि एड्स (ए.आई.डी.एस.) रेट्रोवायरस के कारण होता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/कौन-से सही है/हैं?

Correct Answer: (b) केवल 2
Solution:एडीनोवायरस सामान्य विषाणु का एक समूह है, जो आंख, फेफड़ा, तंत्रिका तंत्र आदि को संक्रमित करता है। इससे बुखार, खासी, दस्त आदि समस्याएं उत्पन्न होती है। सामान्य सर्दी एडीनोवायरस के कारण होता है, जबकि एचआईवी रेट्रोवायरस के कारण होता है। एचआईवी को रेट्रोवायरस के रूप में वर्गीकृत किया गया है, क्योंकि इसमें रिवर्स ट्रांस-क्रिप्शन होता है।

3. एड्स के लिए उत्तरदायी विषाणु उदाहरण है- [U.P. Lower Sub. (Pre) 2013]

Correct Answer: (d) रेट्रो विषाणु का
Solution:एडीनोवायरस सामान्य विषाणु का एक समूह है, जो आंख, फेफड़ा, तंत्रिका तंत्र आदि को संक्रमित करता है। इससे बुखार, खासी, दस्त आदि समस्याएं उत्पन्न होती है। सामान्य सर्दी एडीनोवायरस के कारण होता है, जबकि एचआईवी रेट्रोवायरस के कारण होता है। एचआईवी को रेट्रोवायरस के रूप में वर्गीकृत किया गया है, क्योंकि इसमें रिवर्स ट्रांस-क्रिप्शन होता है।

4. निम्नलिखित बीमारियों में से कौन-सी टैटू बनवाने के द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संचरित हो सकती है/हैं? [I.A.S. (Pre) 2013]

1. चिकनगुनिया

2. यकृतशोथ B

3. HIV-AIDS

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।

Correct Answer: (b) केवल 2 और 3
Solution:टैटू बनवाने से कई प्रकार के संक्रमण का खतरा रहता है। इससे हेपेटाइटिस, एचआईवी, मैनूलोमस तथा केलॉयड जैसी बीमारियां हो सकती हैं। एचआईवी और हेपेटाइटिस बी एवं सी रक्त के संक्रमण से होने वाली बीमारियां हैं, जो टैटू बनाने में प्रयुक्त सुई के कई लोगों पर बार-बार इस्तेमाल होने से हो सकती है। चिकनगुनिया वायरस के संक्रमण से 'चिकनगुनिया' रोग होता है, जो कि संक्रमित मच्छर से संचरित होता है।

5. निम्नलिखित में से कौन-सा प्रभेद भारत में प्रभावी है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2004]

Correct Answer: (c) एच आई वी 1
Solution:एड्स (AIDS) रोग का विषाणु एच.आई.वी. (HIV- Human Immunodeficiency Virus) है। यह एक विषाणु जनित रोग है, जिसका पूरा नाम एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिसिएन्सी सिन्ड्रोम (Acquired Immunodeficiency Syndrome) है। यह रोग यौन संबंधों के कारण, रुधिराधान में अनियमितता और (क्योंकि यह जोखिम भरे यौन व्यवहार व संक्रमित सूई के उपयोग को बढ़ावा देता है) से फैलता है। समलैंगिक यौन संबंध इसका सबसे प्रमुख कारण है। इसमें रोगी की रोग प्रतिरोधक क्षमता समाप्त हो जाती है, जिससे किसी रोग के विषाणु आसानी से रोग पैदा कर देते हैं। संपूर्ण विश्व में HIV विषाणु के लगभग 9 उप-प्रकार प्रसारित हैं। भारत में HIV का C उप-प्रकार प्रभावी है।

6. एड्स वायरस एच.टी.एल.वी. III की खोज किसने की थी? [U.P.P.C.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (a) राबर्ट गैलो
Solution:राबर्ट चार्ल्स गैलो यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैण्ड स्कूल ऑफ मेडिसिन, वाल्टीमोर के इन्स्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन वाइरोलाजी के निदेशक थे। इन्होंने HTLV III, Human T-cell Leukemia Virus की खोज की। यह अतिघातक एड्स रोग का कारक है।

7. AIDS विषाणु के लिए सबसे ज्यादा आजमाई गई दवा है- [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (a) जीडोवुडिन (एजीडोथाइमिडीन)
Solution:

जीडोवुडिन एक प्रकार की एंटी रेट्रोवायरल दवा है, जिसे HIV/AIDS के उपचार में प्रयोग किया जाता है।

8. एलिसा (ELISA) परीक्षण किया जाता है- [U.P. Lower Sub. (Pre) 2004 U.P.P.C.S. (Pre) 2007]

Correct Answer: (c) एड्स पहचानने के लिए
Solution:एलिसा (ELISA-Enzyme linked Immunosorbent Assay) परीक्षण एड्स (AIDS) की पहचान के लिए किया जाता है। इसके अलावा इस रोग का परीक्षण विकिरणीय-प्रतिरक्षी जांच द्वारा भी किया जाता है। ध्यातव्य है कि एड्स अत्यन्त घातक संक्रामक रोग है, जिसका कारक HIV वायरस है तथा इससे श्वेतं रुधिर कणिकाएं प्रभावित होती हैं।

9. जापानी इन्सेफेलाइटिस का कारक विषाणु मनुष्य शरीर के किस हिस्से को संक्रमित करता है? [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (c) मस्तिष्क
Solution:जापानी इन्सेफेलाइटिस रोग का कारक फ्लेवीविराइडी कुल का विषाणु होता है। इस विषाणु के वाहक सिर्फ क्यूलेक्स प्रजाति के मच्छर (मुख्यतः क्यूलेक्स ट्रिटीनियोरिकस-Culex trifaeniorhyrichus) (फ्लेवीवांरस) होते हैं। इस विषाणु से मानव एवं जंतु (मुख्यतः सुअर एवं जंगली पक्षी) संक्रमित होते हैं। जापानी एनसेफलाइटिस रोग में मानव मस्तिष्क प्रभावित होता है। सुअरों को मानव रिहायशी क्षेत्र से दूर रखना इस रोग के उन्मूलन में सहायक है।

10. जापानी इन्सेफेलाइटिस का कारक होता है: [U.P. P.C.S. (Pre) 2008]

Correct Answer: (b) विषाणु
Solution:जापानी इन्सेफेलाइटिस रोग का कारक फ्लेवीविराइडी कुल का विषाणु होता है। इस विषाणु के वाहक सिर्फ क्यूलेक्स प्रजाति के मच्छर (मुख्यतः क्यूलेक्स ट्रिटीनियोरिकस-Culex trifaeniorhyrichus) (फ्लेवीवांरस) होते हैं। इस विषाणु से मानव एवं जंतु (मुख्यतः सुअर एवं जंगली पक्षी) संक्रमित होते हैं। जापानी एनसेफलाइटिस रोग में मानव मस्तिष्क प्रभावित होता है। सुअरों को मानव रिहायशी क्षेत्र से दूर रखना इस रोग के उन्मूलन में सहायक है।