1. प्रारंभ में वे असहयोग नीति के पक्ष में नहीं थे, परंतु बाद में वे गांधी के पक्ष में हो गए।
2. स्वराज पार्टी के गठन में लाला लाजपत राय भी शामिल हुए।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
कूट :
Correct Answer: (c) 1 और 2 दोनों
Solution:प्रारंभ में लाला लाजपत राय असहयोग आंदोलन के पक्ष में नहीं थे, कारण वह कांग्रेस की प्रार्थना अनुनय-विनय की नीतियों से असंतुष्ट थे। लेकिन बाद में सितंबर, 1920 में कांग्रेस ने लाला लाजपत राय के नेतृत्व में कलकत्ता में एक विशेष सत्र आयोजित किया और असहयोग आंदोलन चलाने का प्रस्ताव पारित किया। अतः कथन 1 सत्य है। गांधीजी द्वारा 4 फरवरी, 1922 को चौरी-चौरा कांड के बाद असहयोग आंदोलन वापस ले लिया गया। इससे नाराज होकर सी.आर. दास एवं पंडित मोती लाल नेहरू ने जनवरी, 1923 में स्वराज पार्टी का गठन किया, जिसमें लाला लाजपत राय भी शामिल हुए लेकिन 16 जून, 1925 को सी.आर. दास की मृत्यु के बाद लाला लाजपत राय और पंडित मदन मोहन मालवीय ने सत्ता के बंटवारे और सांप्रदायिकता के मुद्दे पर मतभेद के चलते पार्टी छोड़ दी। अतः कथन 1 एवं 2 दोनों सत्य हैं।