Correct Answer: (b) वॉटसन तथा क्रिक
Solution:जेम्स वॉटसन, फ्रांसिस क्रिक, एम. एच. एफ, विल्किन्स तथा फ्रैंकलिन नामक वैज्ञानिकों ने एक्स-रे विश्लेषण द्वारा डी.एन.ए. की द्विकुंडलिनी संरचना प्रस्तुत किया। इसके अनुसार, एक सीढ़ी की भांति D.N.A. का अणु सीधा नहीं होता, बल्कि सर्पिलाकार सीदी सदृश्य अर्थात द्विकुंडलिनी (Double helical) संरचना के रूप में होता है। एक D.N.A. कुंडली में एक पूरा घुमाव 3.4 नैनोमीटर लंबा होता है। इस पूरे घुमाव में 10 क्षारक युग्म होते हैं तथा प्रत्येक क्षारक युग्म परस्पर 34 नैनोमीटर की दूरी पर होते हैं। द्विकुंडलित D.N.A. अणु का व्यास 2 नैनोमीटर या 20 एंगस्ट्राम होता है।