असहयोग आंदोलन (UPPCS)

Total Questions: 48

21. निम्नलिखित में से कौन चौरी-चौरा कांड की वास्तविक तिथि है? [U.P. Lower Sub. (Pre) 2002 U.P. P.C.S. (Mains) 2006]

Correct Answer: (b) फरवरी 4, 1922
Solution:शहीद स्मारक चौरी-चौरा के अनुसार, चौरी-चौरा कांड की वास्तविक तिथि 4 फरवरी, 1922 है। इस तिथि को तत्कालीन संयुक्त प्रांत (वर्तमान उ.प्र.) के गोरखपुर जिले में चौरी-चौरा नामक स्थान पर किसानों के एक जुलूस पर गोली चलाए जाने के कारण क्रुद्ध भीड़ ने थाने में आग लगा दी, जिससे 23 सिपाहियों की मृत्यु हो गई। यही घटना इतिहास में चौरी-चौरा कांड के नाम से प्रसिद्ध है।

22. फरवरी, 1922 में पुलिस चौकी में आग लगाने की घटना से संबंधित 'चौरी चौरा' किस राज्य में है? [67th B.P.S.C. (Pre) (Re. Exam), 2021]

Correct Answer: (d) उत्तर प्रदेश
Solution:शहीद स्मारक चौरी-चौरा के अनुसार, चौरी-चौरा कांड की वास्तविक तिथि 4 फरवरी, 1922 है। इस तिथि को तत्कालीन संयुक्त प्रांत (वर्तमान उ.प्र.) के गोरखपुर जिले में चौरी-चौरा नामक स्थान पर किसानों के एक जुलूस पर गोली चलाए जाने के कारण क्रुद्ध भीड़ ने थाने में आग लगा दी, जिससे 23 सिपाहियों की मृत्यु हो गई। यही घटना इतिहास में चौरी-चौरा कांड के नाम से प्रसिद्ध है।

23. चौरी-चौरा किस जनपद में स्थित है? [U.P. P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008 U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2013]

Correct Answer: (b) गोरखपुर
Solution:शहीद स्मारक चौरी-चौरा के अनुसार, चौरी-चौरा कांड की वास्तविक तिथि 4 फरवरी, 1922 है। इस तिथि को तत्कालीन संयुक्त प्रांत (वर्तमान उ.प्र.) के गोरखपुर जिले में चौरी-चौरा नामक स्थान पर किसानों के एक जुलूस पर गोली चलाए जाने के कारण क्रुद्ध भीड़ ने थाने में आग लगा दी, जिससे 23 सिपाहियों की मृत्यु हो गई। यही घटना इतिहास में चौरी-चौरा कांड के नाम से प्रसिद्ध है।

24. किस घटना के कारण गांधीजी ने असहयोग आंदोलन (Non-Cooperation Movement) वापस लिया था? [46th B.P.S.C. (Pre) 2004]

Correct Answer: (b) चौरी-चौरा कांड
Solution:4 फरवरी, 1922 को हुए चौरी-चौरा कांड से क्षुब्ध होकर महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन को वापस लेने का निर्णय लिया। 12 फरवरी, 1922 को बारदोली में हुई कांग्रेस की बैठक में आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा की। आंदोलन समाप्त करने के अपने निर्णय के बारे में गांधीजी ने 'यंग इंडिया' में लिखा कि " आंदोलन हिंसक होने से बचाने के लिए मैं हर एक अपमान, हर एक यंत्रणापूर्ण बहिष्कार यहां तक कि मौत भी सहने को तैयार हूं।

25. महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन स्थगित कर दिया; क्योंकि- [U.P. P.C.S. (Pre) 1990]

Correct Answer: (d) चौरी-चौरा में हिंसा भड़क उठी
Solution:4 फरवरी, 1922 को हुए चौरी-चौरा कांड से क्षुब्ध होकर महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन को वापस लेने का निर्णय लिया। 12 फरवरी, 1922 को बारदोली में हुई कांग्रेस की बैठक में आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा की। आंदोलन समाप्त करने के अपने निर्णय के बारे में गांधीजी ने 'यंग इंडिया' में लिखा कि " आंदोलन हिंसक होने से बचाने के लिए मैं हर एक अपमान, हर एक यंत्रणापूर्ण बहिष्कार यहां तक कि मौत भी सहने को तैयार हूं।

26. महात्मा गांधी ने वर्ष 1922 में असहयोग आंदोलन क्यों वापस ले लिया था? [U.P. P.C.S. (Pre) 2006]

Correct Answer: (c) चौरी-चौरा में हुई हिंसा के कारण
Solution:4 फरवरी, 1922 को हुए चौरी-चौरा कांड से क्षुब्ध होकर महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन को वापस लेने का निर्णय लिया। 12 फरवरी, 1922 को बारदोली में हुई कांग्रेस की बैठक में आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा की। आंदोलन समाप्त करने के अपने निर्णय के बारे में गांधीजी ने 'यंग इंडिया' में लिखा कि " आंदोलन हिंसक होने से बचाने के लिए मैं हर एक अपमान, हर एक यंत्रणापूर्ण बहिष्कार यहां तक कि मौत भी सहने को तैयार हूं।

27. निम्नलिखित में से किस प्रमुख कारण से महात्मा गांधी ने 1922 में असहयोग आंदोलन को वापस ले लिया था? [U.P. B.E.O. (Pre) 2019]

Correct Answer: (d) चौरी-चौरा में हुई हिंसा
Solution:4 फरवरी, 1922 को हुए चौरी-चौरा कांड से क्षुब्ध होकर महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन को वापस लेने का निर्णय लिया। 12 फरवरी, 1922 को बारदोली में हुई कांग्रेस की बैठक में आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा की। आंदोलन समाप्त करने के अपने निर्णय के बारे में गांधीजी ने 'यंग इंडिया' में लिखा कि " आंदोलन हिंसक होने से बचाने के लिए मैं हर एक अपमान, हर एक यंत्रणापूर्ण बहिष्कार यहां तक कि मौत भी सहने को तैयार हूं।

28. फरवरी, 2021 में प्रधानमंत्री जी द्वारा किस शताब्दी समारोह की शुरुआत की गई? [M.P.P.C.S. (Pre) 2020]

Correct Answer: (c) चौरी-चौरा शताब्दी समारोह
Solution:4 फरवरी, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चौरी-चौरा घटना के 100 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में चौरी-चौरा शताब्दी समारोह का आरंभ किया।।

29. किस घटना के बाद महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन को अपनी 'हिमालय जैसी भूल' बताई थी? [56th to 59th B.P.S.C. (Pre) 2015]

Correct Answer: (c) नागपुर सत्याग्रह
Solution:जलियांवाला बाग हत्याकांड के बाद महात्मा गांधी ने 14 अप्रैल को नाडियाड में मार्शल लॉ के दौरान सत्याग्रह को अपनी 'हिमालय जैसी भूल' स्वीकार किया था।

30. चौरी-चौरा की घटना के समय महात्मा गांधी कहां थे? [U.P.P.C.S. (Mains) 2011]

Correct Answer: (d) बारदोली में
Solution:4 फरवरी, 1922 को गोरखपुर के निकट चौरी-चौरा की घटना हुई थी और गांधीजी ने 12 फरवरी, 1922 को बारदोली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाकर असहयोग आंदोलन स्थगित करने की घोषणा की थी। चौरी चौरा की घटना के समय गांधीजी गुजरात के बारदोली में सामूहिक सत्याग्रह द्वारा सविनय अवज्ञा आंदोलन प्रारंभ करने की तैयारी कर रहे थे।