अलंकार (Part-2)

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31. निम्न पंक्तियों में अलंकार पहचानिए- [MPSI (SI) Exam, 08 Sep. 2016 (02:00 PM)]

"पेम अमिअ मन्दरू विरहु, भरतु पयोधि गंभीर। मथि प्रगटेउ सुर साधु हित कृपानु सिन्धु रघुवीर।।"

 

Correct Answer: (a) रूपक अलंकार
Solution:जहाँ उपमान और उपमेय के भेद को समाप्त कर उन्हें एक कर दिया जाय, वहाँ रूपक अलंकार होता है। प्रश्नगत पंक्तियों में रूपक अलंकार निहित है।

32. 'बसन्त में नाचा बहुत मेरा मन-मयूर ।' रेखांकित अंश में ..........अलंकार है। [High Court R.O. Exam, 2016]

Correct Answer: (c) रूपक
Solution:उपर्युक्त वाक्य के रेखांकित अंश 'बहुत मेरा मन-मयूर' में रूपक अलंकार है। यहाँ मन (उपमेय) को मयूर (मोर) (उपमान) का रूप मान लिया गया है।

33. 'अम्बर-पनघट में डुबो रही तारा-घट उषा-नागरी' में कौन-सा अलंकार है? [UP. TET Exam IInd Paper (VI-VIII), 2018 राजस्व लेखपाल (प्रथम पाली) परीक्षा, 2015]

Correct Answer: (c) रूपक
Solution:उपर्युक्त पंक्ति में रूपक अलंकार है। यहाँ 'अम्बर' को 'पनघट', 'तारा' को 'घट' (घड़ा) तथा 'उषा' को 'नागरी' (नगर की स्त्री) मान लिया गया है, अर्थात् उपमेय और उपमान में कोई अन्तर दिखाई नहीं देता।

34. 'समय-सिन्धु चंचल है भारी।' - उक्त पंक्ति में अलंकार कौन-सा है? [उ.प्र. पुलिस कांस्टेबिल प्रा. परीक्षा, 2013]

Correct Answer: (b) रूपक
Solution:उपर्युक्त पंक्ति में रूपक अलंकार है। इस पंक्ति का अर्थ है- समय रूपी सिन्धु (समुद्र) अपनी गति से चलायमान है।

35. 'मुख रूपी चाँद पर राहु भी धोखा खा गया' में कौन-सा अलंकार होगा? [UPSSSC कनिष्ठ सहायक (द्वितीय पाली) परीक्षा 2019]

Correct Answer: (b) रूपक
Solution:'मुखरूपी चाँद पर राहु भी धोखा खा गया' पंक्ति में रूपक अलंकार होगा।

36. 'चरण कमल बन्दौ हरि राई' में कौन-सा अलंकार है? [P.G.T. परीक्षा, 2005, T.G.T. परीक्षा, 2011, UPSSSC Forest guard - 2021, UPSSSC सम्मिलित सहा. लेखा परीक्षक (सा.च.) परीक्षा, 2015]

Correct Answer: (c) रूपक
Solution:यहाँ 'चरण' (उमपेय) पर कमल (उपमान) का अभेद आरोप होने के कारण रूपक अलंकार है।

37. निम्नलिखित में कौन-सा शब्दालंकार नहीं है? [उ.प्र. पुलिस कांस्टेबिल परीक्षा 19 जून, 2018 (I-पाली)]

Correct Answer: (d) रूपक
Solution:अनुप्रास, यमक तथा श्लेष शब्दालंकार हैं, जबकि उपर्युक्त विकल्पों में रूपक अलंकार अर्थालंकार है।

38. उपमेय पर उपमान का अभेद आरोप होने पर होता है- [Revenue Insp. Exam-2014 (IInd Paper, Part-I)]

Correct Answer: (b) रूपकालंकार
Solution:उपमेय पर उपमान का अभेद आरोप होने पर रूपकालंकार होता है। उपमेय पर उपमान का आरोप या उपमान और उपमेय का अभेद ही 'रूपक' अलंकार कहलाता है।

39. "उदित उदयगिरि मंच पर रघुवर बाल पतंग। विकसे सन्त सरोज सब हरषे लोचन भृंग ।।" उपर्युक्त दोहे में कौन-सा अलंकार है? [BPSC स्कूल टीचर परीक्षा, 2023]

Correct Answer: (a) रूपक
Solution:उदित उदयगिरि मंच पर रघुवर बाल पतंग । बिकसे सन्त सरोज सब हरषे लोचन भृंग ।। उपर्युक्त दोहे में 'रूपक अलंकार है। वस्तुतः जहाँ उपमेय और उपमान में भेदरहित आरोप होता है, वहाँ रूपक अलंकार होता है। जैसे- चरण कमल बन्दौ हरि राई।

40. 'सखि, नीलनभस्सर में उतरा, यह हंस अहा ! तरता-तरता। अब तारक-मौक्तिक शेष नहीं, निकला जिनको चरता-चरता।।' में रूपक अलंकार का कौन-सा प्रकार प्रयुक्त हुआ है? [T.G.T. परीक्षा, 2009]

Correct Answer: (c) परम्परित रूपक
Solution:प्रस्तुत पद्यांश का अर्थ है कि तारागणरूपी मोती इसलिए समाप्त हो गए, क्योंकि आकाशरूपी सरोवर से निकले सूर्यरूपी हंस ने उन्हें चुग लिया है। यहाँ तारागणरूपी मोतियों में सूर्यरूपी हंस का आरोप किया गया है। अतः यहाँ परम्परित रूपक है।