आधुनिक इतिहास : विविध (UPPCS) (भाग – 2)

Total Questions: 50

11. निम्नांकित घटनाओं में से कौन-सी घटना कालक्रम के अनुसार तीसरे स्थान पर आती है? [U.P. P.C.S (Pre) 1996]

Correct Answer: (d) दांडी मार्च
Solution:दी गई घटनाओं का कालक्रम इस प्रकार है-

चंपारण आंदोलन-वर्ष 1917

असहयोग आंदोलन-वर्ष 1920-22

दांडी मार्च-वर्ष 1930

भारत छोड़ो आंदोलन-वर्ष 1942

अतः दांडी मार्च, कालक्रम के अनुसार तीसरे स्थान पर आता है।

12. भारत में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [IAS (Pre) 2019]

1. महात्मा गांधी 'गिरमिटिया (इंडेंचर्ड लेबर)' प्रणाली के उन्मूलन में सहायक थे।

2. लॉर्ड चेम्सफोर्ड की 'वॉर कॉन्फ्रेंस' में महात्मा गांधी ने विश्व युद्ध के लिए भारतीयों की भरती से संबंधित प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया था।

3. भारत के लोगों द्वारा नमक कानून तोड़े जाने के परिणामस्वरूप, औपनिवेशिक शासकों द्वारा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को अवैध घोषित कर दिया गया था।

उपर्युक्त में से कौन-से कथन सही हैं?

Correct Answer: (b) केवल 1 और 3
Solution:गिरमिटिया मजदूर (Indentured labour) उन्हें कहा जाता था, जिन्हें भारत से बाहर ब्रिटिश उपनिवेशों में निर्धारित अवधि के लिए मजदूर के रूप में ले जाया जाता था। इनकी दशा बंधुआ मजदूरों जैसी थी। गांधीजी ने सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में 1894 ई. में गिरमिटिया मजदूरों के पक्ष में आवाज उठाई। वर्ष 1914 में गांधी-स्मट्स समझौते द्वारा इन मजदूरों पर लगने वाला 3 पौंड का कर समाप्त हुआ। भारत आने पर गांधीजी ने वायसराय लॉर्ड चेम्सफोर्ड से गिरमिटिया पद्धति को समाप्त करने के लिए वार्ता की और अंततः जुलाई, 1917 में गिरमिटिया पद्धति प्रतिबंधित कर दी गई। इस प्रकार कथन 1 सही है। गांधीजी के दांडी मार्च और 6 अप्रैल, 1930 को उनके द्वारा नमक कानून तोड़े जाने के बाद देशभर में भारतीयों द्वारा नमक कानून का उल्लंघन प्रारंभ कर दिया गया। इसकी प्रतिक्रियास्वरूप जवाहरलाल नेहरू, महादेव देसाई आदि बहुत से कांग्रेसी नेताओं एवं सत्याग्रहियों को जेल भेज दिया गया और ब्रिटिश शासन द्वारा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को अवैध घोषित कर दिया गया। इस प्रकार कथन 3 सही है। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान लॉर्ड चेम्सफोर्ड द्वारा बुलाए गए युद्ध सम्मेलन (अप्रैल, 1918) में महात्मा गांधी ने ब्रिटेन के पक्ष को न्यायोचित मानते हुए भारत के सहयोग का समर्थन दिया था; क्योंकि उन्हें लगा कि ब्रिटिश सरकार का युद्ध में समर्थन करने से भारत का डोमिनियन स्टेट्स प्राप्त करना आसान हो जाएगा। अतः कथन 2 सही नहीं है।

13. भारतीय राजनीति में 1947 के बाद किस महिला ने सर्वाधिक योगदान दिया? [42nd B.P.S.C. (Pre) 1997]

Correct Answer: (a) अरुणा आसफ अली
Solution:अरुणा आसफ अली एक राष्ट्रवादी मुसलमान और स्वतंत्रता सेनानी थीं। उनका मूल नाम अरुणा गांगुली था। वर्ष 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में वह स्वयं और सुचेता कृपलानी भूमिगत आंदोलन की दो प्रमुख महिला संगठनकर्ता थीं। अरुणा आसफ अली ने भारतीय राज- नीति में वर्ष 1947 के बाद सर्वाधिक योगदान दिया। वर्ष 1955 में वह कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया से जुड़ गईं। कम्युनिस्ट पार्टी की महिला विंग नेशनल फेडरेशन आफ इंडियन ओमेन (NFIW) के गठन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। वर्ष 1958 में वह दिल्ली की मेयर चुनी गईं। उन्होंने 'द पैट्रिआट' नामक समाचार-पत्र तथा 'लिंक' नामक पत्रिका का प्रकाशन किया। 29 जुलाई, 1996 को इनका निधन हो गया।

14. "हम बहुत बड़ी भूल करेंगे यदि हम बिहार की जनता और उनके मंत्रिमंडल को लीग के नेताओं के हिंसक व असभ्य आक्रमणों के आगे आरक्षित छोड़ देंगे।" वर्ष 1946 में यह बात किसने की ? [42nd B.P.S.C. (Pre) 1997]

Correct Answer: (d) सरदार पटेल ने
Solution:प्रश्नगत कथन सरदार पटेल ने वर्ष 1946 में बिहार में मुस्लिम लीग द्वारा कराए जा रहे दंगों के संदर्भ में कहा था।

15. किसने वर्ष 1921 में पहली बार 'पूर्ण स्वतंत्रता' की मांग को उठाया ? [56th to 59th B.P.S.C. (Pre) 2015]

Correct Answer: (d) मौलाना हसरत मोहानी
Solution:वर्ष 1921 के अहमदाबाद में हुए कांग्रेस अधिवेशन की अध्यक्षता हकीम अजमल खां ने की थी। इस अधिवेशन में सर्वप्रथम मौलाना हसरत मोहानी ने' पूर्ण स्वतंत्रता' (पूर्ण स्वराज) की मांग उठाई थी; किंतु महात्मा गांधी इस मांग के पक्ष में नहीं थे।

16. भारत विभाजन के लिए मोहम्मद अली जिन्ना को सर्वाधिक उत्तरदायी किसने ठहराया है? [Uttarakhand P.C.S. (Mains) 2002]

Correct Answer: (d) लॉर्ड माउंटबेटन ने
Solution:लॉर्ड माउंटबेटन (1947-48) ने भारत विभाजन के लिए मुहम्मद अली जिन्ना को उत्तरदायी ठहराया था। लॉर्ड कर्जन का कार्यकाल 6 जनवरी, 1899-18 नवंबर, 1905; लॉर्ड इर्विन का कार्यकाल 3 अप्रैल, 1926-18 अप्रैल, 1931 एवं लॉर्ड लिनलिथगो का कार्यकाल 18 अप्रैल, 1936-1 अक्टूबर, 1943 के बीच था।

17. निम्नलिखित में से किसने 31 दिसंबर, 1928 को दिल्ली में हुए सर्वदलीय मुस्लिम सम्मेलन की अध्यक्षता की थी? [U.P.P.C.S. (Mains) 2015]

Correct Answer: (a) आगा खां
Solution:आगा खां ने 31 दिसंबर, 1928 से 1 जनवरी, 1929 तक दिल्ली में हुए सर्वदलीय मुस्लिम सम्मेलन की अध्यक्षता की थी। सम्मेलन की पृष्ठभूमि 1928 ई. को आई नेहरू रिपोर्ट थी। जिसमें बड़ी संख्या में केंद्रीय और प्रांतीय विधानसभाओं के मुस्लिम सदस्यों द्वारा हस्ताक्षरित शिमला घोषणा-पत्र जारी किया गया, जिसमें प्रावधान किया गया था कि मुस्लिमों के सहमति के बगैर कोई सांविधानिक सुझाव या सुधार मंजूर नहीं होगा।

18. अगस्त, 1923 के बनारस हिंदू महासभा के अधिवेशन की अध्यक्षता की- [43rd B.P.S.C. (Pre) 1999]

Correct Answer: (d) पंडित मदन मोहन मालवीय
Solution:अगस्त, 1923 में संपन्न अखिल भारत हिंदू महासभा के अधिवेशन की अध्यक्षता पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा की गई थी। इसका आयोजन बनारस (वाराणसी) में हुआ था। इसमें लगभग 1,500 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था, जिसमें हिंदू, जैन, बौद्ध, सिख एवं पारसी भी सम्मिलित थे।

19. आधुनिक बिहार का निर्माता किसे माना जाता है? [65th B.P.S.C. (Pre) 2019]

Correct Answer: (a) सच्चिदानंद सिन्हा
Solution:सच्चिदानंद सिन्हा भारत के प्रसिद्ध राजनीतिक, शिक्षाविद्, अधिवक्ता एवं पत्रकार थे। सच्चिदानंद सिन्हा के विषय में इतिहासकार प्रमोदानंद दास ने अपने लेख में उन्हें 'आधुनिक बिहार प्रांत का वास्तविक निर्माता' माना है। निःसंदेह - 'बिहार के बंगाल से पृथक्करण आंदोलन' की वे आत्मा थे और बिहार एवं उड़ीसा प्रांत का गठन उनके अथक प्रयासों का ही प्रतिफल था। सच्चिदानंद सिन्हा को संविधान सभा का प्रथम अस्थायी अध्यक्ष बनाया गया। संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसंबर, 1946 को संसद भवन के सेंट्रल हॉल में सच्चिदानंद सिन्हा की अध्यक्षता में हुई थी।

20. भारत की कम्युनिस्ट पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के क्रमशः सबसे करीबी वर्ष पहचानिए- [56th to 59th B.P.S.C. (Pre) 2015]

Correct Answer: (b) 1925, 1925
Solution:भारत की कम्युनिस्ट पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना वर्ष 1925 में क्रमशः कानपुर और नागपुर में हुई थी।