अलंकार (Part-3)

Total Questions: 54

1. निम्नलिखित पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है? बालधी बिसाल बिकराल ज्वाल-जाल मानौ, लंक लीलिबे को काल रसना पसारी है। [UP. TET Exam IInd Paper (VI-VIII), 2016]

Correct Answer: (c) उत्प्रेक्षा और अनुप्रास
Solution:उपर्युक्त पंक्तियों में उत्प्रेक्षा और अनुप्रास दोनों अलंकार हैं। प्रस्तुत पंक्ति में मानौ का प्रयोग होने से उत्प्रेक्षा अलंकार तथा 'ब', 'ल' और 'ज' शब्दों की आवृत्ति होने के कारण अनुप्रास अलंकार है।

2. जहाँ उपमेय में उपमान की समानता की सम्भावना व्यक्त की जाती है, वहाँ अलंकार होता है- [Revenue Insp. Exam-2014 (IInd Paper, Part-I) P.G.T. परीक्षा, 2002]

Correct Answer: (a) उत्प्रेक्षा
Solution:जहाँ उपमेय में उपमान की समानता की सम्भावना व्यक्त की जाती है, वहाँ उत्प्रेक्षा अलंकार होता है।

3. सोहत ओढ़े पीत पट, स्याम सलोने गात। [U.K.TET Exam Ist Paper (I-V), 2015]

मनौ नीलमणि शैल पर, आतप पर्यो प्रभात।।

प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है?

Correct Answer: (d) उत्प्रेक्षा
Solution:उपर्युक्त पंक्तियों में उत्प्रेक्षा अलंकार है। इन पंक्तियों में 'पीताम्बर ओढ़े श्याम' कृष्ण (उपमेय) में नीलमणि पर्वत पर प्रभातकालीन धूप (उपमान) की सम्भावना की गई है।

4. "नील परिधान बीच सुकुमार, [T.G.T. परीक्षा, 2011]

खुल रहा मृदुल अधखुला अंग। खिला हो ज्यों बिजली का फूल मेघ बन बीच गुलाबी रंग"।

इस पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है?

Correct Answer: (a) उत्प्रेक्षा
Solution:उपर्युक्त पंक्तियों में उत्प्रेक्षा अलंकार है। इन पंक्तियों में 'पीताम्बर ओढ़े श्याम' कृष्ण (उपमेय) में नीलमणि पर्वत पर प्रभातकालीन धूप (उपमान) की सम्भावना की गई है।

5. 'मुख है अम्बुज सो सही, मीठी बात विसेखी' में अलंकार है- [उत्तराखण्ड P.G.T. (परीक्षा)-2020]

Correct Answer: (d) व्यतिरेक
Solution:जहाँ उपमेय को उपमान से श्रेष्ठ बताया जाय और उसका कारण भी दिया जाए, वहाँ 'व्यतिरेक अलंकार' होता है। उपर्युक्त काव्य-पंक्तियों में इसे देखा जा सकता है।

6. 'रघुवर जस प्रताप के आगे। चन्द मन्द, रवि तापहिं त्यागे'।। उपर्युक्त पंक्ति में कौन-सा अलंकार है? [G.I.C. (प्रवक्ता) परीक्षा, 2012]

Correct Answer: (d) व्यतिरेक
Solution:प्रस्तुत पंक्तियों में व्यतिरेक अलंकार है। यहाँ पर राम का गुण (उपमेय) चन्द्रमा तथा सूर्य के गुण (उपमान) से आधिक्य (उत्कर्ष) दिखाया गया है।

7. जन्म सिन्धु पुनि बन्धु विषु, दिन मलीन सकलंक । सिय मुख समता पाव किमि चन्द बापुरो रंका।" पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है? [आश्रम पद्धति (प्रवक्ता) परीक्षा, 2009, G.I.C. (प्रवक्ता) परीक्षा, 2017]

Correct Answer: (d) व्यतिरेक
Solution:जहाँ उपमेय में उपमान की अपेक्षा कुछ विशेषता दिखाई जाए, वहाँ 'व्यतिरेक अलंकार' होता है। यहाँ उपमान से सकारण उत्कर्ष दिखाया जा रहा है। अतः व्यतिरेक अलंकार है।

8. सम सुबरन सुखमाकर, सुखद न थोर। सीय अंग सखि कोमल, कनक कठोर ।। इस छन्द में प्रयुक्त अलंकार है- [P.G.T. परीक्षा, 2009, डायट (प्रवक्ता) परीक्षा, 2004]

Correct Answer: (b) व्यतिरेक
Solution:जब किसी विशेष गुण के कारण उपमेय को उपमान की अपेक्षा अधिक ऊँचा दिखाया जाय, अर्थात् उपमान की अपेक्षा उपमेय का उत्कर्ष वर्णन हो; तो व्यतिरेक अलंकार होता है। प्रस्तुत पंक्तियों में व्यतिरेक अलंकार है।

9. 'उसी तपस्वी से लम्बे थे देवदार दो-चार खड़े' में अलंकार है- [Revenue Insp. Exam-2014 (IInd Paper, Part-I)]

Correct Answer: (d) प्रतीप
Solution:जब उपमेय को उपमान और उपमान को उपमेय बना दिया जाए, तो प्रतीप अलंकार होता है। 'उसी तपस्वी से लम्बे थे देवदार दो-चार खड़े' में 'प्रतीप अलंकार' है।

10. निम्न पंक्ति में छन्द है - [UPSSSC सम्मिलित सहा. लेखा. व लेखा परीक्षक (सा.च.) परीक्षा, 2016]

बहुरि बिचारु कीन्ह मन माहीं।

सीय वदन सम हिमकर नाहीं।।

Correct Answer: (a) प्रतीप
Solution:बहुरि बिचारु कीन्ह मन माहीं। सीय वदन सम हिमकर नाहीं। उपर्युक्त पंक्ति में 'प्रतीप अलंकार' है। वह अलंकार जिसमें सामान्य उपमा से विपरीत प्रकार के वर्णन द्वारा प्रसिद्ध उपमेय को उपमान सिद्ध करके चमत्कारपूर्ण ढंग से उपमेय या उपमान की उत्कृष्टता दिखाई जाती है, प्रतीप अलंकार कहलाता है।