आपात उपबंध

Total Questions: 36

11. अनुच्छेद 352 के अनुसार, राष्ट्रीय आपातकाल के विषय में सही क्या है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2017]

1. यह राष्ट्रपति के द्वारा उद्घोषित किया जाता है।

ii . दो माह के भीतर इस पर संसद की स्वीकृति मिल जानी चाहिए।

iii. एक माह के भीतर इस पर संसद की स्वीकृति मिल जानी चाहिए।

iv. संसद के साधारण बहुमत से इस पर स्वीकृति मिलनी चाहिए।

v. संसद के 2/3 बहुमत से इस पर स्वीकृति मिलनी चाहिए।

vi. संसद के साधारण बहुमत से इसे वापस लिया जा सकता है।

vii. संसद के 2/3 बहुमत से इसे वापस लिया जा सकता है।

viii. इस पर संसद के संयुक्त अधिवेशन में स्वीकृति ली जा सकती है।

 

Correct Answer: (c) i iii V vi
Note:

अनुच्छेद 352 के अनुसार, युद्ध या बाह्य आक्रमण या सशस्त्र विद्रोह के आधार पर तथा मंत्रिमंडल की सिफारिश पर राष्ट्रपति आपातकाल की उद्घोषणा करता है। आपातकाल की उद्घोषणा के एक माह के भीतर इस पर संसद की स्वीकृति मिल जानी चाहिए। आपात की उद्घोषणा को या उसे जारी रखने का अनुमोदन करने वाले संकल्पों को संसद के प्रत्येक सदन द्वारा उस सदन की कुल सदस्य संख्या के बहुमत तथा उस सदन के उपस्थित और मत देने वाले सदस्यों के कम-से-कम दो-तिहाई बहुमत द्वारा पारित करना होगा। आपातकाल की उ‌द्घोषणा को संसद के साधारण बहुमत द्वारा वापस लिया जा सकता है।

 

12. संसद द्वारा संकटकाल की घोषणा का अनुमोदन कितनी अवधि के अंतराल में होना आवश्यक है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2006]

Correct Answer: (b) 1 माह
Note:

अनुच्छेद 352 के अनुसार, युद्ध या बाह्य आक्रमण या सशस्त्र विद्रोह के आधार पर तथा मंत्रिमंडल की सिफारिश पर राष्ट्रपति आपातकाल की उद्घोषणा करता है। आपातकाल की उद्घोषणा के एक माह के भीतर इस पर संसद की स्वीकृति मिल जानी चाहिए। आपात की उद्घोषणा को या उसे जारी रखने का अनुमोदन करने वाले संकल्पों को संसद के प्रत्येक सदन द्वारा उस सदन की कुल सदस्य संख्या के बहुमत तथा उस सदन के उपस्थित और मत देने वाले सदस्यों के कम-से-कम दो-तिहाई बहुमत द्वारा पारित करना होगा। आपातकाल की उ‌द्घोषणा को संसद के साधारण बहुमत द्वारा वापस लिया जा सकता है।

 

13. आपातकाल की घोषणा को स्वीकृति हेतु संसद के समक्ष रखा जाना आवश्यक है : [U.P.P.C.S. (Mains) 2003 U.P.P.C.S. (Mains) 2004]

Correct Answer: (a) एक माह के अंदर
Note:

अनुच्छेद 352 के अनुसार, युद्ध या बाह्य आक्रमण या सशस्त्र विद्रोह के आधार पर तथा मंत्रिमंडल की सिफारिश पर राष्ट्रपति आपातकाल की उद्घोषणा करता है। आपातकाल की उद्घोषणा के एक माह के भीतर इस पर संसद की स्वीकृति मिल जानी चाहिए। आपात की उद्घोषणा को या उसे जारी रखने का अनुमोदन करने वाले संकल्पों को संसद के प्रत्येक सदन द्वारा उस सदन की कुल सदस्य संख्या के बहुमत तथा उस सदन के उपस्थित और मत देने वाले सदस्यों के कम-से-कम दो-तिहाई बहुमत द्वारा पारित करना होगा। आपातकाल की उ‌द्घोषणा को संसद के साधारण बहुमत द्वारा वापस लिया जा सकता है।

 

14. संघ एवं राज्यों के बीच करों के विभाजन संबंधी प्रावधानों को- [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2011]

Correct Answer: (b) राष्ट्रीय आपात के समय निलंबित किया जा सकता है।
Note:

संघ एवं राज्यों के बीच करों के विभाजन (राजस्वों के वितरण) संबंधी अनु. 268 से अनु. 279 तक के प्रावधानों को राष्ट्रीय आपात (अनु. 352 के तहत आपात की उद्घोषणा) की स्थिति में संविधान के अनु. 354 (1) के तहत राष्ट्रपति के आदेश के द्वारा निलंबित या उस आदेश में विनिर्दिष्ट उपांतरणों के अधीन प्रभावी किया जा सकता है।

 

15. निम्न में से किस संविधान अनुच्छेद के अंतर्गत भारत के राष्ट्रपति मूल अधिकारों के कार्यान्वयन को स्थगित कर सकते हैं (अनुच्छेद 20 एवं 21 के अतिरिक्त)? [U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008]

Correct Answer: (b) अनुच्छेद 359
Note:

44वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1978 के पश्चात अब अनु. 352 के अंतर्गत राष्ट्रीय आपातकाल की उद्घोषणा के प्रवर्तन में रहने की स्थिति में राष्ट्रपति अनु. 359 के तहत आदेश जारी कर अनु. 20 एवं अनु. 21 के अतिरिक्त संविधान के भाग 3 द्वारा प्रदत्त अन्य मूल अधिकारों के कार्यान्वयन को स्थगित कर सकते हैं। युद्ध या बाह्य आक्रमण की स्थिति में आपात घोषित होने पर अनु. 19 द्वारा प्रदत्त मूल अधिकार अनु. 358 के तहत स्वतः निलंबित हो जाता है।

 

16. भारत के राष्ट्रपति को निलंबित करने की शक्ति प्राप्त है- [U.P. Lower Sub. (Pre) 2015]

Correct Answer: (d) अनुच्छेद 19 में वर्णित मौलिक अधिकारों को
Note:

युद्ध या बाह्य आक्रमण के आधार पर अनुच्छेद 352 के तहत आपातकाल की घोषणा होने पर अनुच्छेद 358 के तहत अनुच्छेद 19 में वर्णित मूल अधिकार स्वतः ही निलंबित हो जाते हैं। जबकि आपातकाल की स्थिति में मूल अधिकारों (अनुच्छेद 20 एवं 21 को छोड़कर, 44वें संविधान संशोधन से) को निलंबित करने की शक्ति राष्ट्रपति को अनुच्छेद 359 के तहत प्राप्त है, जिसमें अनुच्छेद 21-A भी शामिल है। अनुच्छेद 20 एवं 21 के अंतर्गत प्राप्त मूल अधिकार किसी भी स्थिति में निलंबित नहीं किए जा सकते। साथ ही केवल सशस्त्र विद्रोह के कारण आपातकाल की घोषणा होने पर अनुच्छेद 19 स्वतः निलंबित नहीं होता, बल्कि राष्ट्रपति अनुच्छेद 359 के तहत तब आदेश द्वारा इसे निलंबित कर सकते हैं। इस प्रकार इस प्रश्न के तीन सही उत्तर (a), (c) और (d) प्राप्त हो रहे हैं। यही कारण है कि आयोग द्वारा इस प्रश्न को मूल्यांकन से बाहर कर दिया गया था।

 

17. मौलिक अधिकारों से जुड़े निम्नलिखित अनुच्छेदों के युग्मों में से कौन एक भारतीय संविधान के अनुच्छेद 359 के अंतर्गत आपात स्थिति लागू करने के दौरान निलंबित नहीं हो सकता ? [U.P.P.C.S. (Mains) 2009]

Correct Answer: (a) अनुच्छेद 20 और 21
Note:

युद्ध या बाह्य आक्रमण के आधार पर अनुच्छेद 352 के तहत आपातकाल की घोषणा होने पर अनुच्छेद 358 के तहत अनुच्छेद 19 में वर्णित मूल अधिकार स्वतः ही निलंबित हो जाते हैं। जबकि आपातकाल की स्थिति में मूल अधिकारों (अनुच्छेद 20 एवं 21 को छोड़कर, 44वें संविधान संशोधन से) को निलंबित करने की शक्ति राष्ट्रपति को अनुच्छेद 359 के तहत प्राप्त है, जिसमें अनुच्छेद 21-A भी शामिल है। अनुच्छेद 20 एवं 21 के अंतर्गत प्राप्त मूल अधिकार किसी भी स्थिति में निलंबित नहीं किए जा सकते। साथ ही केवल सशस्त्र विद्रोह के कारण आपातकाल की घोषणा होने पर अनुच्छेद 19 स्वतः निलंबित नहीं होता, बल्कि राष्ट्रपति अनुच्छेद 359 के तहत तब आदेश द्वारा इसे निलंबित कर सकते हैं। इस प्रकार इस प्रश्न के तीन सही उत्तर (a), (c) और (d) प्राप्त हो रहे हैं। यही कारण है कि आयोग द्वारा इस प्रश्न को मूल्यांकन से बाहर कर दिया गया था।

 

18. निम्नलिखित में से किन अनुच्छेदों को राष्ट्रीय आपातकाल के दौरान निलंबित नहीं किया जा सकता है? [21 U.P.P.C.S. (Pre) 2015]

Correct Answer: (d) अनुच्छेद 20 तथा
Note:

युद्ध या बाह्य आक्रमण के आधार पर अनुच्छेद 352 के तहत आपातकाल की घोषणा होने पर अनुच्छेद 358 के तहत अनुच्छेद 19 में वर्णित मूल अधिकार स्वतः ही निलंबित हो जाते हैं। जबकि आपातकाल की स्थिति में मूल अधिकारों (अनुच्छेद 20 एवं 21 को छोड़कर, 44वें संविधान संशोधन से) को निलंबित करने की शक्ति राष्ट्रपति को अनुच्छेद 359 के तहत प्राप्त है, जिसमें अनुच्छेद 21-A भी शामिल है। अनुच्छेद 20 एवं 21 के अंतर्गत प्राप्त मूल अधिकार किसी भी स्थिति में निलंबित नहीं किए जा सकते। साथ ही केवल सशस्त्र विद्रोह के कारण आपातकाल की घोषणा होने पर अनुच्छेद 19 स्वतः निलंबित नहीं होता, बल्कि राष्ट्रपति अनुच्छेद 359 के तहत तब आदेश द्वारा इसे निलंबित कर सकते हैं। इस प्रकार इस प्रश्न के तीन सही उत्तर (a), (c) और (d) प्राप्त हो रहे हैं। यही कारण है कि आयोग द्वारा इस प्रश्न को मूल्यांकन से बाहर कर दिया गया था।

 

19. राष्ट्रीय आपातकाल में लोक सभा की अवधि : [U.P.P.S.C. (GIC) 2010]

Correct Answer: (d) आपातकाल की समाप्ति तक बढ़ाई जा सकती है, लेकिन एक समय में केवल एक वर्ष के लिए ही बढ़ाई जा सकती है।
Note:

अनु. 352 के तहत लगाए गए राष्ट्रीय आपातकाल की स्थिति में लोक सभा की अवधि अनु. 83 (2) के परंतुक के अनुसार, संसद विधि द्वारा, ऐसी अवधि के लिए बढ़ा सकेगी, जो एक बार में एक वर्ष से अधिक नहीं होगी तथा आपात उद्घोषणा के प्रवर्तन में न रह जाने के पश्चात उसका विस्तार किसी भी दशा में छः माह की अवधि से अधिक नहीं होगा। इस प्रकार विकल्प (d) सही उत्तर है।

 

20. आपातकाल में किसी राज्य विधानसभा की अवधि बढ़ाई जा सकती है- [Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2007]

Correct Answer: (b) संसद द्वारा
Note:

संविधान के अनु. 172 (1) के परंतुक के अनुसार, आपात की उद्घोषणा (अनु.352 के तहत) के प्रवर्तन में रहने की अवस्था में संसद विधि द्वारा, किसी राज्य विधानसभा की अवधि एक बार में एक वर्ष से अनधिक के लिए बढ़ा सकती है, किंतु आपात की उ‌द्घोषणा के प्रवर्तन में न रहने पर किसी भी दशा में उसका विस्तार छः मास की अवधि से अधिक नहीं होगा।