निर्देश :- निम्नलिखित अनुच्छेद को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों (प्र. 1 से 5) के उत्तर दीजिए।
आजकल पढ़े-लिखे नवयुवकों को विदेशी संस्कृति और जीवन अपनी ओर सर्वाधिक आकर्षित कर रहे हैं। इसके लिए कई माता-पिता का भी सपना होता है कि उनकी संतान विदेशों में पढ़ने जाए, वहाँ
की सुख-चैन की जिन्दगी बसर करे और समाज में उनका नाम ऊँचा हो। इसमें कुछ गलत भी नहीं है। भारत में बेकारी है, गरीबी है, गंदगी है, प्रदूषण है, भ्रष्टाचार है, लूट-पाट है और विदेशों में इससे सर्वथा विपरीत स्वर्गीय आनन्द है। माँ-बाप के अथक प्रयासों एवं प्रेरणा के फलस्वरूप बच्चे विदेशों में पढ़ने-बसने चले जाते हैं। शुरू में तो माँ-बाप, सगे-सम्बम्धी सभी याद आते हैं पर कालान्तर में बच्चे वहाँ की ज़िन्दगी और वहाँ की तथाकथित सभ्यता में इतने रच-बस जाते हैं कि धीरे-धीरे वे पड़ोसियों, सगे-सम्बन्धियों, अपने भारतीय मित्रों और माँ-बाप को भी भूलने लगते हैं। पहले वर्ष में एक-दो बार इसके बाद क्रमशः धीरे-धीरे भारत में आना कम होने लगता है। अगर विदेशी मैम से शादी हो जाए तो कहने ही क्या? कुछेक को छोड़कर ज़्यादातर के ये ही हाल हैं। इसमें उन बच्चों का उतना दोष भी नहीं है और न विदेश भेजने वाले अभिभावक ही कदाचित उतने दोषी हैं। शायद उनके संस्कारों में ही कोई कमी रह गई हो। पीढ़ियों के अन्तराल के प्रभाव की समझ न रखने वाले ज़्यादातर माँ-बाप दो-चार महीने तक सन्तान के पास जाकर इसके बाद वापस स्वदेश आ जाते हैं; क्योंकि उनके कमाऊ पूत स्वदेश में आकर बसना नहीं चाहते। बच्चों की शिकायत है कि माँ-बाप उनकी पत्नी और बच्चों के साथ एडजस्ट नहीं करते और अपनी पुराने जमाने की चीजों को यहाँ थोपना चाहते हैं। इस प्रकार के व्यवहार से वे हमारे साथ कैसे रह पाएँगे? अपने द्वारा भोगे जाने वाले कष्टों और दुश्चिन्ताओं की चर्चा वे माँ-बाप किसी से नहीं करते। उनके द्वारा लिए गए निर्णय पर जग हँसाई के डर के साथ रहने वाले वे बुढ़ापे के कष्टों और बीमारियों को अकेले ही झेलते बच्चों के वियोग में अनकही पीड़ाओं के साथ एक-एक करके दोनों अन्ततः इस दुनिया से विदा हो जाते हैं।
Correct Answer: (d) माँ-बाप का सपना पूरा करने, सुख-चैन की ज़िन्दगी बसर करने तथा समाज में प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए जाते हैं।
Solution:आजकल पढ़े-लिखे नवयुवक, माँ-बाप का सपना पूरा करने, सुख-चैन की ज़िन्दगी बसर करने तथा समाज में प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए विदेश जाते हैं। अतः, कह सकते हैं कि प्रस्तुत विकल्पों में विकल्प (d) सर्वाधिक सबल तर्क है।