Correct Answer: (b) ढोला-मारू
Solution:बिरहा, कजरी तथा रसिया, उत्तर प्रदेश के लोकगीत हैं, जबकि ढोला-मारू राजस्थान का लोक गीत है। राजस्थान से सटे क्षेत्र आगरा जिला तथा मेरठ में भी यह लोकगीत देखने को मिलता है। बिरहा, पूर्वाचल की प्रसिद्ध लोक गायन परंपरा है, जिसमें गायक द्वारा भोजपुरी भाषा में स्थानीय क्षेत्र में घटी किसी घटना का वृत्तांत गीत रूप में गाया जाता है। रसिया, ब्रजभूमि की प्रसिद्ध लोक गायन परंपरा है, जबकि कजरी, सावन के महीने में गाया जाने वाला पूर्वाचल क्षेत्र का मधुर लोक गीत है, जिसे मुख्यतः महिलाओं द्वारा गाया जाता है।