हिन्दी भाषा एवं उसकी बोलियाँः उत्पत्ति एवं विकास – PART-2

Total Questions: 50

41. 'ग्वालियर' की बोली है- [P.G.T. परीक्षा, 2004]

Correct Answer: (a) बुन्देली
Solution:बुन्देली, बुन्देलखण्ड की बोली है। झाँसी, जालौन, हमीरपुर और ग्वालियर जिले के पूर्वी क्षेत्रों में यह बोली जाती है। मध्य प्रदेश के दमोह, सागर, सिवनी, नरसिंहपुर जिलों की भी बोली बुन्देली ही है। छिन्दवाड़ा और होशंगाबाद तक के कुछ हिस्सों में यह बोली जाती है। ब्रजभाषा, कन्नौजी और बुन्देली आपस में एक-दूसरे से बहुत कुछ मिलती-जुलती हैं।

42. झाँसी, जालौन, हमीरपुर में कौन-सी बोली प्रचलित है? [U.P.P.S.C. (एल.टी. ग्रेड) परीक्षा, 2018]

Correct Answer: (a) बुन्देली
Solution:झाँसी, जालौन, हमीरपुर (उ.प्र.) में बुन्देली बोली प्रचलित है, जो पश्चिमी हिन्दी की बोली है। इसका विकास शौरसेनी अपभ्रंश से हुआ है। बुन्देली में लोकसाहित्य काफ़ी है, जिसमें 'ईसुरी के फाग' बड़े प्रसिद्ध हैं।

43. 'पँवारी' इनमें से किस बोली से सम्बन्धित है? [G.I.C. (प्रवक्ता) परीक्षा, 2017]

Correct Answer: (c) बुन्देली
Solution:बुन्देली हिन्दी भाषा की एक बोली है, जबकि पँवारी, भदावरी, राठौरी इत्यादि इसकी उपबोलियाँ हैं।

44. बुन्देली का विकास किस अपभ्रंश से हुआ है? [उत्तराखण्ड P.G.T. (परीक्षा)-2020]

Correct Answer: (b) शौरसेनी
Solution:'बुन्देली' पश्चिमी हिन्दी वर्ग की बोली है, जिसका विकास शौरसेनी अपभ्रंश से हुआ है।

45. कन्नौजी' हिन्दी की किस उपभाषा की एक बोली है? [P.G.T. परीक्षा, 2011]

Correct Answer: (b) पश्चिमी हिन्दी
Solution:'कन्नौजी' पश्चिमी हिन्दी की बोली है, जिसका विकास 'शौरसेनी अपभ्रंश' से हुआ है, जबकि मगही, मैथिली 'बिहारी हिन्दी' की तथा अवधी पूर्वी हिन्दी की बोली है। कन्नौजी, पश्चिमी हिन्दी की बोली है। इस बोली के क्षेत्र-इटावा, फर्रुखाबाद, शाहजहाँपुर, कानपुर, हरदोई तथा पीलीभीत हैं। कन्नौजी व ब्रजभाषा में काफी समानता है।

46. 'राँघड़ी' बोली कहाँ बोली जाती है? [UPSI Exam, 19-दिसम्बर, 2017 (प्रथम पाली)]

Correct Answer: (d) हरियाणा
Solution:'रॉघड़ी' बोली हरियाणा राज्य की बोली है। सामान्यतः हरियाणा में बोली जाने वाली बोली को 'हरियाणवी' कहते हैं। 'हरियाणवी' को 'बाँगरू या जादू' भी कहते हैं। हरियाणवी बोली का विकास 'शौरसेनी अपभ्रंश' से हुआ है।

47. बाँगरू किस उपभाषा वर्ग की बोली है? [T.G.T. परीक्षा, 2002]

Correct Answer: (a) पश्चिमी हिन्दी
Solution:'बाँगरू' पश्चिमी हिन्दी उपभाषा वर्ग की बोली के अन्तर्गत आती है। बाँगरू को हरियाणी अथवा हरियाणवी भी कहते हैं। बाँगरु (शुष्क, उच्च भूमि) भू-भाग के कारण यहाँ की बोली का नाम बाँगरू पड़ा। इसका विकास पश्चिमोत्तर 'शौरसेनी अपभ्रंश' से हुआ है। करनाल, रोहतक, दिल्ली तथा हिसार इसके अन्तर्गत आते हैं।

48. हरियाणवी या बाँगरू बोली किस अपभ्रंश से विकसित हुई है। [P.G.T. परीक्षा, 2003]

Correct Answer: (a) पश्चिमोत्तरी शौरसेनी अपभ्रंश
Solution:'बाँगरू' पश्चिमी हिन्दी उपभाषा वर्ग की बोली के अन्तर्गत आती है। बाँगरू को हरियाणी अथवा हरियाणवी भी कहते हैं। बाँगरु (शुष्क, उच्च भूमि) भू-भाग के कारण यहाँ की बोली का नाम बाँगरू पड़ा। इसका विकास पश्चिमोत्तर 'शौरसेनी अपभ्रंश' से हुआ है। करनाल, रोहतक, दिल्ली तथा हिसार इसके अन्तर्गत आते हैं।

49. निम्नलिखित में से असत्य कथन चुनिए- [U.P.P.S.C. (एल.टी. ग्रेड) परीक्षा, 2018]

Correct Answer: (d) राजस्थानी उपभाषा का विकास पैशाची अपभ्रंश से हुआ है।
Solution:राजस्थानी उपभाषा का विकास 'शौरसेनी अपभ्रंश' से हुआ है न कि पैशाची अपभ्रंश से। शेष कथन सत्य हैं।

50. जयपुरी का स्थानीय नाम है- [UPSSSC विधानभवन रक्षक एवं वन रक्षक परीक्षा, 2016 (II)]

Correct Answer: (c) ढूँढाड़ी
Solution:

जयपुरी बोली का स्थानीय नाम ढूँढाड़ी है। ढूँढाड़ी, मारवाड़ी, मेवाड़ी, हाड़ौती, मेवाती, मालवी, तथा बागड़ी आदि बोलियाँ राजस्थानी हिन्दी के अन्तर्गत आती हैं।