हर्ष और उसका काल

Total Questions: 15

1. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-

1. हर्ष के बड़े भाई का नाम राज्यवर्धन था।

2. हर्ष सोलह वर्ष की आयु में सिंहासन पर बैठा। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

Correct Answer: (d) 1 और 2 दोनों
Solution:हर्ष के बड़े भाई का नाम राज्यवर्धन था, राज्यवर्धन की मृत्यु के बाद हर्षवर्धन जिसे 'शीलादित्य' भी कहा जाता है, सोलह वर्ष की आयु में पुष्यभूति वंश के सिंहासन पर बैठा और 41 वर्षों तक शासन किया।

2. हर्ष ने अपनी राजधानी थानेश्वर से हटाकर कहां स्थापित की थी ?

Correct Answer: (a) कन्नौज
Solution:हर्ष अपनी राजधानी थानेश्वर से हटाकर कन्नौज ले गया, क्योंकि कन्नौज उसके राज्य के मध्य में स्थित था तथा रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थान था।

3. 'बोधगया' में 'बोधिवृक्ष' को किस शासक ने कटवाया था?

Correct Answer: (b) शशांक
Solution:शशांक गौड़ का शैव शासक था उसने 'बोधगया में 'बोधिवृक्ष' को कटवाया था।

4. निम्नलिखित में से किस अभिलेख में उल्लेख है कि हर्ष को बादामी के राजा पुलिकेशिन द्वितीय ने हराया था?

Correct Answer: (a) ऐहोल शिलालेख
Solution:पुलिकेशिन द्वितीय आधुनिक कर्नाटक और महाराष्ट्र के बड़े भू- भाग पर शासन करता था। ऐहोल के शिलालेख में यह उल्लेख है कि हर्ष को बादामी के चालुक्य राजा, पुलिकेशिन द्वितीय से हार का सामना करना पड़ा।

5. निम्नलिखित में से कौन-सी कृति हर्ष की नहीं हैं?

Correct Answer: (d) हर्षचरित
Solution:हर्ष महान सम्राट के साथ-साथ न केवल विद्या का संरक्षक था, बल्कि स्वयं भी एक सुयोग्य लेखक था। हर्ष द्वारा लिखे गए तीन संस्कृत नाटक नागानंद, रत्नावली और प्रियदर्शिका थे।

6. ह्वेनसांग ने हर्ष के शासनकाल की किन दो सर्वाधिक प्रसिद्ध घटनाओं का वर्णन किया है?'

1. कन्नौज में आयोजित सभा

2. प्रयाग में आयोजित सभा

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

Correct Answer: (c) 1 और 2 दोनों
Solution:ह्वेनसांग ने हर्ष के शासनकाल की दो सर्वाधिक प्रसिद्ध घटनाओं- (1) कन्नौज में आयोजित सभा (2) प्रयाग में आयोजित सभा का उल्लेख किया है। हालांकि, कन्नौज की सभा ह्वेनसांग के सम्मान में आयोजित की गई थी, जिसके लिए राजा के मन में बहुत स्नेह और आदर था।

7. चीनी यात्री ह्वेनसांग के अनुसार हर्ष की राजकीय आय कितने भागों में बांटी जाती थी?

Correct Answer: (b) चार
Solution:चीनी यात्री ह्वेनसांग के अनुसार हर्ष की राजकीय आय चार भागों में बांटी जाती थी- पहला भाग - राज्य के खर्च के लिए दूसरा भाग - विद्वानों के लिए तीसरा भाग - पदाधिकारियों और...... बंदोबस्त के लिए चौथा भाग - धार्मिक कार्यों के लिए

8. हर्ष के समय बौद्ध लोग कितने संप्रदायों में विभक्त थे?

Correct Answer: (d) अठारह
Solution:हर्ष के समय बौद्ध लोग अट्ठारह संप्रदायों में बंटे हुए थे। बौद्ध धर्म के पुराने केंद्र दुर्दिन झेल रहे थे, जिसमें सबसे विख्यात केंद्र नालंदा का विहार था।

9. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-

1. हर्ष की धार्मिक नीति सहिष्णु थी।

2. वह आरंभिक जीवन में शैव था।

3. हर्ष ने 'वज्रयान' के सिद्धांतों के प्रचार के लिए कन्नौज में विशाल सम्मेलन आयोजित कराया।

उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?

Correct Answer: (c) (1) और (2)
Solution:हर्ष की धार्मिक नीति सहिष्णु थी, वह आरंभिक जीवन में शैव था, पर धीरे-धीरे बौद्ध धर्म का महान संपोषक हो गया। उसने बौद्ध की हैसियत से महायान के सिद्धांतों के प्रचार के लिए कन्नौज में विशाल सम्मेलन आयोजित कराया।

10. हर्ष ने अपने संपूर्ण जीवनकाल में प्रयाग में आयोजित कितनी सभाओं में भाग लिया?

Correct Answer: (c) छः
Solution:हर्ष ने अपने जीवनकाल में प्रयाग में आयोजित होने वाली छः सभाओं (दान-सत्रों) में भाग लिया और अपना सब कुछ दान दे दिया। वह पांच वर्षों में जितनी संपत्ति अर्जित करता, उसे पांचवें वर्ष दान-सत्र में दान कर देता था। यह दान-सत्र तीन महीने तक चलता था।