Solution:सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान धरसाणा नमक गोदाम पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के धावे से पूर्व महात्मा गांधी को 5 मई, 1930 को गिरफ्तार कर यरवदा जेल भेज दिया गया। उनके स्थान पर अब्बास तैयबजी आंदोलन के नेता हुए।
उनकी भी गिरफ्तारी के बाद श्रीमती सरोजिनी नायडू ने 21 मई, 1930 को धरसाणा नमक गोदाम पर धावे का नेतृत्व किया। इस लोमहर्षक घटना का विवरण अमेरिकी पत्रकार वेब मिलर ने प्रस्तुत किया है।