Correct Answer: (a) 1 2 4 3
Solution:वर्ष 1932 में महत्वपूर्ण नेताओं के हस्तक्षेप से ही पूना पैक्ट (समझौते) पर हस्ताक्षर किए गए। इसकी शर्तों के अंतर्गत प्रांतीय विधानसभा के 148 स्थान दलितों के लिए सुरक्षित रखे गए, परंतु उनके उम्मीदवार चुनने के लिए संयुक्त निर्वाचन प्रणाली की व्यवस्था की गई। केंद्रीय विधान परिषद में सामान्य चुनाव पद्धति के द्वारा चुने जाने वाले सदस्यों का 18 प्रतिशत भाग दलितों के लिए सुरक्षित रखा गया। 8 अगस्त, 1942 को बंबई में हुई अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठक में भारत छोड़ो आंदोलन के प्रस्ताव को समर्थन प्राप्त हुआ तथा भारत छोड़ो आंदोलन 9 अगस्त, 1942 से शुरू हो गया। वेवेल योजना पर विचार-विमर्श करने के लिए वायसराय वेवेल ने भारतीय नेताओं के एक सम्मेलन के विषय में घोषणा की और जून, 1945 में शिमला सम्मेलन (कॉन्फ्रेंस) में भारतीय नेताओं को वार्ता के लिए बुलाया। कैबिनेट मिशन दिल्ली पहुंचने (24 मार्च, 1946) के उपरांत पहले तीन सप्ताहों में विभिन्न राजनैतिक पक्षों, सरकार के अधिकारियों आदि से विचार-विमर्श करता रहा। जिन्ना को पहली बार यह अनुभव हुआ कि अंग्रेजी सरकार उसकी सहमति के बिना भी सत्ता हस्तांतरण करने को तैयार थी। 16 मई, 1946 को मिशन ने अपने प्रस्ताव प्रकाशित कर दिए