सिख संप्रदाय (UPPCS)

Total Questions: 20

1. गुरु नानक ने अपना उत्तराधिकारी किसे नियुक्त किया था? [M.P.P.C.S. (Pre) 2015]

Correct Answer: (d) गुरु अंगद
Solution:गुरु नानक का जन्म 1469 ई. में तलवंडी (वर्तमान पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के ननकाना साहिब जिले में) में हुआ था। ये सिक्खों के पहले गुरु थे। इन्होंने नानक पंथ चलाया। अपने शिष्य भाई लहना को उन्होंने अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया। भाई लहना, गुरु अंगद के नाम से सिक्खों के दूसरे गुरु बने।

2. निम्नलिखित में से किसे गुरु नानक ने अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था? [U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2021]

Correct Answer: (b) लहना
Solution:गुरु नानक का जन्म 1469 ई. में तलवंडी (वर्तमान पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के ननकाना साहिब जिले में) में हुआ था। ये सिक्खों के पहले गुरु थे। इन्होंने नानक पंथ चलाया। अपने शिष्य भाई लहना को उन्होंने अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया। भाई लहना, गुरु अंगद के नाम से सिक्खों के दूसरे गुरु बने।

3. निम्नलिखित में से किस सिख गुरु ने 'गुरुमुखी' प्रारंभ की ? [U.P.P.C.S. (Mains) 2017]

Correct Answer: (d) गुरु अंगद
Solution:सिखों के दूसरे गुरु अंगद ने 'गुरुमुखी' लिपि को प्रारंभ किया था। अतः इन्हें गुरुमुखी लिपि का जनक कहा जाता है।

4. पंजाब में अमृतसर नगर को स्थापित किया था- [U.P. P.C.S. (Pre) 1996]

Correct Answer: (d) गुरु रामदास ने
Solution:चौथे गुरु रामदास के समय में मुगल बादशाह अकबर ने उनकी पत्नी बीबी भानी को 500 बीघा भूमि दान दी, जिसमें एक प्राकृतिक तालाब भी था। अकबर द्वारा प्रदान की गई इस भूमि पर अमृतसर का शहर बना। पहले उस शहर का नाम रामदासपुर रखा गया; परंतु बाद में वहां खुदे हुए तालाब के नाम पर उसका नाम 'अमृतसर' पड़ गया।

5. किस सिख गुरु को अकबर ने 500 बीघा जमीन दी थी? [Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Mains) 2007]

Correct Answer: (b) रामदास
Solution:सिक्खों के चौथे गुरु रामदास की पत्नी बीबी भानी को मुगल बादशाह अकबर ने 500 बीघा भूमि दी थी. जिस पर अमृतसर शहर की स्थापना की गई थी। अतः इसका निकटतम उत्तर विकल्प (b) होगा।

6. निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म सही सुमेलित है? [I.A.S. (Pre) 1996]

Correct Answer: (b) गुरु अर्जुन देव - आदि ग्रंथ
Solution:सिक्खों के पांचवें गुरु अर्जुन देव ने 1604 ई. में सिक्खों के पवित्र ग्रंथ 'आदि ग्रंथ' का संकलन किया। गुरु अमरदास ने धार्मिक साम्राज्य को 22 मनजियों (गद्दियों) अथवा भागों में बांटा था। प्रत्येक मनजी एक सिख के अधिकार में रखा गया। दल-खालसा की स्थापना कर्पूर सिंह ने की थी। 'मीरी' और 'पीरी' (क्रमशः सांसारिक और आध्यात्मिक प्रभुत्व के पूरक) गुरु हरगोविंद से संबंधित हैं।

7. किस सिख गुरु ने विद्रोही राजकुमार खुसरो की सहायता धन एवं आशीर्वाद से की थी? [U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2001]

Correct Answer: (c) गुरु अर्जुन देव ने
Solution:मुगल बादशाह जहांगीर के शहजादे खुसरो ने 1606 ई. में विद्रोह किया। वह भागकर पंजाब गया, जहां गुरु अर्जुन देव ने उसे आशीर्वाद दिया और संभवतः कुछ आर्थिक सहायता भी दी। जहांगीर इस घटना से गुरु से अप्रसन्न हो गया, उसने गुरु पर जुर्माना लगा दिया, जिसे देने से इनकार करने पर गुरु को बंदी बना लिया गया और बंदीगृह में कठोर यातनाएं देने के बाद उन्हें मृत्युदंड दे दिया गया ।

8. आदि ग्रंथ अथवा गुरु ग्रंथ साहिब का संकलन निम्नांकित में से किसने किया था? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2004 & Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2005 & Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2002]

Correct Answer: (d) गुरु अर्जुन देव
Solution:'आदि ग्रंथ' अथवा 'गुरु ग्रंथ साहिब' का संकलन मूलतः सिख धर्म के 5वें गुरु अर्जुन देव (1581-1606 ई.) द्वारा कराया गया था। सिख संप्रदाय के इस पवित्र ग्रंथ में सिक्खों के छः गुरुओं, अनेक हिंदू भक्तों तथा कबीर, बाबा फरीद, नामदेव और रैदास आदि की रचनाएं एवं उपदेश समाहित हैं। 'आदि ग्रंथ' में सबसे पहले की रचनाओं में बंगाल के वैष्णव कवि जयदेव की रचनाएं हैं और अंतिम रचनाएं सिख गुरु तेग बहादुर की हैं।

9. निम्नलिखित में से किन सिख गुरुओं को तत्कालीन शासकों द्वारा मृत्युदंड दिया गया था? [U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2002]

1. गुरु अंगद                2. गुरु अर्जुन देव

3. गुरु हरगोविंद         4. गुरु तेग बहादुर

सही उत्तर का चयन निम्नांकित कूट से कीजिए-

कूट :

Correct Answer: (a) 2 तथा 4
Solution:गुरु अर्जुन देव तथा गुरु तेग बहादुर को तत्कालीन शासकों क्रमशः जहांगीर और औरंगजेब द्वारा मृत्युदंड दिया गया था।

(i) गुरु अर्जुन देव (1581-1606 ई.) सिक्खों के पांचवें गुरु थे। जहांगीर से विद्रोह कर, उसका पुत्र शहजादा खुसरो आगरा से भाग कर अफगानिस्तान की ओर जा रहा था। रास्ते में तरनतारन नामक स्थान पर उसने गुरु अर्जुन से भेंट की। गुरु ने उसे यथाशक्ति पूरी सहायता दी, जिससे जहांगीर रुष्ट हो गया और 1606 ई. में षड्यंत्र का आरोप लगाकर उसने उन्हें मृत्युदंड दे दिया।

(ii) गुरु तेग बहादुर (1664-1675 ई.) सिक्खों के नवें गुरु थे। औरंगजेब से शत्रुता इन्हें विरासत में मिली थी। औरंगजेब ने इनके साथ जो व्यवहार किया, उसके कई कारण बताए जाते हैं। बनर्जी के अनुसार, "गुरु की हत्या राजनैतिक कारणों से नहीं अपितु धार्मिक कारणों से हुई।" औरंगजेब की बहुचर्चित कठमुल्लावादी विचारधारा और धार्मिक कट्टरपन को सिक्खों की बगावत का एक कारण माना जाता है। 1675 ई. में औरंगजेब द्वारा गुरु तेग बहादुर को मृत्युदंड इसी कारण से दिया गया था।

10. किस सिख गुरु की मृत्यु के लिए औरंगजेब जिम्मेदार है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2004 & Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2005]

Correct Answer: (b) गुरु तेग बहादुर
Solution:गुरु अर्जुन देव तथा गुरु तेग बहादुर को तत्कालीन शासकों क्रमशः जहांगीर और औरंगजेब द्वारा मृत्युदंड दिया गया था।

(i) गुरु अर्जुन देव (1581-1606 ई.) सिक्खों के पांचवें गुरु थे। जहांगीर से विद्रोह कर, उसका पुत्र शहजादा खुसरो आगरा से भाग कर अफगानिस्तान की ओर जा रहा था। रास्ते में तरनतारन नामक स्थान पर उसने गुरु अर्जुन से भेंट की। गुरु ने उसे यथाशक्ति पूरी सहायता दी, जिससे जहांगीर रुष्ट हो गया और 1606 ई. में षड्यंत्र का आरोप लगाकर उसने उन्हें मृत्युदंड दे दिया।

(ii) गुरु तेग बहादुर (1664-1675 ई.) सिक्खों के नवें गुरु थे। औरंगजेब से शत्रुता इन्हें विरासत में मिली थी। औरंगजेब ने इनके साथ जो व्यवहार किया, उसके कई कारण बताए जाते हैं। बनर्जी के अनुसार, "गुरु की हत्या राजनैतिक कारणों से नहीं अपितु धार्मिक कारणों से हुई।" औरंगजेब की बहुचर्चित कठमुल्लावादी विचारधारा और धार्मिक कट्टरपन को सिक्खों की बगावत का एक कारण माना जाता है। 1675 ई. में औरंगजेब द्वारा गुरु तेग बहादुर को मृत्युदंड इसी कारण से दिया गया था।