अपठित गद्यांश (अवतरण)/पद्यांश (Part-5)

Total Questions: 48

31. मादक पदार्थों का सेवन करने वाले युवाओं को किस बीमारी का खतरा होता है? [PET-2022]

निर्देश :- निम्नलिखित अनुच्छेद को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों (प्रश्न 1 से 5 तक) के उत्तर दीजिए।

मादक पदार्थों के प्रयोग की लत आज के युवाओं में तेजी से फैल रही है। कई बार फैशन की खातिर दोस्तों के उकसावे पर लिए गए ये मादक पदार्थ अक्सर जानलेवा होते हैं। स्कूल-कॉलेजों या पास-पड़ोस में गलत संगति के दोस्तों के साथ ही गुटखा, सिगरेट, शराब, गाँजा, भाँग, अफीम और धूम्रपान सहित चरस, स्मैक, कोकीन, ब्राउन शुगर जैसे घातक मादक पदार्थों के सेवन की ओर अपने आप कदम बढ़ जाते हैं। पहले उन्हें मादक पदार्थ फ्री में उपलब्ध कराकर इसका लती बनाया जाता है और फिर लती बनने पर वे इसके लिए चोरी से लेकर अपराध तक करने को तैयार हो जाते हैं। माँ-बाप द्वारा दिया गया जेब खर्च कम पड़ने लगता है। नशे के लिए उपयोग में लाई जाने वाली सुइयाँ एच.आई.वी. का कारण भी बनती हैं, जो अन्ततः एड्स का रूप धारण कर लेती हैं। कई बार तो बच्चे घर के ही सदस्यों से नशे की आदत सीखते हैं। उन्हें लगता है कि जो बड़े कर रहे हैं, वह ठीक है और फिर वे भी घर में ही चोरी आरम्भ कर देते हैं। चिकित्सकीय आधार पर देखें स तो अफीम, हेरोइन, चरस, कोकीन तथा स्मैक जैसे मादक पदार्थों से व्यक्ति वास्तव में अपना मानसिक सन्तुलन खो बैठता है एवं पागल तथा सुप्तावस्था में हो जाता है। ये ऐसे उत्तेजना लाने वाले पदार्थ हैं, जिनकी लत के प्रभाव में व्यक्ति अपराध तक कर बैठता है। ऐसे युवा उच्छृंखल, हिंसक, अनुशासनहीन, झगड़ालू, स्वास्थ्य 4 के प्रति लापरवाह और शारीरिक एवं मानसिक रूप से कमज़ोर होते हैं। मामला सिर्फ स्वास्थ्य से नहीं, अपितु अपराध से भी जुड़ा हुआ है। कहा भी गया है कि जीवन अनमोल है। नशे के सेवन से यह अनमोल जीवन समय से पहले ही मौत का शिकार हो जाता है। भारत के अनेक राज्यों में युवा वर्ग में इन नशीली वस्तुओं का प्रयोग बढ़ता जा रहा है। कॉलेज ही नहीं स्कूलों तक ये बीमारी पहुँच चुकी है। भारत के कई राज्यों में गाँजा व अफीम की खेती होती है और हेरोइन आदि का व्यापार खुले आम चल रहा है। कहाँ जा रही है हमारी युवा पीढ़ी ?

1. शारीरिक अक्षमता

2. पागलपन और सुषुप्ति

3. एच.आई.वी. और एड्स

4. मानसिक असंतुलन

Correct Answer: (d) यह सभी
Solution:मादक पदार्थों का सेवन करने वाले युवाओं में शारीरिक अक्षमता, पागलपन और सुषुप्ति, एच-आई.वी और एड्स तथा मानसिक असन्तुलन जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ता है।

32. आपकी दृष्टि में मादक द्रव्यों का सेवन करने वाले बच्चों के लिए सबसे ज्यादा कौन दोषी है? [PET-2022]

निर्देश :- निम्नलिखित अनुच्छेद को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों (प्रश्न 1 से 5 तक) के उत्तर दीजिए।

मादक पदार्थों के प्रयोग की लत आज के युवाओं में तेजी से फैल रही है। कई बार फैशन की खातिर दोस्तों के उकसावे पर लिए गए ये मादक पदार्थ अक्सर जानलेवा होते हैं। स्कूल-कॉलेजों या पास-पड़ोस में गलत संगति के दोस्तों के साथ ही गुटखा, सिगरेट, शराब, गाँजा, भाँग, अफीम और धूम्रपान सहित चरस, स्मैक, कोकीन, ब्राउन शुगर जैसे घातक मादक पदार्थों के सेवन की ओर अपने आप कदम बढ़ जाते हैं। पहले उन्हें मादक पदार्थ फ्री में उपलब्ध कराकर इसका लती बनाया जाता है और फिर लती बनने पर वे इसके लिए चोरी से लेकर अपराध तक करने को तैयार हो जाते हैं। माँ-बाप द्वारा दिया गया जेब खर्च कम पड़ने लगता है। नशे के लिए उपयोग में लाई जाने वाली सुइयाँ एच.आई.वी. का कारण भी बनती हैं, जो अन्ततः एड्स का रूप धारण कर लेती हैं। कई बार तो बच्चे घर के ही सदस्यों से नशे की आदत सीखते हैं। उन्हें लगता है कि जो बड़े कर रहे हैं, वह ठीक है और फिर वे भी घर में ही चोरी आरम्भ कर देते हैं। चिकित्सकीय आधार पर देखें स तो अफीम, हेरोइन, चरस, कोकीन तथा स्मैक जैसे मादक पदार्थों से व्यक्ति वास्तव में अपना मानसिक सन्तुलन खो बैठता है एवं पागल तथा सुप्तावस्था में हो जाता है। ये ऐसे उत्तेजना लाने वाले पदार्थ हैं, जिनकी लत के प्रभाव में व्यक्ति अपराध तक कर बैठता है। ऐसे युवा उच्छृंखल, हिंसक, अनुशासनहीन, झगड़ालू, स्वास्थ्य 4 के प्रति लापरवाह और शारीरिक एवं मानसिक रूप से कमज़ोर होते हैं। मामला सिर्फ स्वास्थ्य से नहीं, अपितु अपराध से भी जुड़ा हुआ है। कहा भी गया है कि जीवन अनमोल है। नशे के सेवन से यह अनमोल जीवन समय से पहले ही मौत का शिकार हो जाता है। भारत के अनेक राज्यों में युवा वर्ग में इन नशीली वस्तुओं का प्रयोग बढ़ता जा रहा है। कॉलेज ही नहीं स्कूलों तक ये बीमारी पहुँच चुकी है। भारत के कई राज्यों में गाँजा व अफीम की खेती होती है और हेरोइन आदि का व्यापार खुले आम चल रहा है। कहाँ जा रही है हमारी युवा पीढ़ी ?

Correct Answer: (b) बच्चों के माँ-बाप
Solution:मादक द्रव्यों का सेवन करने वाले बच्चों के लिए सबसे ज्यादा दोषी बच्चों के माँ-बाप हैं। क्योंकि माँ-बाप द्वारा दिए जाने वाला भारी जेब खर्च युवाओं को मादक द्रव्यों की ओर ले जाता है।

33. भारत के अनेक राज्यों में युवा वर्ग में इन नशीली वस्तुओं का प्रयोग बढ़ता जा रहा है। इसके पीछे सबसे प्रबल कारण कौन-सा है? [PET-2022]

निर्देश :- निम्नलिखित अनुच्छेद को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों (प्रश्न 1 से 5 तक) के उत्तर दीजिए।

मादक पदार्थों के प्रयोग की लत आज के युवाओं में तेजी से फैल रही है। कई बार फैशन की खातिर दोस्तों के उकसावे पर लिए गए ये मादक पदार्थ अक्सर जानलेवा होते हैं। स्कूल-कॉलेजों या पास-पड़ोस में गलत संगति के दोस्तों के साथ ही गुटखा, सिगरेट, शराब, गाँजा, भाँग, अफीम और धूम्रपान सहित चरस, स्मैक, कोकीन, ब्राउन शुगर जैसे घातक मादक पदार्थों के सेवन की ओर अपने आप कदम बढ़ जाते हैं। पहले उन्हें मादक पदार्थ फ्री में उपलब्ध कराकर इसका लती बनाया जाता है और फिर लती बनने पर वे इसके लिए चोरी से लेकर अपराध तक करने को तैयार हो जाते हैं। माँ-बाप द्वारा दिया गया जेब खर्च कम पड़ने लगता है। नशे के लिए उपयोग में लाई जाने वाली सुइयाँ एच.आई.वी. का कारण भी बनती हैं, जो अन्ततः एड्स का रूप धारण कर लेती हैं। कई बार तो बच्चे घर के ही सदस्यों से नशे की आदत सीखते हैं। उन्हें लगता है कि जो बड़े कर रहे हैं, वह ठीक है और फिर वे भी घर में ही चोरी आरम्भ कर देते हैं। चिकित्सकीय आधार पर देखें स तो अफीम, हेरोइन, चरस, कोकीन तथा स्मैक जैसे मादक पदार्थों से व्यक्ति वास्तव में अपना मानसिक सन्तुलन खो बैठता है एवं पागल तथा सुप्तावस्था में हो जाता है। ये ऐसे उत्तेजना लाने वाले पदार्थ हैं, जिनकी लत के प्रभाव में व्यक्ति अपराध तक कर बैठता है। ऐसे युवा उच्छृंखल, हिंसक, अनुशासनहीन, झगड़ालू, स्वास्थ्य 4 के प्रति लापरवाह और शारीरिक एवं मानसिक रूप से कमज़ोर होते हैं। मामला सिर्फ स्वास्थ्य से नहीं, अपितु अपराध से भी जुड़ा हुआ है। कहा भी गया है कि जीवन अनमोल है। नशे के सेवन से यह अनमोल जीवन समय से पहले ही मौत का शिकार हो जाता है। भारत के अनेक राज्यों में युवा वर्ग में इन नशीली वस्तुओं का प्रयोग बढ़ता जा रहा है। कॉलेज ही नहीं स्कूलों तक ये बीमारी पहुँच चुकी है। भारत के कई राज्यों में गाँजा व अफीम की खेती होती है और हेरोइन आदि का व्यापार खुले आम चल रहा है। कहाँ जा रही है हमारी युवा पीढ़ी ?

Correct Answer: (c) माँ-बाप बच्चों पर ध्यान नहीं देते कि उनके बच्चे क्या कर रहे हैं, किन लोगों के साथ रहते हैं और किन लोगों के साथ उनका उठना-बैठना है।
Solution:भारत के अनेक राज्यों में युवा वर्ग में मादक द्रव्यों का प्रयोग बढ़ता जा रहा है; क्योंकि माँ-बाप बच्चों पर ध्यान नहीं देते कि उनके बच्चे क्या कर रहे हैं, किसके संगति में रहते हैं।

34. मादक द्रव्यों की लत पड़ने के बाद युवकों में कौन-सी प्रवृत्ति प्रमुखता से दिखाई देती है? [PET-2022]

निर्देश :- निम्नलिखित अनुच्छेद को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों (प्रश्न 1 से 5 तक) के उत्तर दीजिए।

मादक पदार्थों के प्रयोग की लत आज के युवाओं में तेजी से फैल रही है। कई बार फैशन की खातिर दोस्तों के उकसावे पर लिए गए ये मादक पदार्थ अक्सर जानलेवा होते हैं। स्कूल-कॉलेजों या पास-पड़ोस में गलत संगति के दोस्तों के साथ ही गुटखा, सिगरेट, शराब, गाँजा, भाँग, अफीम और धूम्रपान सहित चरस, स्मैक, कोकीन, ब्राउन शुगर जैसे घातक मादक पदार्थों के सेवन की ओर अपने आप कदम बढ़ जाते हैं। पहले उन्हें मादक पदार्थ फ्री में उपलब्ध कराकर इसका लती बनाया जाता है और फिर लती बनने पर वे इसके लिए चोरी से लेकर अपराध तक करने को तैयार हो जाते हैं। माँ-बाप द्वारा दिया गया जेब खर्च कम पड़ने लगता है। नशे के लिए उपयोग में लाई जाने वाली सुइयाँ एच.आई.वी. का कारण भी बनती हैं, जो अन्ततः एड्स का रूप धारण कर लेती हैं। कई बार तो बच्चे घर के ही सदस्यों से नशे की आदत सीखते हैं। उन्हें लगता है कि जो बड़े कर रहे हैं, वह ठीक है और फिर वे भी घर में ही चोरी आरम्भ कर देते हैं। चिकित्सकीय आधार पर देखें स तो अफीम, हेरोइन, चरस, कोकीन तथा स्मैक जैसे मादक पदार्थों से व्यक्ति वास्तव में अपना मानसिक सन्तुलन खो बैठता है एवं पागल तथा सुप्तावस्था में हो जाता है। ये ऐसे उत्तेजना लाने वाले पदार्थ हैं, जिनकी लत के प्रभाव में व्यक्ति अपराध तक कर बैठता है। ऐसे युवा उच्छृंखल, हिंसक, अनुशासनहीन, झगड़ालू, स्वास्थ्य 4 के प्रति लापरवाह और शारीरिक एवं मानसिक रूप से कमज़ोर होते हैं। मामला सिर्फ स्वास्थ्य से नहीं, अपितु अपराध से भी जुड़ा हुआ है। कहा भी गया है कि जीवन अनमोल है। नशे के सेवन से यह अनमोल जीवन समय से पहले ही मौत का शिकार हो जाता है। भारत के अनेक राज्यों में युवा वर्ग में इन नशीली वस्तुओं का प्रयोग बढ़ता जा रहा है। कॉलेज ही नहीं स्कूलों तक ये बीमारी पहुँच चुकी है। भारत के कई राज्यों में गाँजा व अफीम की खेती होती है और हेरोइन आदि का व्यापार खुले आम चल रहा है। कहाँ जा रही है हमारी युवा पीढ़ी ?

(i) अनुशासनहीनता और हिंसा में शामिल होना।

(ii) स्वास्थ्य के प्रति सजगता ।

(iii) मानसिक सन्तुलन खो देना।

(iv) चोरी करने की आदत ।

Correct Answer: (c) (i), (iii), (iv)
Solution:मादक द्रव्यों की लत में पड़ने के बाद युवकों में अनुशासनहीनता एवं हिंसा में शामिल होने की प्रवृत्ति, मानसिक असन्तुलन तथा चोरी जैसी आदतों में वृद्धि होती है।

35. रमेश ने पाँच हजार रुपये के शेयर ख़रीदे। इस आधार पर निम्नलिखित में से कौन-से विकल्प सही हैं? [PET-2022]

 निर्देश :- निम्नलिखित अनुच्छेद को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों (प्र. 1 से 5) के उत्तर दीजिए।

लोग नियमित बचत करते रहने के बावजूद अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए संघर्ष करते रह जाते हैं। अपने जीवन के वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए यह जानना जरूरी है कि हम उन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कितनी बचत कर रहे हैं और उसे कहाँ निवेश कर रहे हैं, जिससे कि हम अपने निर्धारित उद्देश्य के अनुसार पैसा जोड़ सकें। साधारण भाषा में समझा जाए तो बचत और निवेश में अन्तर इतना ही है कि जो राशि आप अपनी नियमित आय से बचा कर अलग रख लेते हैं, वह बचत है और यदि आप अपनी उस बचत को कुछ रिटर्न प्राप्त करने के लिए ऐसा कुछ खरीदते हैं जो कि भविष्य में आपकी सम्पत्ति बन सके, वह निवेश है। बचत अल्पकालिक लक्ष्यों के लिए है। बैंक और पोस्ट ऑफिस के बचत खातों या अन्य किसी जगह पर सीमित समय तक रखा गया पैसा बचत होता है, जो सुरक्षित होता है और आवश्यकता पड़ने पर आसानी से निकाला जा सकता है। गृहिणियों द्वारा बचाकर किचन में चावल के मर्तबान में रखा पैसा या साड़ियों की परतों के बीच छिपाकर रखा गया पैसा भी बचत की श्रेणी में ही आएगा। बचत में रखा गया पैसा जब चाहिए हो तब सहजता से उपलब्ध होता है। अकसर यह बचत अल्पकालीन लक्ष्यों या आपातकालीन जरूरतों के लिए होती है। बचत में रखा गया आपका पैसा निवेश के मुकाबले अधिक सुरक्षित रहता है। इसमें बहुत कम या न के बराबर जोखिम होता है। बचत में आपको रिटर्न बहुत कम मिलता है; क्योंकि सभी बचत योजनाओं में ब्याज की दर कम होती है। इसमें आपको बहुत ही कम रिटर्न मिलता है, जिससे मुद्रास्फीति भी कवर नहीं हो पाती है। दीर्घकालिक आर्थिक लक्ष्यों के लिए निवेश किया जाता है। मुख्य बचत और निवेश में अन्तर यही है कि निवेश में आप उच्च रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। निवेश में ऊँचे रिटर्न की सम्भावना के साथ रिस्क भी रहता है। निवेश से आप लम्बे समय तक मुद्रास्फीति को पछाड़ कर अपने धन में वृद्धि कर सकते हैं। म्युचूअल फण्ड और एस.आई. पी. आदि निवेश के प्रारम्भिक तरीके हैं। ज़मीन, सोना, कमोडिटीज या शेयर आदि में निवेश करने के लिए अधिक धन और अनुशासन की आवश्यकता होती है और रिस्क भी ज्यादा रहता है; परन्तु सही तरीके से किया गया निवेश सम्पदा में कई गुनी वृद्धि कर सकता है। निवेश किया गया पैसा एकदम से उपलब्ध नहीं रहता है और इसे बेचकर दोबारा पैसा बनाने में समय भी लग सकता है। उन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए समय सीमा निर्धारित करनी चाहिए। कोई सपना ऐसा नहीं होता जो पूरा न किया जा सके।

1. रमेश ने जोखिम रहित निवेश किया है।

2. रमेश की यह बचत जोखिम वाली है।

3. शेयर खरीदना बचत है।

4. शेयर खरीदना निवेश है।

Correct Answer: (a) 4
Solution:रमेश के द्वारा पाँच हजार रुपये के शेयर खरीदना एक प्रकार निवेश है। निवेश में आप उच्च रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं एवं मुद्रास्फीति को भी नियन्त्रित कर सकते हैं, इसमें जोखिम भी ज्यादा होता है।

36. अनुच्छेद के आधार पर बताइए कि दीर्घकालीन लक्ष्यों को पाने के लिए, निवेश के विषय में निम्नलिखित में से कौन-सा तथ्य अशुद्ध है? [PET-2022]

 निर्देश :- निम्नलिखित अनुच्छेद को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों (प्र. 1 से 5) के उत्तर दीजिए।

लोग नियमित बचत करते रहने के बावजूद अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए संघर्ष करते रह जाते हैं। अपने जीवन के वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए यह जानना जरूरी है कि हम उन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कितनी बचत कर रहे हैं और उसे कहाँ निवेश कर रहे हैं, जिससे कि हम अपने निर्धारित उद्देश्य के अनुसार पैसा जोड़ सकें। साधारण भाषा में समझा जाए तो बचत और निवेश में अन्तर इतना ही है कि जो राशि आप अपनी नियमित आय से बचा कर अलग रख लेते हैं, वह बचत है और यदि आप अपनी उस बचत को कुछ रिटर्न प्राप्त करने के लिए ऐसा कुछ खरीदते हैं जो कि भविष्य में आपकी सम्पत्ति बन सके, वह निवेश है। बचत अल्पकालिक लक्ष्यों के लिए है। बैंक और पोस्ट ऑफिस के बचत खातों या अन्य किसी जगह पर सीमित समय तक रखा गया पैसा बचत होता है, जो सुरक्षित होता है और आवश्यकता पड़ने पर आसानी से निकाला जा सकता है। गृहिणियों द्वारा बचाकर किचन में चावल के मर्तबान में रखा पैसा या साड़ियों की परतों के बीच छिपाकर रखा गया पैसा भी बचत की श्रेणी में ही आएगा। बचत में रखा गया पैसा जब चाहिए हो तब सहजता से उपलब्ध होता है। अकसर यह बचत अल्पकालीन लक्ष्यों या आपातकालीन जरूरतों के लिए होती है। बचत में रखा गया आपका पैसा निवेश के मुकाबले अधिक सुरक्षित रहता है। इसमें बहुत कम या न के बराबर जोखिम होता है। बचत में आपको रिटर्न बहुत कम मिलता है; क्योंकि सभी बचत योजनाओं में ब्याज की दर कम होती है। इसमें आपको बहुत ही कम रिटर्न मिलता है, जिससे मुद्रास्फीति भी कवर नहीं हो पाती है। दीर्घकालिक आर्थिक लक्ष्यों के लिए निवेश किया जाता है। मुख्य बचत और निवेश में अन्तर यही है कि निवेश में आप उच्च रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। निवेश में ऊँचे रिटर्न की सम्भावना के साथ रिस्क भी रहता है। निवेश से आप लम्बे समय तक मुद्रास्फीति को पछाड़ कर अपने धन में वृद्धि कर सकते हैं। म्युचूअल फण्ड और एस.आई. पी. आदि निवेश के प्रारम्भिक तरीके हैं। ज़मीन, सोना, कमोडिटीज या शेयर आदि में निवेश करने के लिए अधिक धन और अनुशासन की आवश्यकता होती है और रिस्क भी ज्यादा रहता है; परन्तु सही तरीके से किया गया निवेश सम्पदा में कई गुनी वृद्धि कर सकता है। निवेश किया गया पैसा एकदम से उपलब्ध नहीं रहता है और इसे बेचकर दोबारा पैसा बनाने में समय भी लग सकता है। उन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए समय सीमा निर्धारित करनी चाहिए। कोई सपना ऐसा नहीं होता जो पूरा न किया जा सके।

1. दीर्घकालीन लक्ष्यों की प्राप्ति लघु बचत द्वारा ही सम्भव हो सकती है।

2. दीर्घकालीन लक्ष्यों की प्राप्ति, दीर्घकालीन अच्छे निवेश द्वारा ही सम्भव हो सकती है।

3. दीर्घकालीन लक्ष्यों की प्राप्ति सम्भव नहीं है; क्योंकि दीर्घकालीन निवेश में धनहानि का जोखिम (खतरा) होता है।

4. बचत, निवेश की तुलना में ज्यादा अच्छी है; क्योंकि निवेश में जोखिम शामिल है जो गाँठ के पैसे को भी ले जाएगा।

Correct Answer: (a) 1,3,4
Solution:दीर्घकालीन लक्ष्यों की प्राप्ति, दीर्घकालीन अच्छे निवेश द्वारा ही प्राप्त की जा सकती है। दीर्घकालीन लक्ष्यों की प्राप्ति लघु बचत द्वारा सम्भव नहीं है; क्योंकि इसमें रिटर्न कम होता है। बचत अल्पकालिक लक्ष्यों के लिए होती है। बचत निवेश की तुलना में जोखिम रहित होता है।

37. निम्नलिखित में से बताइए कि कौन-सा विकल्प निवेश का उदाहरण नहीं है? [PET-2022]

 निर्देश :- निम्नलिखित अनुच्छेद को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों (प्र. 1 से 5) के उत्तर दीजिए।

लोग नियमित बचत करते रहने के बावजूद अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए संघर्ष करते रह जाते हैं। अपने जीवन के वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए यह जानना जरूरी है कि हम उन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कितनी बचत कर रहे हैं और उसे कहाँ निवेश कर रहे हैं, जिससे कि हम अपने निर्धारित उद्देश्य के अनुसार पैसा जोड़ सकें। साधारण भाषा में समझा जाए तो बचत और निवेश में अन्तर इतना ही है कि जो राशि आप अपनी नियमित आय से बचा कर अलग रख लेते हैं, वह बचत है और यदि आप अपनी उस बचत को कुछ रिटर्न प्राप्त करने के लिए ऐसा कुछ खरीदते हैं जो कि भविष्य में आपकी सम्पत्ति बन सके, वह निवेश है। बचत अल्पकालिक लक्ष्यों के लिए है। बैंक और पोस्ट ऑफिस के बचत खातों या अन्य किसी जगह पर सीमित समय तक रखा गया पैसा बचत होता है, जो सुरक्षित होता है और आवश्यकता पड़ने पर आसानी से निकाला जा सकता है। गृहिणियों द्वारा बचाकर किचन में चावल के मर्तबान में रखा पैसा या साड़ियों की परतों के बीच छिपाकर रखा गया पैसा भी बचत की श्रेणी में ही आएगा। बचत में रखा गया पैसा जब चाहिए हो तब सहजता से उपलब्ध होता है। अकसर यह बचत अल्पकालीन लक्ष्यों या आपातकालीन जरूरतों के लिए होती है। बचत में रखा गया आपका पैसा निवेश के मुकाबले अधिक सुरक्षित रहता है। इसमें बहुत कम या न के बराबर जोखिम होता है। बचत में आपको रिटर्न बहुत कम मिलता है; क्योंकि सभी बचत योजनाओं में ब्याज की दर कम होती है। इसमें आपको बहुत ही कम रिटर्न मिलता है, जिससे मुद्रास्फीति भी कवर नहीं हो पाती है। दीर्घकालिक आर्थिक लक्ष्यों के लिए निवेश किया जाता है। मुख्य बचत और निवेश में अन्तर यही है कि निवेश में आप उच्च रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। निवेश में ऊँचे रिटर्न की सम्भावना के साथ रिस्क भी रहता है। निवेश से आप लम्बे समय तक मुद्रास्फीति को पछाड़ कर अपने धन में वृद्धि कर सकते हैं। म्युचूअल फण्ड और एस.आई. पी. आदि निवेश के प्रारम्भिक तरीके हैं। ज़मीन, सोना, कमोडिटीज या शेयर आदि में निवेश करने के लिए अधिक धन और अनुशासन की आवश्यकता होती है और रिस्क भी ज्यादा रहता है; परन्तु सही तरीके से किया गया निवेश सम्पदा में कई गुनी वृद्धि कर सकता है। निवेश किया गया पैसा एकदम से उपलब्ध नहीं रहता है और इसे बेचकर दोबारा पैसा बनाने में समय भी लग सकता है। उन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए समय सीमा निर्धारित करनी चाहिए। कोई सपना ऐसा नहीं होता जो पूरा न किया जा सके।

Correct Answer: (d) सेविंग बैंक खाते में रखा धन
Solution:म्युचूअल फण्ड और एस.आई.पी., कमोडिटीज और शेयर का क्रय-विक्रय तथा जमीन या सोना खरीदना निवेश के अन्तर्गत् आता है। जबकि सेविंग बैंक खाते में रखा गया धन बचत के अन्तर्गत् आता है।

38. अनुच्छेद के आधार पर बताइए कि निम्नलिखित में निवेश की कौन-सी सही विशेषताएँ हैं? [PET-2022]

 निर्देश :- निम्नलिखित अनुच्छेद को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों (प्र. 1 से 5) के उत्तर दीजिए।

लोग नियमित बचत करते रहने के बावजूद अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए संघर्ष करते रह जाते हैं। अपने जीवन के वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए यह जानना जरूरी है कि हम उन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कितनी बचत कर रहे हैं और उसे कहाँ निवेश कर रहे हैं, जिससे कि हम अपने निर्धारित उद्देश्य के अनुसार पैसा जोड़ सकें। साधारण भाषा में समझा जाए तो बचत और निवेश में अन्तर इतना ही है कि जो राशि आप अपनी नियमित आय से बचा कर अलग रख लेते हैं, वह बचत है और यदि आप अपनी उस बचत को कुछ रिटर्न प्राप्त करने के लिए ऐसा कुछ खरीदते हैं जो कि भविष्य में आपकी सम्पत्ति बन सके, वह निवेश है। बचत अल्पकालिक लक्ष्यों के लिए है। बैंक और पोस्ट ऑफिस के बचत खातों या अन्य किसी जगह पर सीमित समय तक रखा गया पैसा बचत होता है, जो सुरक्षित होता है और आवश्यकता पड़ने पर आसानी से निकाला जा सकता है। गृहिणियों द्वारा बचाकर किचन में चावल के मर्तबान में रखा पैसा या साड़ियों की परतों के बीच छिपाकर रखा गया पैसा भी बचत की श्रेणी में ही आएगा। बचत में रखा गया पैसा जब चाहिए हो तब सहजता से उपलब्ध होता है। अकसर यह बचत अल्पकालीन लक्ष्यों या आपातकालीन जरूरतों के लिए होती है। बचत में रखा गया आपका पैसा निवेश के मुकाबले अधिक सुरक्षित रहता है। इसमें बहुत कम या न के बराबर जोखिम होता है। बचत में आपको रिटर्न बहुत कम मिलता है; क्योंकि सभी बचत योजनाओं में ब्याज की दर कम होती है। इसमें आपको बहुत ही कम रिटर्न मिलता है, जिससे मुद्रास्फीति भी कवर नहीं हो पाती है। दीर्घकालिक आर्थिक लक्ष्यों के लिए निवेश किया जाता है। मुख्य बचत और निवेश में अन्तर यही है कि निवेश में आप उच्च रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। निवेश में ऊँचे रिटर्न की सम्भावना के साथ रिस्क भी रहता है। निवेश से आप लम्बे समय तक मुद्रास्फीति को पछाड़ कर अपने धन में वृद्धि कर सकते हैं। म्युचूअल फण्ड और एस.आई. पी. आदि निवेश के प्रारम्भिक तरीके हैं। ज़मीन, सोना, कमोडिटीज या शेयर आदि में निवेश करने के लिए अधिक धन और अनुशासन की आवश्यकता होती है और रिस्क भी ज्यादा रहता है; परन्तु सही तरीके से किया गया निवेश सम्पदा में कई गुनी वृद्धि कर सकता है। निवेश किया गया पैसा एकदम से उपलब्ध नहीं रहता है और इसे बेचकर दोबारा पैसा बनाने में समय भी लग सकता है। उन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए समय सीमा निर्धारित करनी चाहिए। कोई सपना ऐसा नहीं होता जो पूरा न किया जा सके।

(i) निवेश से दीर्घकालिक आर्थिक लक्ष्य प्राप्त किए जा सकते हैं।

(ii) निवेश अल्पावधि में धनार्जन का तरीका होता है।

(iii) गृहिणियों द्वारा परिवार के खर्चों से बचाई गई राशि अच्छा निवेश है।

(iv) निवेश में ऊँचे रिटर्न की सम्भावना के साथ रिस्क भी रहता है।

 

Correct Answer: (a) (i) और (iv)
Solution:निवेश से दीर्घकालीन लक्ष्य प्राप्त किए जा सकते हैं, निवेश में ऊँचे रिटर्न एवं उच्च जोखिम की सम्भावना रहती है। निवेश के द्वारा मुद्रास्फीति के प्रभाव को भी कम किया जा सकता है। गृहिणियों द्वारा परिवार के खर्चों से बचाई गई राशि तथा बचत बैंक में रखी गई राशि बचत के अन्तर्गत् आता है।।

39. निम्नलिखित में से बताइए कि कौन-सा विकल्प निवेश का उदाहरण है? [PET-2022]

 निर्देश :- निम्नलिखित अनुच्छेद को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों (प्र. 1 से 5) के उत्तर दीजिए।

लोग नियमित बचत करते रहने के बावजूद अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए संघर्ष करते रह जाते हैं। अपने जीवन के वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए यह जानना जरूरी है कि हम उन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कितनी बचत कर रहे हैं और उसे कहाँ निवेश कर रहे हैं, जिससे कि हम अपने निर्धारित उद्देश्य के अनुसार पैसा जोड़ सकें। साधारण भाषा में समझा जाए तो बचत और निवेश में अन्तर इतना ही है कि जो राशि आप अपनी नियमित आय से बचा कर अलग रख लेते हैं, वह बचत है और यदि आप अपनी उस बचत को कुछ रिटर्न प्राप्त करने के लिए ऐसा कुछ खरीदते हैं जो कि भविष्य में आपकी सम्पत्ति बन सके, वह निवेश है। बचत अल्पकालिक लक्ष्यों के लिए है। बैंक और पोस्ट ऑफिस के बचत खातों या अन्य किसी जगह पर सीमित समय तक रखा गया पैसा बचत होता है, जो सुरक्षित होता है और आवश्यकता पड़ने पर आसानी से निकाला जा सकता है। गृहिणियों द्वारा बचाकर किचन में चावल के मर्तबान में रखा पैसा या साड़ियों की परतों के बीच छिपाकर रखा गया पैसा भी बचत की श्रेणी में ही आएगा। बचत में रखा गया पैसा जब चाहिए हो तब सहजता से उपलब्ध होता है। अकसर यह बचत अल्पकालीन लक्ष्यों या आपातकालीन जरूरतों के लिए होती है। बचत में रखा गया आपका पैसा निवेश के मुकाबले अधिक सुरक्षित रहता है। इसमें बहुत कम या न के बराबर जोखिम होता है। बचत में आपको रिटर्न बहुत कम मिलता है; क्योंकि सभी बचत योजनाओं में ब्याज की दर कम होती है। इसमें आपको बहुत ही कम रिटर्न मिलता है, जिससे मुद्रास्फीति भी कवर नहीं हो पाती है। दीर्घकालिक आर्थिक लक्ष्यों के लिए निवेश किया जाता है। मुख्य बचत और निवेश में अन्तर यही है कि निवेश में आप उच्च रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। निवेश में ऊँचे रिटर्न की सम्भावना के साथ रिस्क भी रहता है। निवेश से आप लम्बे समय तक मुद्रास्फीति को पछाड़ कर अपने धन में वृद्धि कर सकते हैं। म्युचूअल फण्ड और एस.आई. पी. आदि निवेश के प्रारम्भिक तरीके हैं। ज़मीन, सोना, कमोडिटीज या शेयर आदि में निवेश करने के लिए अधिक धन और अनुशासन की आवश्यकता होती है और रिस्क भी ज्यादा रहता है; परन्तु सही तरीके से किया गया निवेश सम्पदा में कई गुनी वृद्धि कर सकता है। निवेश किया गया पैसा एकदम से उपलब्ध नहीं रहता है और इसे बेचकर दोबारा पैसा बनाने में समय भी लग सकता है। उन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए समय सीमा निर्धारित करनी चाहिए। कोई सपना ऐसा नहीं होता जो पूरा न किया जा सके।

Correct Answer: (d) सोने के गहने खरीदना।
Solution:'सोने के गहने खरीदना' निवेश के अन्तर्गत् आता है। पोस्ट ऑफिस में पाँच वर्ष की अवधि तक रखा गया धन, बच्चों के पिग्गी बॉक्स में रखा गया पैसा तथा सेविंग बैंक खाते में रखा धन, बचत के अन्तर्गत् आता है।

40. प्राचीन काल में नारी का स्थान क्या था? [UPSSSC युवा कल्याण एवं विकास दल अधिकारी परीक्षा, 2018 (II)]

निर्देश :- निम्नलिखित गद्यांश (प्रश्न संख्या 1-4) को पढ़कर पूछे गए प्रश्न के उत्तर दीजिए।

प्राचीन काल में नारी का स्थान समाज में अग्रगण्य था। ऐसा कहा जाता था कि जहाँ नारी की पूजा होती है, वहाँ देवताओं का निवास होता है। मध्य भारत के काल से नारी का पतन शुरू हुआ। मध्यकाल तक तो नारी दासी या गुलाम बन गई। चारदीवार में कैद हो गई। किन्तु 19वीं शताब्दी में राजा राममोहन राय, स्वामी विवेकानन्द, दयानन्द सरस्वती आदि समाज-सुधारकों ने नारी जगत की काया पलट दी। नारी, उत्थान की ओर बढ़ती गई। आज आधुनिक नारी ने जमीन से लेकर आसमान में अपना कब्जा जमाया है, 'नारी तू नारायणी' उक्ति को सिद्ध कर दिया है। वास्तव में देखा जाए तो नर और नारी एक रथ के दो पहिए हैं। रथ को सुयोग्य ढंग से  चलाने के लिए दोनों में सन्तुलन चाहिए। शिक्षित नारी परिवार की उद्धारक है। प्रत्येक घर में नारी का सम्मान होना चाहिए। समाज में प्रचलित कुप्रथाओं से लड़ना अनिवार्य है। नारी ने अपना स्थान जो प्राप्त किया है, उसे मजबूत बनाने के लिए नर और नारी दोनों को तत्पर रहना चाहिए।

Correct Answer: (b) प्राचीन काल में नारी का स्थान अग्रगण्य था।
Solution:गद्यांश की पहली पंक्ति से स्पष्ट होता है, कि 'प्राचीन काल में नारी का स्थान अग्रगण्य था।'