Correct Answer: (b) पंडिता रमाबाई
Solution:1889 में 'पंडिता रमाबाई' ने पुणे में मुक्ति मिशन की स्थापना की, जो उन युवा विधवाओं के लिए एक शरणस्थली थी, जिन्हें उनके परिवारों द्वारा छोड़ दिया गया था और उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया था। उन्होंने शारदा सदन की भी स्थापना की, जिसने विधवाओं, अनाथों और दृष्टिबाधित लोगों को आश्रय, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया।