Solution:प्रश्न में दी गई घटनाओं का कालक्रम इस प्रकार है-लखनऊ समझौता वर्ष 1916 में कांग्रेस का अधिवेशन लखनऊ में हुआ था। इसकी अध्यक्षता अंबिकाचरण मजूमदार ने की थी। इसी अधिवेशन में कांग्रेस और मुस्लिम लीग के मध्य समझौता हुआ, जिसे लखनऊ समझौता के नाम से जाना जाता है।
गांधी-इर्विन समझौता 5 मार्च, 1931 को गांधीजी तथा इर्विन के मध्य एक समझौता हुआ जिसे गांधी-इर्विन समझौता कहा जाता है। इस समझौते पर कांग्रेस की तरफ से गांधीजी तथा ब्रिटिश सरकार की तरफ से इर्विन ने हस्ताक्षर किए। गांधी-इर्विन समझौते को दिल्ली समझौता भी कहा जाता है।
पूना समझौता 24 सितंबर, 1932 को मदन मोहन मालवीय, सी. राजगोपालाचारी, राजेंद्र प्रसाद तथा पुरुषोत्तम दास के प्रयत्नों से गांधीजी एवं अम्बेडकर के मध्य एक समझौता हुआ, जो पूना समझौता के नाम से जाना जाता है। इस समझौते के अनुसार, प्रांतीय विधानमंडलों में दलितों के लिए सुरक्षित सीटों की संख्या 71 से बढ़ाकर 148 कर दी गई। सविनय अवज्ञा आंदोलन की अंतिम रूप से वापसी-1 अगस्त, 1934 को गांधीजी ने व्यक्तिगत सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू किया; किंतु यह आंदोलन संक्षिप्त और निराशाजनक स्वरूप के कारण असफल रहा।