आधुनिक भारतीय इतिहास (Part-II)

Total Questions: 45

21. चंपारण सत्याग्रह के दौरान नील की खेती किस नाम से पहचानी जाती थी ? [M.P. P.C.S. (Pre) 2022]

Correct Answer: (a) तिनकठिया पद्धति
Solution:चंपारण आंदोलन (1917) भारत में गांधीजी का प्रथम सत्याग्रह आंदोलन था, जिसमें उन्होंने सविनय अवज्ञा का प्रयोग किया था।

19वीं सदी के आरंभ में बिहार के चंपारण में प्रचलित 'तिनकठिया पद्धति' के विरोध स्वरूप इस सत्याग्रह का प्रारंभ किया गया था।

चंपारण सत्याग्रह के उपरांत गांधीजी ने इसका प्रयोग वर्ष 1918 में अहमदाबाद की कॉटन मिल मालिकों और मजदूरों में प्लेग बोनस को लेकर छिड़े विवाद में हस्तक्षेप कर किया। वर्ष 1918 में ही गुजरात के खेड़ा में किसानों की नष्ट हुई फसलों के बावजूद ब्रिटिश सरकार द्वारा लगान में छूट न देने के कारण महात्मा गांधी ने खेड़ा सत्याग्रह का प्रारंभ किया था। ध्यातव्य है कि महात्मा गांधी द्वारा रौलेट सत्याग्रह का प्रारंभ वर्ष 1919 में ब्रिटिश सरकार द्वारा पारित 'रौलेट एक्ट' के विरोध स्वरूप किया गया था।

22. भूदान आंदोलन किसने प्रारंभ किया? [M.P.P.C.S. (Pre) 1998]

Correct Answer: (c) विनोबा भावे
Solution:आचार्य विनोबा भावे द्वारा भूदान आंदोलन का प्रारंभ 18 अप्रैल, 1951 को तेलंगाना के यादाद्री भुवनगिरी जिले के पोचमपल्ली ग्राम से किया गया।

23. जनरल डायर का नाम किस घटना से जुड़ा हुआ है? [M.P.P.C.S. (Pre) 1993]

Correct Answer: (d) जलियांवाला बाग
Solution:रौलेट एक्ट मार्च, 1919 में लागू किया गया था, जिसके विरुद्ध गांधीजी ने 6 अप्रैल, 1919 को देशव्यापी हड़ताल का आयोजन कराया था। जलियांवाला बाग (रेगिर्नेल्ड एडवर्ड हैरी डायर) (अमृतसर) में 13 अप्रैल, 1919 को शांतिपूर्ण जनसभा में जनरल डायर ने नृशंस नरसंहार कराया था।

24. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पहला असहयोग आंदोलन किस वर्ष में शुरू किया था? [M.P.P.C.S. (Pre) 1990]

Correct Answer: (c) 1920
Solution:वर्ष 1920 में कलकत्ता में कांग्रेस के विशेष अधिवेशन में असहयोग संबंधी प्रस्ताव पास हुआ। असहयोग आंदोलन संबंधी प्रस्ताव की पुष्टि दिसंबर, 1920 में नागपुर में कांग्रेस वार्षिक अधिवेशन में हुई। असहयोग आंदोलन 1 अगस्त, 1920 से आरंभ हुआ था।

25. खिलाफत के प्रश्न पर असहयोग आंदोलन कब शुरू हुआ? [M.P.P.C.S. (Pre) 1992]

Correct Answer: (b) 1920
Solution:सितंबर, 1920 में लाला लाजपत राय की अध्यक्षता में कलकत्ता में हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विशेष अधिवेशन में महात्मा गांधी की प्रेरणा से एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें दो अन्यायपूर्ण कार्यों के विरोध में असहयोग आंदोलन प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया- (1) खिलाफत मुद्दे के प्रति ब्रिटिश सरकार का दृष्टिकोण, (2) पंजाब के निर्दोष लोगों की रक्षा न करने तथा उनके साथ बर्बर व्यवहार करने वाले अपराधी अधिकारियों को दंडित करने में ब्रिटिश सरकार की विफलता।

26. फरवरी, 2021 में प्रधानमंत्री जी द्वारा किस शताब्दी समारोह की शुरुआत की गई? [M.P.P.C.S. (Pre) 2020]

Correct Answer: (c) चौरी-चौरा शताब्दी समारोह
Solution:4 फरवरी, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौरी-चौरा शताब्दी समारोह का आरंभ किया।।

27. असहयोग आंदोलन 1920 में प्रारंभ हुआ था। बताइए यह कब समाप्त हुआ? [M.P.P.C.S. (Pre) 2006]

Correct Answer: (c) 1922
Solution:4 फरवरी, 1922 को गोरखपुर के निकट चौरी-चौरा की घटना हुई थी और गांधीजी ने 12 फरवरी, 1922 को बारदोली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाकर असहयोग आंदोलन स्थगित करने की घोषणा की थी। चौरी-चौरा की घटना के समय गांधीजी गुजरात के बारदोली में सामूहिक सत्याग्रह द्वारा सविनय अवज्ञा आंदोलन प्रारंभ करने की तैयारी कर रहे थे।

28. महात्मा गांधी ने 'दाण्डी यात्रा' किस आश्रम से प्रारंभ की थी? [M.P.P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (a) साबरमती
Solution:महात्मा गांधी ने 12 मार्च, 1930 को अपना प्रसिद्ध 'दाण्डी मार्च शुरू किया। उन्होंने 'साबरमती आश्रम (अहमदाबाद) से चुने हुए साथियों के साथ सत्याग्रह के लिए कूच किया। 24 दिनों की लंबी यात्रा के बाद उन्होंने 6 अप्रैल, 1930 को दांडी में सांकेतिक रूप से नमक कानून भंग किया और इस प्रकार नमक कानून तोड़कर उन्होंने औपचारिक रूप से सविनय अवज्ञा आंदोलन का शुभारंभ किया।

29. स्वराज पार्टी को संस्थापित किया था- [M.P.P.C.S. (Pre) 2006]

Correct Answer: (c) सी.आर. दास तथा मोतीलाल नेहरू ने
Solution:असहयोग आंदोलन की असफलता के बाद स्वराज पार्टी (कांग्रेस-खिलाफत स्वराज पार्टी) का गठन जनवरी, 1923 में सी.आर. दास और मोतीलाल नेहरू ने किया। सी.आर. दास इसके अध्यक्ष तथा मोतीलाल नेहरू इसके महासचिव थे। स्वराज पार्टी ने अपने को कांग्रेस के अभिन्न हिस्से के रूप में प्रचारित किया। साथ ही अहिंसा और असहयोग के प्रति अपनी वचनबद्धता को दोहराया।

30. अभिकथन (A): 1928 में लाहौर में लाला लाजपत राय के नेतृत्व में साइमन कमीशन का विरोध आयोजित किया गया था। [M.P.P.C.S. (Pre) 2008]

कारण (R): साइमन कमीशन में एक भी भारतीय सदस्य शामिल नहीं था।

उपर्युक्त दोनों वक्तव्यों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा सही है?

Correct Answer: (a) (A) और (R) दोनों सत्य हैं और (A) की सही व्याख्या (R) करता है।
Solution:साइमन कमीशन 3 फरवरी, 1928 को इंग्लैंड से बंबई पहुंचा। इस कमीशन में सभी सातों सदस्य अंग्रेज थे। इसीलिए इसका देशव्यापी विरोध किया गया। लाहौर में लाला लाजपत राय ने साइमन कमीशन के विरोध का नेतृत्व किया था। इसी दौरान पुलिस की लाठी से घायल होने के कारण उनकी मृत्यु हो गई। इस प्रकार अभिकथन और कारण दोनों सही हैं तथा कारण, अभिकथन की सही व्याख्या कर रहा है।