सर्वोच्च न्यायालय (भारतीय राजव्यवस्था एवं शासन)

Total Questions: 50

1. भारत में उच्चतम न्यायालय का उद्घाटन किस तिथि में हुआ था? [M.P.P.C.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (b) 28 जनवरी, 1950
Solution:भारत में उच्चतम न्यायालय का उद्घाटन 28 जनवरी, 1950 को हुआ था, जबकि इसकी स्थापना भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 के तहत 26 जनवरी, 1950 को हुई थी।

2. भारत के सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना हुई थी- [42nd B.P.S.C. (Pre) 1997]

Correct Answer: (d) भारतीय संविधान के द्वारा
Solution:भारत में उच्चतम न्यायालय का उद्घाटन 28 जनवरी, 1950 को हुआ था, जबकि इसकी स्थापना भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 के तहत 26 जनवरी, 1950 को हुई थी।

3. भारत के उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीशों की संख्या में वृद्धि करने की शक्ति किसमें निहित है? [44th B.P.S.C. (Pre) 2000]

Correct Answer: (b) संसद
Solution:भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 में उच्चतम न्यायालय के गठन के संबंध में प्रावधान किया गया है, जिसमें यह कहा गया है कि उच्चतम न्यायालय में एक मुख्य न्यायाधीश तथा 7 अन्य न्यायाधीश होंगे तथा संसद समय-समय पर विधि द्वारा न्यायाधीशों की संख्या का निर्धारण कर सकती है। संसद ने न्यायाधीशों की संख्या को निर्धारित करने के लिए वर्ष 1956 में उच्चतम न्यायालय (न्यायाधीशों की संख्या) अधिनियम, 1956 पारित किया और न्यायाधीशों की संख्या 10 (मुख्य न्यायाधीश के अतिरिक्त) कर दी। इस अधिनियम में संशोधन करके न्यायाधीशों की संख्या समय-समय पर बढ़ाई गई है। वर्तमान में उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीशों की अधिकतम स्वीकृत संख्या मुख्य न्यायाधीश के अतिरिक्त 33 है।

4. भारत के सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की वर्तमान स्वीकृत संख्या है- [38th B.P.S.C. (Pre) 1992 U.P.P.C.S. (Mains) 2015]

Correct Answer: (c) 30
Solution:भारत में सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना भारतीय संविधान के अनु. 124 के तहत की गई है। अनुच्छेद 124 में न्यायाधीशों की संख्या का भी उल्लेख है। जब संविधान प्रारंभ हुआ तब उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीशों की संख्या मुख्य न्यायमूर्ति सहित कुल आठ थी। अनुच्छेद 124(1) के प्रावधान के तहत संसद ने उच्चतम न्यायालय (न्यायाधीशों की संख्या) अधिनियम, 1956 के द्वारा इस संख्या को ग्यारह कर दिया तथा फिर इसे 1960 में बढ़ाकर चौदह, 1978 में अठारह और 1986 में 26 (मुख्य न्यायाधीश सहित) कर दिया गया। 2008 के अधिनियम के तहत मुख्य न्यायाधीश के अतिरिक्त सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की कुल संख्या 30 रखने का प्रावधान किया गया। ध्यातव्य है कि सर्वोच्च न्यायालय (न्यायाधीशों की संख्या) संशोधन अधिनियम, 2019 के तहत मुख्य न्यायाधीश के अतिरिक्त न्यायाधीशों की संख्या को 30 से बढ़ाकर 33 कर दिया गया है। इस प्रकार वर्तमान में मुख्य न्यायाधीश सहित सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की कुल स्वीकृत संख्या 34 (33 + 1) है।

5. सर्वोच्च न्यायालय में एक मुख्य न्यायाधीश के अतिरिक्त कितने न्यायाधीश होते हैं? [Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2007]

Correct Answer: (c) ग्यारह न्यायाधीश
Solution:भारत में सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना भारतीय संविधान के अनु. 124 के तहत की गई है। अनुच्छेद 124 में न्यायाधीशों की संख्या का भी उल्लेख है। जब संविधान प्रारंभ हुआ तब उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीशों की संख्या मुख्य न्यायमूर्ति सहित कुल आठ थी। अनुच्छेद 124(1) के प्रावधान के तहत संसद ने उच्चतम न्यायालय (न्यायाधीशों की संख्या) अधिनियम, 1956 के द्वारा इस संख्या को ग्यारह कर दिया तथा फिर इसे 1960 में बढ़ाकर चौदह, 1978 में अठारह और 1986 में 26 (मुख्य न्यायाधीश सहित) कर दिया गया। 2008 के अधिनियम के तहत मुख्य न्यायाधीश के अतिरिक्त सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की कुल संख्या 30 रखने का प्रावधान किया गया। ध्यातव्य है कि सर्वोच्च न्यायालय (न्यायाधीशों की संख्या) संशोधन अधिनियम, 2019 के तहत मुख्य न्यायाधीश के अतिरिक्त न्यायाधीशों की संख्या को 30 से बढ़ाकर 33 कर दिया गया है। इस प्रकार वर्तमान में मुख्य न्यायाधीश सहित सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की कुल स्वीकृत संख्या 34 (33 + 1) है।

6. मंत्रिमंडल के फरवरी, 2008 में लिए गए एक निर्णय के अनुसार, सरकार उच्चतम न्यायालय में जजों की संख्या में वृद्धि करेगी। इस निर्णय के अंतर्गत, भारत के मुख्य न्यायाधीश को छोड़ कर उच्चतम न्यायालय में जजों की संख्या तब होगी - [U.P. Lower Sub. (Pre) 2004]

Correct Answer: (b) 30 न्यायाधीश
Solution:भारत में सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना भारतीय संविधान के अनु. 124 के तहत की गई है। अनुच्छेद 124 में न्यायाधीशों की संख्या का भी उल्लेख है। जब संविधान प्रारंभ हुआ तब उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीशों की संख्या मुख्य न्यायमूर्ति सहित कुल आठ थी। अनुच्छेद 124(1) के प्रावधान के तहत संसद ने उच्चतम न्यायालय (न्यायाधीशों की संख्या) अधिनियम, 1956 के द्वारा इस संख्या को ग्यारह कर दिया तथा फिर इसे 1960 में बढ़ाकर चौदह, 1978 में अठारह और 1986 में 26 (मुख्य न्यायाधीश सहित) कर दिया गया। 2008 के अधिनियम के तहत मुख्य न्यायाधीश के अतिरिक्त सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की कुल संख्या 30 रखने का प्रावधान किया गया। ध्यातव्य है कि सर्वोच्च न्यायालय (न्यायाधीशों की संख्या) संशोधन अधिनियम, 2019 के तहत मुख्य न्यायाधीश के अतिरिक्त न्यायाधीशों की संख्या को 30 से बढ़ाकर 33 कर दिया गया है। इस प्रकार वर्तमान में मुख्य न्यायाधीश सहित सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की कुल स्वीकृत संख्या 34 (33 + 1) है।

7. सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीश नियुक्त होने के लिए व्यक्ति को कम-से-कम कितने वर्ष उच्च न्यायालय का एडवोकेट होना चाहिए? [M.P.P.C.S. (Pre) 2002]

Correct Answer: (b) 10
Solution:संविधान के अनुच्छेद 124 के तहत उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति होती है। उच्चतम न्यायालय का प्रत्येक न्यायाधीश राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है। राष्ट्रपति उच्चतम न्यायालय या उच्च न्यायालयों में किसी भी न्यायाधीश की नियुक्ति भारत के मुख्य न्यायाधीश की राय के अनुरूप करेगा। अनुच्छेद 124 (3) के अनुसार, उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए-

1. वह भारत का नागरिक हो।

2. एक या अधिक उच्च न्यायालय का कम-से-कम 5 वर्ष तक न्यायाधीश रहा हो, या

3. एक या अधिक उच्च न्यायालय में कम-से-कम 10 वर्ष तक अधिवक्ता रहा हो, या

4. वह राष्ट्रपति की राय में पारंगत विधिवेत्ता हो।

8. भारतीय सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की नियुक्ति कौन करता है? [63rd B.P.S.C. (Pre) 2017]

Correct Answer: (b) राष्ट्रपति
Solution:संविधान के अनुच्छेद 124 के तहत उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति होती है। उच्चतम न्यायालय का प्रत्येक न्यायाधीश राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है। राष्ट्रपति उच्चतम न्यायालय या उच्च न्यायालयों में किसी भी न्यायाधीश की नियुक्ति भारत के मुख्य न्यायाधीश की राय के अनुरूप करेगा। अनुच्छेद 124 (3) के अनुसार, उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए-

1. वह भारत का नागरिक हो।

2. एक या अधिक उच्च न्यायालय का कम-से-कम 5 वर्ष तक न्यायाधीश रहा हो, या

3. एक या अधिक उच्च न्यायालय में कम-से-कम 10 वर्ष तक अधिवक्ता रहा हो, या

4. वह राष्ट्रपति की राय में पारंगत विधिवेत्ता हो।

9. सर्वोच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश का त्याग-पत्र संबोधित होता है- [U.P.P.C.S. (Pre) 2023 U.P.P.C.S. (Pre) 2014]

Correct Answer: (a) राष्ट्रपति को
Solution:भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 (2) के परंतुक के खंड (क) के अनुसार, सर्वोच्च न्यायालय का कोई न्यायाधीश, राष्ट्रपति को संबोधित अपने हस्ताक्षर सहित लेख (त्याग-पत्र) द्वारा अपना पद त्याग सकता है। राष्ट्रपति अपने हस्ताक्षर और मुद्रा सहित अधिपत्र (Warrant) द्वारा उच्चतम न्यायालय के प्रत्येक न्यायाधीश की नियुक्ति करता है।

10. सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश अपने पद से त्याग-पत्र किसको लिखकर दे सकता है? [64th B.P.S.C. (Pre) 2018]

Correct Answer: (a) राष्ट्रपति
Solution:भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 (2) के परंतुक के खंड (क) के अनुसार, सर्वोच्च न्यायालय का कोई न्यायाधीश, राष्ट्रपति को संबोधित अपने हस्ताक्षर सहित लेख (त्याग-पत्र) द्वारा अपना पद त्याग सकता है। राष्ट्रपति अपने हस्ताक्षर और मुद्रा सहित अधिपत्र (Warrant) द्वारा उच्चतम न्यायालय के प्रत्येक न्यायाधीश की नियुक्ति करता है।