शीतकालीन वर्षा

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11. नीचे दो कथन हैं, जिसमें से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को कारण (R) कहा गया है- [U.P.P.C.S. (Pre) 2023]

अमिकथन (A) - दक्षिण-पश्चिम मानसून मौसम के दौरान तमिलनाडु तट शुष्क रहता है।

कारण (R) - तमिलनाडु तट बंगाल की खाड़ी के शाखा के सामानांतर स्थित है और दक्षिण-पश्चिम मानसून की अरब सागर वृष्टिछाया क्षेत्र में स्थित है।

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-

Correct Answer: (d) (A) और (R) दोनों सत्य हैं और (R), (A) की सही व्याख्या करता है
Solution:तमिलनाडु तट दक्षिण-पश्चिम मानसून की बंगाल की खाड़ी की शाखा के समानांतर स्थित है। यह दक्षिण-पश्चिम मानसून की अरब सागर शाखा के वर्षा-छाया क्षेत्र में स्थित है। अरब सागर की शाखा से दक्षिण-पश्चिम मानसून को पश्चिमी घाटों द्वारा बाधित किया जाता है, ये हवाएं फिर पश्चिमी घाटों की ढलानों पर चढ़ती हैं, जल्द ही ठंडी हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप सह्याद्रि के पवनोन्मुखी हिस्से और पश्चिमी तटीय मैदान में मूसलाधार वर्षा होती है। पश्चिमी घाटों को पार करने के बाद ये हवाएं नीचे उतरती हैं और गर्म हो जाती हैं, इससे हवाओं में सापेक्षिक आर्द्रता कम हो जाती है, इसलिए ये हवाएं पश्चिमी घाटों (तमिलनाडु, कर्नाटक के कुछ भाग सहित) के पूर्व में थोड़ी वर्षा करती हैं, इन क्षेत्रों को वर्षा छाया क्षेत्र भी कहा जा सकता है।

12. तमिलनाडु में शरदकालीन वर्षा अधिकांशतः जिन कारणों से होती है, वे हैं- [U.P.P.C.S. (Pre) 2008 R.A.S./R.T.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (c) उत्तरी-पूर्वी मानसून
Solution:तमिलनाडु तट दक्षिण-पश्चिम मानसून की बंगाल की खाड़ी की शाखा के समानांतर स्थित है। यह दक्षिण-पश्चिम मानसून की अरब सागर शाखा के वर्षा-छाया क्षेत्र में स्थित है। अरब सागर की शाखा से दक्षिण-पश्चिम मानसून को पश्चिमी घाटों द्वारा बाधित किया जाता है, ये हवाएं फिर पश्चिमी घाटों की ढलानों पर चढ़ती हैं, जल्द ही ठंडी हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप सह्याद्रि के पवनोन्मुखी हिस्से और पश्चिमी तटीय मैदान में मूसलाधार वर्षा होती है। पश्चिमी घाटों को पार करने के बाद ये हवाएं नीचे उतरती हैं और गर्म हो जाती हैं, इससे हवाओं में सापेक्षिक आर्द्रता कम हो जाती है, इसलिए ये हवाएं पश्चिमी घाटों (तमिलनाडु, कर्नाटक के कुछ भाग सहित) के पूर्व में थोड़ी वर्षा करती हैं, इन क्षेत्रों को वर्षा छाया क्षेत्र भी कहा जा सकता है।

13. कथन: [U.P.P.C.S. (Pre) 1998]

कथन (A): भारत के उत्तरी मैदान में जाड़ों में कुछ वर्षा हो जाती है।

कारण (R): जाड़े में उत्तर-पूर्वी मानसून सक्रिय होती है।

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-

Correct Answer: (b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
Solution:तमिलनाडु तट दक्षिण-पश्चिम मानसून की बंगाल की खाड़ी की शाखा के समानांतर स्थित है। यह दक्षिण-पश्चिम मानसून की अरब सागर शाखा के वर्षा-छाया क्षेत्र में स्थित है। अरब सागर की शाखा से दक्षिण-पश्चिम मानसून को पश्चिमी घाटों द्वारा बाधित किया जाता है, ये हवाएं फिर पश्चिमी घाटों की ढलानों पर चढ़ती हैं, जल्द ही ठंडी हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप सह्याद्रि के पवनोन्मुखी हिस्से और पश्चिमी तटीय मैदान में मूसलाधार वर्षा होती है। पश्चिमी घाटों को पार करने के बाद ये हवाएं नीचे उतरती हैं और गर्म हो जाती हैं, इससे हवाओं में सापेक्षिक आर्द्रता कम हो जाती है, इसलिए ये हवाएं पश्चिमी घाटों (तमिलनाडु, कर्नाटक के कुछ भाग सहित) के पूर्व में थोड़ी वर्षा करती हैं, इन क्षेत्रों को वर्षा छाया क्षेत्र भी कहा जा सकता है।

14. नीचे दो कथन दिए गए है, जिनमें एक को अभिकथन (A) और दूसरे को कारण (R) कहा गया है - [U.P. R.O/A.R.O. (Pre) 2023]

अभिकथन (A) : सर्दी के मौसम में, भारत का अधिकांश भाग शुष्क रहता है। कारण (R) : शीत ऋतु के दौरान देश के अधिकांश भाग उत्तर-पूर्वी व्यापारिक हवाओं के प्रभाव में रहते हैं।

नीचे दिए गए कूट का उपयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए -

Correct Answer: (a) (A) और (R) दोनों सत्य हैं, किंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
Solution:शीतकाल में भारत में 'मानसून के निवर्तन' के कारण उत्तर-पूर्वी मानसून के कारण भारत के अधिकांश हिस्सों में वर्षा नहीं या बहुत कम होती है। हालांकि इसके कारण कोरोमंडल तट पर पर्याप्त वर्षा होती है। उत्तरी भारत में शीतकालीन हल्की वर्षा पश्चिमी विक्षोभ से होती है। शीत ऋतु के दौरान उपोष्ण उच्च वायुदाब के हिमालय के दक्षिण में स्थापित होने के कारण उत्तर भारत में उच्च दाब उत्पन्न होने से देश के अधिकांश भाग पर उत्तर-पूर्वी मानसून पवनों/उत्तर-पूर्वी व्यापारिक पवनों का विस्तार होता है।