हिन्दी साहित्य का इतिहास (Part-3)

Total Questions: 50

31. इंशाअल्ला खाँ द्वारा रचित 'रानी केतकी की कहानी' का दूसरा नाम है [N.V.S. (प्रवक्ता) परीक्षा, 2019 (I)]

Correct Answer: (b) उदयभान चरित
Solution:इंशाअल्ला खाँ द्वारा रचित रानी केतकी की कहानी को 'उदयभान चरित' नाम से भी जाना जाता है।

32. सुखसागर' की रचना किसने की? [T.G.T. परीक्षा, 2009]

Correct Answer: (d) सदासुख लाल
Solution:सुखसागर नाम ग्रन्थ के रचनाकार सदासुख लाल हैं।

33. 'सुखसागर' का विषय है- [दिल्ली केन्द्रीय विद्यालय (P.G.T.) परीक्षा, 2015]

Correct Answer: (c) विष्णु पुराण के उपदेशात्मक प्रसंग
Solution:डॉ. नगेन्द्र अपनी पुस्तक 'हिन्दी साहित्य का इतिहास' में लिखते हैं कि मुंशी सदासुख लाल निसार (नियाज नहीं), जिनके नाम से 'सुखसागर' शीर्षक ग्रन्थ का उल्लेख प्रायः सभी इतिहास पुस्तकों में किया गया है, 'सुखसागर' शीर्षक किसी ग्रन्थ के रचयिता नहीं हैं, अपितु 'सुखसागर' इनका उपनाम था। 'विष्णु पुराण' या 'भागवत' का मुंशी जी ने पद्यानुवाद किया था। इनकी अन्य दो गद्य-रचनाएँ अवश्य प्राप्त हैं- 'सुरासुर-निर्णय' (निबन्धात्मक रचना, सज्जन-दुर्जन का विवेचन) और 'वार्तिक' (बाबा दयालुदास के ध्रुवपदों का भाष्य)।

34. भाषा योगवाशिष्ठ' के लेखक हैं- [T.G.T. पुनर्परीक्षा, 2004, P.G.T. परीक्षा, 2009]

Correct Answer: (c) रामप्रसाद निरंजनी
Solution:'भाषा योगवाशिष्ठ' के लेखक रामप्रसाद निरंजनी हैं। यह ग्रन्थ वि. संवत् 1798 में लिखा गया। इसे रामचन्द्र शुक्ल ने खड़ी बोली में लिखा गया बहुत साफ-सुथरा ग्रन्थ बताया है।

अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य

  • अब तक पाई गई पुस्तकों में 'भाषा योगवाशिष्ठ' सबसे पुरानी है, जिसमें गद्य अपने परिष्कृत रूप में दिखाई पड़ता है।
  • इसे रामचन्द्र शुक्ल ने खड़ी बोली का प्रथम ग्रन्थ माना है। इसकी भाषा गुरुमुखी लिपि से मिलती-जुलती है।

35. खड़ी बोली की पहली रचना है? [T.G.T. परीक्षा, 2011]

Correct Answer: (b) नासिकेतोपाख्यान
Solution:केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय ने अपनी वेबसाइट पर 'हिन्दी का उद्भव' शीर्षक के अन्तर्गत खड़ी बोली गद्य की पहली पुस्तक 1623 ई. में जटमल कृत 'गोरा बादल की कथा' का उल्लेख किया है। केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय के अनुसार, आधुनिक प्रथम गद्यकारों में सदल मिश्र एवं लल्लू लाल दोनों शामिल हैं, जो फोर्ट विलियम कॉलेज कलकत्ता में एक साथ गए। वहाँ सदल मिश्र ने 1803 ई. में नासिकेतोपाख्यान की रचना की तथा 1805 ई. में लल्लू लाल प्रणीत 'प्रेम सागर' (श्रीमद्भागवत् पुराण के दशम-स्कन्ध का खड़ी बोली गद्य रूपान्तर) का प्रकाशन हुआ। अतः आधुनिक गद्यकारों में नासिकेतोपाख्यान खड़ी बोली की पहली रचना है। उ. प्र. माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने अपनी प्रारम्भिक उत्तर-कुंजी में इस प्रश्न का उत्तर विकल्प (a) माना था, किन्तु संशोधित उत्तर-कुंजी में विकल्प (b) को सही माना है।

36. 'खड़ी बोली' में जो 'खड़ी' शब्द है, उसका सर्वप्रथम प्रयोग किसने किया था? [डायट (प्रवक्ता) परीक्षा, 2014]

Correct Answer: (a) सदल मिश्र
Solution:नरेन्द्र कोहली ने अपनी पुस्तक 'व्यंग्य गाथा' में लिखा है कि पं. लल्लू लाल जी ने खड़ी बोली में गद्य का लेखन किया। फोर्ट विलियम कॉलेज में ही खड़ी बोली का नामकरण हुआ। खड़ी बोली के नामकरण का श्रेय गिलक्राइस्ट एवं सदल मिश्र को दिया जाता है। 1803 ई. में खड़ी बोली का प्रयोग भाषा के रूप में पहली बार हुआ।

37. खड़ी बोली' का पहला प्रयोग किसके द्वारा किया गया है? [G.I.C. (प्रवक्ता) परीक्षा, 2012]

Correct Answer: (c) जॉन गिलक्राइस्ट
Solution:नरेन्द्र कोहली ने अपनी पुस्तक 'व्यंग्य गाथा' में लिखा है कि पं. लल्लू लाल जी ने खड़ी बोली में गद्य का लेखन किया। फोर्ट विलियम कॉलेज में ही खड़ी बोली का नामकरण हुआ। खड़ी बोली के नामकरण का श्रेय गिलक्राइस्ट एवं सदल मिश्र को दिया जाता है। 1803 ई. में खड़ी बोली का प्रयोग भाषा के रूप में पहली बार हुआ।

38. आधुनिक हिन्दी साहित्य के इतिहास में 'राजा द्वय' के नाम से विख्यात दो रचनाकार हैं- [T.G.T. परीक्षा, 2001]

Correct Answer: (c) राजा लक्ष्मण सिंह और राजा शिवप्रसाद 'सितारे हिन्द'
Solution:आधुनिक हिन्दी साहित्य के इतिहास में 'राजा द्वय' के नाम से 'राजा लक्ष्मण सिंह और राजा शिवप्रसाद 'सितारे हिन्द' प्रसिद्ध हैं। फारसी पढ़े-लिखे लोगों ने जनभाषा को फारसी शब्दों से बोझिल कर दिया। इस खेमे का नेतृत्व कर रहे थे राजा शिवप्रसाद 'सितारे हिन्द। इसकी प्रतिक्रिया में कुछ लोगों ने भाषा में संस्कृत शब्दों की भरमार कर दी। इस वर्ग के नेता थे राजा लक्ष्मण सिंह। 'राजा द्वय' की प्रतिद्वन्द्विता भारतेन्दु के उदय काल तक चलती रही।

39. राहुल सांकृत्यायन ने लेखन के लिए निम्नलिखित में से किस विधा को विशेष रूप से पसन्द किया है? [V.D.O. परीक्षा, 2023]

Correct Answer: (b) यात्रावृत्त
Solution:राहुल सांकृत्यायन यायावरी प्रकृति के लेखक रहे। उन्होंने अपने लेखन की विषय-वस्तुओं के लिए 'यात्रावृत्त' विधा को विशेष रूप से पसन्द किया। 'अथातो घुमक्कड़ जिज्ञासा' राहुल सांकृत्यायन की रचना है।

40. निम्नलिखित में से कौन-सी कहानी प्रेमचन्द द्वारा रचित नहीं है? [V.D.O. परीक्षा, 2023]

Correct Answer: (c) ताई
Solution:'ताई' नामक कहानी के रचनाकार "विश्वम्भर नाथ शर्मा 'कौशिक' जी हैं। अन्य विकल्पों में उधृत कहानी के रचनाकार मुंशी प्रेमचन्द जी हैं। प्रेमचन्द की सभी कहानियों को 'मानसरोवर' (कथा संग्रह) नामक ग्रन्थ में संकलित कर दिया गया है।