अर्थशास्त्र (रेलवे) (Part-2)

Total Questions: 50

1. एक मुद्रा की तुलना में मूल्य को_________कहा जाता है। [RRB RPF कांस्टेबल परीक्षा, 17.01.2019 (प्रथम पाली)]

Correct Answer: (4) विदेशी मुद्रा विनियम दर
Solution:विनिमय दर एक मुद्रा का दूसरी मुद्रा के सापेक्ष मूल्य देती है।
  •  विनिमय दरें स्थिर या अस्थायी हो सकती हैं।
  •  स्थिर विनिमय दरें किसी देश के केंद्रीय बैंकों द्वारा तय की जाती हैं जबकि अस्थायी विनिमय दरें बाजार की मांग और आपूर्ति के तंत्र द्वारा तय की जाती हैं।

2. वित्तीय सहायता_________द्वारा नियंत्रित होती है। [RRB RPF कांस्टेबल परीक्षा, 17.01.2019 (प्रथम पाली)]

Correct Answer: (2) रिजर्व बैंक
Solution:भारतीय रिजर्व बैंक भारत में मौद्रिक नीति को नियंत्रित करने वाला मुख्य निकाय है।
  • भारत में वित्तीय सहायता आरबीआई द्वारा निर्धारित किया जाता है।
  • यह मौद्रिक नीति के विभिन्न उपकरणों के माध्यम से बाजार में धन के प्रवाह को नियंत्रित करता है।

3. निम्नलिखित में से किस समिति को 'चालू आर्थिक समिति' कहा जाता है? [RRB RPF कांस्टेबल परीक्षा, 17.01.2019 (तृतीय पाली)]

Correct Answer: (4) प्राक्कलन समिति
Solution:प्राक्कलन समिति को सतत आर्थिक समिति के रूप में भी जाना जाता है।
  •  इसमें 30 सदस्य होते हैं जिसके सभी सदस्य लोकसभा से संबंधित होते हैं।
  •  प्राक्कलन समिति में कोई भी राज्यसभा सदस्य नहीं होता है।

4. सार्वजनिक संपत्ति स्रोतों के अति प्रयोग को__________कहा जाता है। [RRB RPF कांस्टेबल परीक्षा, 17.01.2019 (तृतीय पाली)]

Correct Answer: (2) सार्वजनिक संसाधनों की त्रासदी
Solution:सार्वजनिक संपति स्त्रोतों के अतिप्रयोग को सार्वजनिक लक्षणों की त्रासदी (Tragedy of the commons) कहा जाता है। इस सिद्धांत को सर्वप्रथम ब्रिटिश अर्थशास्त्री विलियम फोस्टर लॉयड (William Forster Lloyed) ने 1833 ई. में प्रतिपादित किया था।

5. वैसे, बाजार को क्या कहते हैं, जिसमें कम विक्रेता, एवं अधिक खरीदार होते हैं? [RRB RPF कांस्टेबल परीक्षा, 17.01.2019 (तृतीय पाली)]

Correct Answer: (1) अल्पाधिकार
Solution:अल्पाधिकार (Oligopoly) में बहुत कम विक्रेता एवं अधिक खरीदार होते है।
  • अल्पाधिकार से अभिप्राय बाजार की उस परिस्थिति से है। जब किसी उघोग में सीमित मात्रा में फर्म होती है।

6. भारत सरकार_________के माध्यम से खाद्यान्न खरीदती है। [RRB RPF कांस्टेबल परीक्षा, 17.01.2019 (तृतीय पाली)]

Correct Answer: (1) भारतीय खाद्य निगम
Solution:देश की प्रमुख अनाज प्रबंधन संस्था भारतीय खाद्य निगम (FCI) स्थापना 1965 खाद्यान्नों का विश्व का सबसे बड़ा स्टॉकहोल्डर है।
  • यह भारत सरकार की नोडल केंद्रीय एजेंसी है, जो अन्य राज्य एजेंसियों के साथ न्यूनतक मूल्य समर्थन योजना के तहत गेहूं और धान की खरीद करती है।

7. महात्मा गाँधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना__________में शुरू की गई थी। [RRB RPF कांस्टेबल परीक्षा, 17.01.2019 (तृतीय पाली)]

Correct Answer: (4) 2005
Solution:महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) 25 अगस्त, 2005 को अधिनियमित भारतीय कानून है।
  • मनरेगा किसी भी ग्रामीण परिवार के वयस्क सदस्यों को वैधानिक न्यूनतम मजदूरी पर सार्वजनिक कार्य से संबंधि त अकुशल शारीरिक कार्य करने के इच्छुक वयस्क सदस्यों को प्रत्येक वित्तीय वर्ष में सौ दिनों के रोजगार के लिए कानूनी गारंटी प्रदान करता है।

8. निम्न में से कौन-सा संगठन भारत में गरीबी रेखा की गणना करता है? [RRB RPF कांस्टेबल परीक्षा, 20.01.2019 (तृतीय पाली)]

Correct Answer: (1) NITI आयोग
Solution:भारत में गरीबी का आकलन अब नीति आयोग की टास्क फोर्स द्वारा सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MOSPI) के तहत राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय द्वारा प्राप्त आंकड़ों के आधार पर गरीबी रेखा की गणना के माध्यम से किया जाता है।
  • नीति आयोग ने एक नीति थिंक टैंक के रूप में योजना आयोग का स्थान लिया है, जो पहले भारत में गरीबी रेखा की गणना के लिए जिम्मेदार था।

9. "जब कर लगाने से मूल्य में अनुपातहीन वृद्धि होती है" तो यह दर्शाता है- [RRB RPF कांस्टेबल परीक्षा, 20.01.2019 (तृतीय पाली)]

Correct Answer: (1) सोपानी प्रभाव
Solution:एक प्रगतिशील कर करदाता की भुगतान करने की क्षमता पर आधारित होता है।
  • यह उच्च आय वाले लोगों की तुलना में कम आय वाले लोगों पर कम कर की दर लगाता है।
  • यह आम तौर पर टैक्स ब्रैकेट बनाकर हासिल किया जाता है जो समूह करदाताओं को आय श्रेणियों से समूहित करता है।

10. सरकार वे कर लगाती है जो आय पर निर्भर नहीं हैं उन्हें क्या कहा जाता है? [RRB RPF कांस्टेबल परीक्षा, 20.01.2019 (तृतीय पाली)]

Correct Answer: (2) एकमुश्त कर
Solution:एकमुश्त कर कराधान प्रणाली का एक विशेष तरीका है, जो कर वाली इकाई की वास्तविक परिस्थितियों के बजाए एक निश्चित राशि पर आधारित होता है।