Correct Answer: (c) राजा राममोहन राय
Solution:राजा राममोहन राय (1772-1833 ई.) ने 20 अगस्त, 1828 को 'ब्रह्म सभा' नाम से एक नए समाज की स्थापना की, जिसे आगे चलकर 'ब्रह्म समाज' के नाम से जाना गया। इस समाज ने मूर्ति पूजा का विरोध किया और एक ब्रह्म की पूजा का उपदेश दिया। ब्रह्म समाज ने रंग, वर्ण अथवा मत पर विचार किए बिना मानवमात्र के प्रति प्रेम तथा जीवन की उच्चतम विधि के रूप में मानवता की सेवा पर बल दिया। इंग्लैंड के ब्रिस्टल में 27 सितंबर, 1833 को राजा राममोहन राय की मृत्यु हो गई, जहां उनकी समाधि स्थापित है। इस संस्था में नया जीवन फूंकने और इसे एक आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाने का श्रेय महर्षि देवेंद्रनाथ टैगोर को जाता है।