हीनताजन्य, असंक्रामक व अन्य रोग (Part – II)

Total Questions: 50

31. पीलिया से दुष्प्रभावित होता है- [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2006]

Correct Answer: (c) यकृत
Solution:पीलिया (Jaundice) एक घातक रोग है, जिसमें यकृत (Liver) प्रभावित होता है। इस रोग में यकृत कोशिकाएं रुधिर से बिलिरुबिन (Bilirubin) को ग्रहण नहीं कर पाती है। अतः पीला बिलिरुबिन रुधिर में ही रहकर पूरे शरीर में फैल जाता है तथा इसमें त्वचा एवं नेत्र पीले पड़ जाते हैं। उपयुक्त उपचार के अभाव में रोगी की मृत्यु हो सकती है।

32. कौन-सी बीमारी सबसे कम संक्रामक है? [M.P.P.C.S. (Pre) 1992]

Correct Answer: (d) पीलिया
Solution:प्रश्नगत बीमारियों में मम्स, कालरा एवं तपेदिक संक्रामक रोग हैं, जबकि पीलिया अपने आप में एक संक्रामक रोग नहीं है। पीलिया रोग (Jaundice) में त्वचा एवं नेत्र पीली पड़ जाती है, मूत्र पीला-हरा-सा एवं मल भूरा हो जाता है।

33. मुर्गियों में रिकेट्स रोग किस विटामिन की कमी के कारण होता है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2006]

Correct Answer: (a) विटामिन D
Solution:विटामिन D प्रायः सभी प्राणियों की हड्डियों के लिए उपयोगी है, जिसकी कमी से रिकेट्स रोग होता है। यह रोग मुर्गियों में ही नहीं मनुष्यों में भी होता है। विटामिन D प्रायः दूध, अंडों तथा सूरज की किरणों से प्राप्त किया जा सकता है।

34. 'मैडकाऊ' रोग का कारक है: [U.P. Lower Sub. (Pre) 2009]

Correct Answer: (d) प्रायॉन्स
Solution:मैडकाऊ रोग मवेशियों के मस्तिष्क को प्रभावित करने वाला एक घातक रोग है। मस्तिष्क में उपस्थित प्रॉयन (Prion) नामक विकृत प्रोटीन इस रोग का कारक है।

35. ब्राइट्स रोग शरीर के किस भाग को प्रभावित करता है? [U.P. P.C.S. (Pre) 1991]

Correct Answer: (a) गुर्दा
Solution:ब्राइट्स रोग (Bright's Disease) को यूरेमिया (Uremia) भी कहते है तथा यह शरीर में गुर्दे या वृक्क (Kidney) को प्रभावित करता है। इस रोग में वृक्कों की कार्यिकी (Physiology) गड़बड़ हो जाती है. जिसके परिणामस्वरूप रुधिर में यूरिया (Urea) की मात्रा बढ़ जाती है।

36. फुफ्फुसधूलिमयता (न्यूमोकोनिओसिस) से वे श्रमिक रोगग्रस्त होते है, जो मुख्यतः कार्यरत हैं- [I.A.S. (Pre) 2005]

Correct Answer: (b) कोयला खनन उद्योग में
Solution:फुफ्फुसधूलिमयता (न्यूमोकोनिओसिस) से वे श्रमिक रोगग्रस्त होते हैं, जो मुख्यतः कोयला खनन उद्योग में कार्यरत हैं। इसमें श्रमिकों के फेफड़े (Lungs) प्रभावित होते हैं तथा सांस लेने में तकलीफ होती है।

37. रक्त ग्लूकोज स्तर सामान्यतः व्यक्त किया जाता है- [I.A.S. (Pre) 2000 U.P.P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (b) मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर में
Solution:रक्त ग्लूकोज या शर्करा का स्तर मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर में व्यक्त किया जाता है। रक्त में ग्लूकोज (Glucose) की सामान्य मात्रा 100 मिग्रा. (0.1 ग्राम) प्रति 100 मिली. होती है। रक्त ग्लूकोज के नियमन के लिए 'अग्न्याशय' (Pancreas) से 'इंसुलिन' (Insulin) नामक हॉर्मोन का स्राव होता है। इस हॉर्मोन की कमी से रक्त में ग्लूकोज की मात्रा 300-500 मिग्रा प्रति 100 मिली. रुधिर तक बढ़ जाती है, जिससे मधुमेह (Diabetes mellitus) का रोग हो जाता है।

38. गलती से रामू किसी इंजेक्शन को अधिक मात्रा में लगा लेता है, जिसके कारण उसे ऐंठन, मिर्गी, बेहोशी हो जाती है। अंततः कुछ समय पश्चात उसकी मृत्यु हो जाती है। इसका कारण है- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1994-95]

Correct Answer: (a) रक्त में अवसामान्य शर्करा सांद्रता
Solution:यदि किसी मनुष्य के रुधिर में अवसामान्य शर्करा सांद्रता उत्पन्न हो जाती है, तो उसे ऐंठन, मिर्गी और बेहोशी हो जाती है। ऐसे मनुष्य की कुछ समय पश्चात मृत्यु हो जाती है। शरीर में इंसुलिन नामक हॉ मर्मोन रक्त में शर्करा (Sugar) का नियमन करता है।

39. निम्न में से कौन-सा रोग वैक्सिनेशन द्वारा नियंत्रित नहीं किया जा सकता है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2005]

Correct Answer: (a) मधुमेह
Solution:प्रश्नगत रोगों में से पोलियो, काली खांसी और चेचक को तो वैक्सिनेशन द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है, परंतु मधुमेह के लिए वैक्सिनेशन नहीं होता है। मधुमेह अग्न्याशय से संबंधित रोग है, जो इंसुलिन का पर्याप्त स्राव नहीं होने के कारण होता है। इस रोग में शर्करा की मात्रा रक्त और मूत्र में आ जाती है। इंसुलिन का पर्याप्त मात्रा में स्राव नहीं होने पर यकृत में ग्लाइकोजन संचित नहीं हो पाता और रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है।

40. किस अंग की कुसंक्रिया के कारण मधुमेह रोग होता है? [U.P. Lower Sub. (Mains) 2015]

Correct Answer: (a) अग्न्याशय
Solution:प्रश्नगत विकल्पों में अग्न्याशय की कुसंक्रिया के कारण मधुमेह रोग होता है।