शुंग एवं सातवाहन काल में समाज, अर्थव्यवस्था एवं संस्कृति

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11. निम्नलिखित में से कौन-सा ग्रंथ दक्षिण भारत के इतिहास को समझने का महत्वपूर्ण स्रोत है?

Correct Answer: (c) (a) और (b) दोनों
Solution:तिरुवल्लुवर द्वारा रचित तिरुक्कुरल अथवा कुरल नामक ग्रंथ लघु उपदेशात्मक कविताओं में सर्वोत्तम माना जाता है तथा तमिलों के लिए शाश्वत प्रेरणा और मार्गदर्शन का स्रोत है, वही और मणिमेखलै तमिल भाषा के दो महाकाव्य हैं, इनका तमिल साहित्य में बहुत ऊंचा स्थान है तथा दक्षिण भारत के इतिहास को समझने में महत्वपूर्ण स्रोत है। शिल्पादिकारम

12. निम्नलिखित में से धर्मशास्त्रों में कितने प्रकार के विवाहों का उल्लेख किया गया है?

Correct Answer: (d) आठ प्रकार के
Solution:धर्मशास्त्रों में आठ प्रकार के विवाहों का उल्लेख किया गया है जो निम्न प्रकार हैं- (1) ब्रह्म विवाह (2) आर्ष विवाह (3) दैव विवाह (4) प्रजापात्य विवाह (5) असुर विवाह (6) राक्षस विवाह (7) गंधर्व विवाह (8) पैशाच विवाह। इनमें से आदर्श विवाह वे होते थे, जिनमें कन्याओं के पिता और अभिभावक वर का चुनाव उसकी योग्यताओं के आधार पर करते थे।

13. निम्नलिखित में से किन छात्राओं का उल्लेख धर्मशास्त्रों में प्राप्त होता है?

Correct Answer: (d) (a) और (b) दोनों
Solution:धर्मशास्त्रों में दो श्रेणियों की छात्राओं का उल्लेख मिलता है- (1) ब्रह्मवादिनी- पवित्र ग्रंथों का अध्ययन करने वाली महिलाएं (2) सद्योदवाह- ऐसी महिलाएं जो अपना विवाह होने तक विद्यार्जन करती थी।

14. निम्नलिखित में से किस विद्वान ने उत्तराधिकार के मामले में वरीयता सूची का निर्धारण किया है?

Correct Answer: (b) याज्ञवल्क्य
Solution:याज्ञवल्क्य ने उत्तराधिकार के मामले में वरीयता सूची निर्धारित की है, जिसमें पुत्रों के तत्काल बाद पत्नी और पुत्रियों का स्थान आता है। यदि कोई भी पुत्र जीवित न हो तो, पत्नी के उत्तराधिकार के अधिकार को अधिकतर प्राचीन भारतीय धर्म शास्त्रों द्वारा स्वीकार किया गया है।

15. निम्नलिखित में से कौन-सा ग्रंथ स्त्रियों को चांदी के 2000 पणों तक के धन को रखने की अनुमति देता है?

Correct Answer: (c) अर्थशास्त्र
Solution:अर्थशास्त्र स्त्री को चांदी के 2000 पणों तक धन अपने कब्जे में रखने की अनुमति देता है, इससे अधिक राशि उसके पति द्वारा उसकी ओर से न्यास के रूप में रखी जा सकती थी।

16. अशोक की भांति किस विदेशी शासक ने बौद्ध सभा का आयोजन किया था?

Correct Answer: (b) कनिष्क
Solution:बौद्ध जगत में कनिष्क की ख्याति अशोक के बाद दूसरे स्थान पर आती है। इसके राज्यकाल में बौद्ध धर्म का विस्तार चीन, मध्य एशिया, दक्षिण-पूर्व एशिया और पश्चिम में हुआ तथा अशोक की भांति कनिष्क ने एक बौद्ध सभा का आयोजन किया, यह चौथी सभा थी जो कश्मीर में वसुमित्र और अश्वमेघ के संयुक्त सभापतित्व में आयोजित की गई थी।

17. निम्नलिखित में से किस सभा के आयोजन के पश्चात बौद्ध धर्म दो प्रमुख संप्रदायों में विभाजित हो गया?

Correct Answer: (d) चतुर्थ बौद्ध सभा
Solution:चतुर्थ बौद्ध सभा का आयोजन कनिष्क के काल में हुआ था, इस सभा के आयोजन के पश्चात् बौद्ध धर्म दो प्रमुख संप्रदायों हीनयान तथा महायान में बट गया।

18. निम्नलिखित में से कौन-सा एक कथन महायान से संबंधित नहीं है?

Correct Answer: (a) इसके अंतर्गत 'बोधिसत्व' की अवधारणा प्रकाश में आई।
Solution:बुद्ध धर्म के महायान संप्रदाय के अंतर्गत धार्मिक साहित्यों की भाषा संस्कृत को अपनाया और एक नया धर्मसूत्र विकसित किया गया, जो पुराने धर्मसूत्र से कई मूलभूत बातों में भिन्न था। अन्य सभी विकल्प सत्य हैं।

19. महायान दर्शन पद्धति के विकास का श्रेय किसे दिया गया है?

Correct Answer: (a) नागार्जुन को
Solution:महायान दर्शन पद्धति के विकास में नागार्जुन का हाथ था, जो कनिष्क का समकालीन था, उसने बौद्ध दर्शन की माध्यमिक विचार पद्धति का प्रतिपादन किया, जिसे आम भाषा में शून्यवाद कहा जाता है।

20. निम्नलिखित में से देवत्रयी की संकल्पना किस धर्म में विकसित हुई थी ?

Correct Answer: (d) वैदिक धर्म
Solution:देवत्रयी की संकल्पना का संबंध वैदिक धर्म से है, देवत्रयी अर्थात् देवों की त्रिमूर्ति का विचार विकसित हुआ। ये देव थे सृजनकर्ता के रूप में ब्रह्मा, पालनकर्ता के रूप में विष्णु तथा विनाशकर्ता के रूप में शिव।