निर्देश :- (प्रश्न संख्या 1-5) - काव्यांश को पढ़िए और उनके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर विकल्पों में से चुनकर लिखिए।
कुछ भी बन, बस कायर मत बन
ठोकर मार, पटक मत माथा
तेरी राह रोकते पाहन
कुछ भी बन, बस कायर मत बन
ले-देकर जीना, क्या जीना ?
कब तक गम के आँसू पीना ?
मानवता ने तुझको सींचा
बहा युगों तक खून पसीना !
Correct Answer: (c) कायर मनुष्य का जीवन व्यर्थ है।
Solution:प्रस्तुत पंक्ति में कवि ने 'कुछ भी बन बस कायर मत बन' इसलिए कहा, क्योंकि कायर मनुष्य का जीवन व्यर्थ है।