1. कैल्शियमी पादप प्लवक की वृद्धि और उत्तरजीविता प्रतिकूल रूप से प्रभावित होगी।
2. प्रवाल भित्ति की वृद्धि और उत्तरजीविता प्रतिकूल रूप से प्रभावित होगी।
3. कुछ प्राणी, जिनके डिंभक पादप प्लवकीय होते हैं, की उत्तरजीविता प्रतिकूल रूप से प्रभावित होगी।
4. मेघ बीजन और मेघों का बनना प्रतिकूल रूप से प्रभावित होगा।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
Correct Answer: (a) केवल 1, 2 और 3
Solution:महासागरों में बढ़ते अम्लीकरण के कारण कैल्शियमी पादप प्लवक की वृद्धि और उत्तरजीविता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। इसी प्रकार का प्रभाव प्रवाल भित्ति एवं कुछ प्राणी जिनके डिंभक पादप प्लवकीय होते हैं, पर पड़ेगा। ध्यातव्य है कि CO₂ के लिए समुद्र एक भंडार गृह की 2 तरह कार्य करता है, मानवजनित क्रिया-कलापों से उत्पादित एक-तिहाई CO₂ को अवशोषित कर, जलवायु परिवर्तन हेतु यह बफर जोन की तरह कार्य करता है। अनुसंधानों में यह बात सामने आई है कि समुद्र द्वारा बड़ी मात्रा में CO₂ को अवशोषित करना वहां के पारिस्थितिक तंत्र को प्रभावित कर रहा है। समुद्री अम्लीयता में यह बढ़ोत्तरी प्रवाल विरंजन (Coral Bleaching) की घटना के लिए उत्तरदायी है।