Correct Answer: (c) सल्फर डाइऑक्साइड तथा नाइट्रस ऑक्साइड
Solution:वातावरणीय प्रदूषण, औद्योगिक निःसृतों एवं प्रकृति में होने वाली विभिन्न क्रियाओं के फलस्वरूप उत्पन्न सल्फर डाइऑक्साइड तथा नाइट्रस ऑक्साइड गैसें वायुमंडल में पहुंचकर ऑक्सीजन और बादल के जल के साथ रासायनिक अभिक्रिया कर क्रमशः सल्फ्यूरिक अम्ल (H₂SO₄) तथा नाइट्रिक अम्ल (HNO3) बनाकर वर्षा के साथ पृथ्वी पर गिरती हैं, इसे अम्लीय वर्षा (Acid Rain) कहते हैं। पृथ्वी पर गिरकर मृदा से संपर्क कर अम्ल वर्षा मृदा को अभूतपूर्व क्षति पहुंचाती है। अधिक अम्लता के कारण अम्ल वर्षा के हाइड्रोजन आयन एवं मृदा के पोषक धनायन (यथा K* एवं Mg**) के बीच आदान-प्रदान होता है। इसके फलस्वरूप पोषक तत्वों का निक्षालन (Leaching) हो जाता है एवं मृदा की उर्वरता समाप्त हो जाती है।