Solution:आर्यों की मुख्य (प्रमुख) सामाजिक इकाई को जन कहा जाता था। आर्य शब्द का अर्थ है श्रेष्ठ तथा प्रगतिशील। अतः आर्य समाज का अर्थ हुआ श्रेष्ठ और प्रगतिशीलों का समाज, जो वेदों के अनुकूल चलने का प्रयास करते हैं।प्राभिक वादक काल (1500-1000 ईसा पूर्व):
- इसे ऋग्वैदिक काल के नाम से भी जाना जाता है।
- ऋग्वैदिक काल के दौरान, लोग ज्यादातर सिंधु क्षेत्र तक ही सीमित थे।
- ऋग्वेद में सप्तसिंधु या सात नदियों की भूमि का उल्लेख है। इसमें सिंधु और सरस्वती के साथ पंजाब की पांच नदियाँ झेलम, चिनाब, रावी, ब्यास और सतलुज शामिल हैं।
- ऋग्वेदिक लोगों के राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन का पता ऋग्वेद के भजनों से लगाया जा सकता है।
प्रारंभिक वैदिक काल के दौरान राजनीतिक संगठनः
- राजनीतिक संगठन की मूल इकाई कुल या परिवार थी।
- कई परिवार अपनी रिश्तेदारी के आधार पर एक साथ मिलकर एक गाँव या ग्राम बनाते थे। ग्राम के नेता को ग्रामणी कहा जाता था।
- गाँवों के एक समूह ने विसु नामक एक बड़ी इकाई का गठन किया। इसकी अध्यक्षता विषयपति ने की।
- मुख्य (मुख्य) सामाजिक इकाई को जन या जनजाति कहा जाता था।
- ऋग्वैदिक काल के दोरान भरत, मत्स्य, यदु और पुरु जैसे कई आदिवासी राज्य थे।
- राज्य के मुखिया को राजन या राजा कहा जाता था।
- ऋग्वैदिक राजव्यवस्था सामान्यतः राजशाही थी और उत्तराधिकार वशानुगत था।
- राजा को उसके प्रशासन में पुरोहित या पुजारी और सेनानी या सेना के कमांडर द्वारा सहायता प्रदानकी जाती थी।