सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रीलिम्स) परीक्षा, 2010 सामान्य अध्ययन (Part-I)

Total Questions: 70

1. भागवत सम्प्रदाय में भक्ति के रूपों की संख्या है-

Correct Answer: (c) 9
Solution:व्याख्या-नारदीय भक्ति सूत्र में 9 प्रकार की भक्ति का उल्लेख है। जिसे नवधाभक्ति कहते हैं। इसका श्लोक इस प्रकार है-श्रवणम् कीर्तिनम् विष्णो स्मरणम् पाद सेवनम् । अर्चनम् वन्दनम् दास्यम् साख्यात्म निवेदनम् ।। इस प्रकार विश्व उपासक इन 9 आसक्तियों के माध्यम से भागवत् भक्ति करते हैं। भागवत सम्प्रदाय में मोक्ष प्राप्ति के लिए नवधा भक्ति को मान्यता दी गई है।

2. बुद्ध, कौशाम्बी किसके राज्य-काल में आए थे?

Correct Answer: (b) उदयन
Solution:व्याख्या-गौतम बुद्ध कौशाम्बी उदयन के राज्य काल में आए थे। कौशाम्बी वत्स महाजनपद की राजधानी थी। बुद्ध ने अपने जीवन का सर्वाधिक उपदेश कोशल देश की राजधानी श्रावस्ती में दिए उन्होंने मगध को अपना प्रचार केन्द्र बनाया।

3. किस धर्म को राष्ट्रकूटों का संरक्षण प्राप्त था?

Correct Answer: (b) जैन धर्म
Solution:व्याख्या-राष्ट्रकूटों नें अपने शासन काल में जैन धर्म को संरक्षण प्रदान किया। इन्होंने हिन्दू धर्म के अतिरिक्त जैन धर्म को अपना राज्य धर्म बनाया। अमोघवर्ष प्रथम, इन्द्र चतुर्थ, कृष्ण द्वितीय तथा इन्द्र तृतीय जैन धर्म के समर्थक थे। अमोघवर्ष प्रथम के राजदरबार में प्रसिद्ध जैन विद्वान तथा 'आदिपुराण' के लेखक जिनसेन निवास करते थे।

4. 'शक-विजेता' किसे जाना जाता है?

Correct Answer: (c) चन्द्रगुप्त द्वितीय
Solution:व्याख्या-शक विजेता के रूप में चन्द्रगुप्त द्वितीय को माना जाता है। पश्चिमी तट पर निवास करने वाली शक जाति के विजय के उपरान्त चन्द्रगुप्त द्वितीय ने 'विक्रमादित्य' की उपाधि धारण की तथा भारतीय अनुश्रुतियों में उसे 'शकारि' के रूप में स्मरण किया जाता है। बाण ने भी चन्द्रगुप्त द्वितीय के शक विजय का उल्लेख किया है। अनुमान लगाया जाता है कि शकों के विरुद्ध उसका अभियान 388- 401 ई. के बीच हुआ होगा।

5. बेरोजगारों के सहायतार्थ, दिल्ली के निम्नलिखित सुल्तानों में से किसने 'रोजगार कार्यालय' की स्थापना की थी?

Correct Answer: (d) फिरोज शाह तुगलक ने
Solution:व्याख्या-बेरोजगारों के सहायतार्थ फिरोज तुगलक ने एक रोजगार- दफ्तर स्थापित किया जो बेकार व्यक्तियों को कार्य दिलाता था। उसने एक विभाग दीवान-ए-खैरात स्थापित किया जो मुसलमान अनाथ स्त्रियों और विधवाओं को आर्थिक सहायता देता था। दिल्ली के सुल्तानों में फिरोज शाह तुगलक पहला सुल्तान था जिसने इस्लाम के कानूनों और उलेमा वर्ग को राज्य के शासन में प्रधानता प्रदान की।

6. निम्नलिखित मध्ययुगीन शासकों में से कौन एक उच्च शिक्षित था?

Correct Answer: (d) शेरशाह
Solution:व्याख्या-शेरशाह शूरी मध्ययुगीन शासकों में उच्च शिक्षित था। शेरशाह शूरी ने जौनपुर में रहकर अरबी, फारसी, इतिहास पर विशेष अध्ययन किया। जौनपुर उस समय प्रसिद्ध शिक्षा का केन्द्र था, जो भारत में 'पूर्व के सिराज' के नाम से प्रसिद्ध था।

7. 'बेसनगर अभिलेख' का हेलियोडोरस कहाँ का निवासी था?

Correct Answer: (b) तक्षशिला
Solution:व्याख्या-'बेसनगर अभिलेख' का हेलियोडोरस तक्षशिला निवासी था। शुंग वंश के नवें शासक भागभद्र (भागवत) के शासन काल के 14वें वर्ष तक्षशिला के यवन शासक 'एण्टियालकीट्स' का राजदूत हेलियोडोरस विदिशा में वासुदेव के सम्मान में गरुण स्तम्भ स्थापित किया। शुंग काल में संस्कृत भाषा का पुनरुत्थान हुआ। इसके उत्थान में महर्षि पंतजलि का विशेष योगदान था। हेलियोडोरस का गरुण स्तम्भ हिन्दू धर्म से सम्बन्धित प्रथम प्रस्तर स्मारक है। इस काल में भागवत धर्म का उदय हुआ तथा वासुदेव विष्णु की उपासना प्रारम्भ हुई।

8. मध्यकालीन भारत के मुगल शासक वस्तुतः थे

Correct Answer: (c) चगताई तुर्क
Solution:व्याख्या-मध्यकालीन भारत के मुगल शासक चगताई वंश के थे क्योंकि बाबर पितृ पक्ष की ओर से तैमूर का पाँचवां वंशज तथा मातृ पक्ष की ओर से चंगेज खाँ का 14वाँ वंशज था इस प्रकार उसमें तुर्की एवं मंगोलों के रक्त का सम्मिश्रण था। बाबर ने जिस नवीन वंश की नींव डाली वह तुर्की नस्ल का 'चुग्ताई तुर्क वंश' था। इस वंश का नाम चंगेज खां के द्वितीय पुत्र के नाम पर पड़ा था।

9. मुगल मनसबदारी व्यवस्था के सन्दर्भ में निम्न कथनों पर विचार कीजिए :

1. 'जात' एवं 'सवार' पद प्रदान किए जाते थे।

2. मनसबदार आनुवांशिक अधिकारी होते थे।

3. मनसबदारों के तीन वर्ग थे।

4. दीवान कार्यालय द्वारा इनको वेतन दिया जाता था।

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए :

Correct Answer: (c) 1 एवं 3
Solution:व्याख्या-अकबर के शासन काल में मनसबदारी व्यवस्था के अन्तर्गत 'जात' एवं 'सवार' नामक द्वैध मनसब प्रथा को प्रारम्भ किया गया। जात शब्द से व्यक्ति के वेतन तथा पद की स्थिति का बोध होता था। जबकि सवार शब्द से 'घुड़सवार दस्ते' की संख्या का बोध होता था। मनसबदारी पद आनुवांशिक नहीं होता था। मनसबदार की मृत्यु या पदच्युति के बाद यह स्वतः समाप्त हो जाता था। मनसबदारों को नकद या जागीर के रूप में वेतन मिलता था इनके वेतन का कार्यालय 'मीरबक्शी' के अधीन होता था।

10. किस मुगल बादशाह ने बलबन द्वारा प्रारम्भ किया गया, दरबारी रिवाज 'सिजदा' समाप्त कर दिया था?

Correct Answer: (c) शाहजहाँ
Solution:व्याख्या-शाहजहाँ अपने शासनकाल के प्रारम्भिक वर्षों में इस्लाम का पक्ष लिया किन्तु कालान्तर में दाराशिकोह और जहाँआरा के प्रभाव के कारण सहिष्णु बन गया था। शाहजहाँ ने 1636-37 में 'सिजदा' एवं 'पाबोस' प्रथा को समाप्त कर दिया तथा उसके स्थान पर 'चहार- तस्लीम' की प्रथा शुरू करवायी तथा पगड़ी में बादशाह की तस्वीर पहनने की मनाही कर दी।