1. भारत का संघ
2. भारत का प्रदेश/उप प्रदेश (डोमिनियन)
3. विश्व में कहीं भी रहने वाले भारतीय नागरिक एवं उनकी संपत्ति
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
Correct Answer: (d) 1, 2 और 3
Solution:संविधान के अनुच्छेद 245 के खंड (1) के तहत संसद, भारत के संपूर्ण राज्यक्षेत्र या उसके किसी भाग के लिए विधि बना सकती है तथा इसी अनुच्छेद के खंड (2) के अनुसार, संसद द्वारा बनाई गई कोई विधि इस आधार पर अविधिमान्य नहीं समझी जाएगी कि उसका राज्य क्षेत्रातीत प्रवर्तन होगा। इसका तात्पर्य यह है कि संसद द्वारा बनाई गई विधियां न केवल भारत के राज्यक्षेत्र के भीतर स्थित व्यक्तियों और संपत्तियों पर लागू होंगी बल्कि, विश्व के किसी भाग में निवास करने वाले भारत के नागरिकों और उनकी वहां स्थित संपत्तियों पर भी लागू होंगी। ए.एच. वाडिया बनाम इन्कम टैक्स कमिश्नर बंबई, 1949 के मामले में उच्चतम न्यायालय ने यह अभिनिश्चित किया कि प्रभुत्तासंपन्न विधानमंडल द्वारा बनाई गई किसी विधि को देशीय न्यायालय में इस आधार पर चुनौती नहीं दी जा सकती है कि वह भारत के राज्यक्षेत्र के बाहर भी लागू होती है। अतः भारत की संसद को 'कानून निर्माण की शक्ति' भारतीय संघ, भारत के प्रदेश/उप प्रदेश (डोमिनियन) तथा विश्व में कहीं भी रहने वाले भारतीय नागरिकों एवं उनकी संपत्ति के लिए प्राप्त है।