आर्थिक परिदृश्य (बिहार)

Total Questions: 41

1. एस.ई.जेड. अधिनियम, 2005 के उद्देश्य क्या हैं? [68 B.P.S.C. (Pre) 2022]

1. अतिरिक्त आर्थिक गतिविधियों का उत्पादन

2. वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात को बढ़ावा

3. रोजगार निर्माण

Correct Answer: (b) 1, 2 और 3
Solution:विशेष आर्थिक क्षेत्र (Special Economic Zone) अधिनियम, 2005 के तहत केंद्रीय सरकार, किसी क्षेत्र को विशेष आर्थिक क्षेत्र के रूप में या विशेष आर्थिक क्षेत्र में सम्मिलित किए जाने वाले किसी अतिरिक्त क्षेत्र को अधिसूचित करते समय और इस अधिनियम के अधीन अपने कृत्यों का निर्वहन करने में निम्नलिखित सिद्धांतों / उद्देश्यों द्वारा मार्गदर्शित होगी-

(क) अतिरिक्त आर्थिक क्रियाकलापों/गतिविधियों का उत्पादन

(ख) वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात का संवर्धन

(ग) स्वदेशी और विदेशी स्रोतों से विनिधान का संवर्धन

(घ) रोजगार के अवसरों का सृजन

(ङ) अवसंरचनात्मक सुविधाओं का विकास

(च) भारत की प्रभुता और अखंडता, राज्य की सुरक्षा तथा विदेशी राज्यों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों का अनुरक्षण।

2. बिहार राज्य के सकल राज्य मूल्य वर्धित (GSVA) में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों का योगदान वित्तीय वर्ष 2017-18 में ........था। [66 B.P.S.C. Re. Exam (Pre), 2020]

Correct Answer: (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं / उपर्युक्त में से एक से अधिक
Solution:स्थिर कीमतों (2011-12) पर बिहार राज्य के सकल राज्यगत मूल्यवर्धन में कृषि एवं सहवर्ती क्षेत्रों का हिस्सा वर्ष 2017-18 में 21 प्रतिशत (बिहार आर्थिक सर्वेक्षण, 2023-24 के अनुसार, 21.48 प्रतिशत) था। बिहार आर्थिक सर्वेक्षण, 2023-24 के अनुसार, वर्ष 2019-20, 2020-21, 2021-22 तथा वर्ष 2022-23(Q) में स्थिर (2011-12) कीमतों पर सकल राज्य मूल्यवर्धन (GSVA) में कृषि और सहवर्ती क्षेत्र का हिस्सा क्रमशः 18,84 प्रतिशत, 21.79 प्रतिशत, 20.56 प्रतिशत तथा 19.85 प्रतिशत है।

3. बिहार अर्थव्यवस्था की विकास दर वर्ष 2018-19 में स्थिर कीमतों पर क्या थी? [66 B.P.S.C. Re. Exam (Pre), 2020]

Correct Answer: (d) 10.53%
Solution:बिहार अर्थव्यवस्था की विकास दर वर्ष 2018-19 में स्थिर मूल्य पर 10.53 प्रतिशत (बिहार आर्थिक सर्वेक्षण, 2023-24 के अनुसार, 10.9 प्रतिशत) थी। बिहार आर्थिक सर्वेक्षण, 2023-24 के अनुसार, वर्ष 2021-22 (अन.) एवं 2022-23 (त्व.) में बिहार अर्थव्यवस्था की विकास दर क्रमशः 8.5 प्रतिशत तथा 10.6 प्रतिशत अनुमानित है।

4. बिहार अर्थव्यवस्था की विकास दर वर्ष 2018-19 में स्थिर मूल्य पर 10.53 प्रतिशत (बिहार आर्थिक सर्वेक्षण, 2023-24 के अनुसार, 10.9 प्रतिशत) थी। बिहार आर्थिक सर्वेक्षण, 2023-24 के अनुसार, वर्ष 2021-22 (अन.) एवं 2022-23 (त्व.) में बिहार अर्थव्यवस्था की विकास दर क्रमशः 8.5 प्रतिशत तथा 10.6 प्रतिशत अनुमानित है। [67 B.P.S.C. Re. Exam (Pre), 2022]

Correct Answer: (c) 3.47%
Solution:बिहार बजट अनुमान, 2022-23 के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए राजकोषीय घाटा (25885.11 करोड़ रुपये) बिहार के जी.एस. डी.पी. (745310 करोड़ रुपये) का 3.47 प्रतिशत है। बिहार बजट 2024-25 में यह एसजीडीपी का 2.98 प्रतिशत अनुमानित है। वर्ष 2023-24 (ब. अनु.) में भी यह 2.98 प्रतिशत ही अनुमानित था। वर्ष 2022-23 हेतु यह 5.97 प्रतिशत दर्ज है।

5. बिहार की लगभग 55 प्रतिशत जनसंख्या परम निर्धनता में रहती है, क्योंकि- [47 B.P.S.C. (Pre), 2005]

(1) बिहार के पास प्राकृतिक संसाधनों, वर्तमान एवं सम्भाव्य दोनों का अभाव है

(2) भारत में बिहार की सकल प्रजनन दर तीव्रतम है।

(3) बिहार की कृषि जलवायविक दशाएं नितांत प्रतिकूल है।

(4) बिहार के पास गुणवत्तायुक्त ढांचागत सुविधाओं तथा व्यापारानुकूल वातावरण का अभाव है।

इन कारणों में से कौन-से सही हैं?

Correct Answer: (a) 1 तथा 2
Solution:बिहार के विभाजन के बाद उसके सभी प्राकृतिक संसाधन झारखंड राज्य में चले गए, जिससे प्राकृतिक संसाधनों, वर्तमान एवं संभाव्य दोनों का अभाव हो गया है। भारत में बिहार सकल प्रजनन दर के संदर्भमें तीव्रतम राज्यों में से एक है। बिहार आर्थिक सर्वेक्षण, 2023-24 के अनुसार, बिहार में सकल प्रजनन दर (Total Fertility Rate) 3 [NFHS-5 (2019-21)] है, जबकि NFHS-4 (2015-16) में 3.4 थी।

6. भारत में चालू मूल्यों पर प्रति व्यक्ति न्यूनतम आय वाला राज्य है- [47 B.P.S.C. (Pre), 2005]

Correct Answer: (a) बिहार
Solution:प्रश्नकाल तथा आर्थिक सर्वेक्षण, 2022-23 के अनुसार भी विकल्प (a) सही उत्तर है। बिहार आर्थिक सर्वेक्षण, 2023-24 के अनुसार, आधार वर्ष 2011-12 के मूल्यों पर बिहार की प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2022-23(Q) तथा वर्ष 2021-22 (P) में क्रमशः 35119 रुपये तथा 32212 रुपये (Per capita NSDP) है। इसी अवधि के दौरान चालू मूल्यों पर यह क्रमशः 59637 रुपये तथा 52379 रुपये है।

7. बिहार का प्रति व्यक्ति शुद्ध राज्य घरेलू उत्पाद स्थिर कीमतों पर देश की तुलना में कम है वर्ष 2018-19 में यह था- [66 B.P.S.C. (Pre), 2020]

Correct Answer: (d) राष्ट्रीय औसत का 33 प्रतिशत
Solution:बिहार का प्रति व्यक्ति शुद्ध राज्य घरेलू उत्पाद स्थिर कीमतों पर वर्ष 2018-19 में 30,617 रुपये था, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह 92,565 रुपये था। इस प्रकार बिहार की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत का 33.1 प्रतिशत था, जो विकल्प (d) के नजदीक है। अतः विकल्प (d) को सही उत्तर माना जा सकता है। बिहार आर्थिक सर्वेक्षण, 2023-24 के अनुसार, वर्ष 2021-22(P) में स्थिर (2011-12) मूल्यों पर बिहार का प्रति व्यक्ति निवल राज्य घरेलू उत्पाद 28,679 रुपये राष्ट्रीय औसत 92583 रुपये का मात्र 39.98 प्रतिशत था, जबकि वर्ष 2022-23(Q) में यह बढ़कर लगभग 31.8 प्रतिशत हो गया है।

8. बिहार आर्थिक सर्वेक्षण (2021-2022) के अनुसार, 2020-2021 में बिहार के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जी.एस.डी.पी.) की वृद्धि दर कितनी रही? [68 B.P.S.C. (Pre) 2022]

Correct Answer: (a) 2.5%
Solution:बिहार आर्थिक सर्वेक्षण, 2021-22 के अनुसार, लॉकडाउन के प्रभाव के कारण बिहार के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) की वृद्धि दर वर्ष 2020-21 में 2.5 प्रतिशत रही। यह वृद्धि दर राष्ट्रीय औसत से बेहतर है; क्योंकि भारतीय अर्थव्यवस्था वर्ष 2020-21 में वस्तुतः 7.5 प्रतिशत सिकुड़ गई है। वर्तमान मूल्य पर बिहार की प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2020-21 में 50,555 रुपये थी, जबकि भारत की 86,659 रुपये थी। गत पांच वर्षों में (2016-17 से 2020-21 तक) बिहार में प्राथमिक क्षेत्र 2.3 प्रतिशत, द्वितीयक क्षेत्र 4.8 प्रतिशत और तृतीयक क्षेत्र सर्वाधिक 8.5 प्रतिशत की वार्षिक दर से बढ़ा।

9. 2021-22 के दौरान बिहार में राजकोषीय घाटा किस प्रकार अनुमानित है? [67 B.P.S.C. (Pre), 2022]

Correct Answer: (a) 22,511 करोड़ रु.
Solution:बिहार बजट अनुमान, 2021-22 में राजकोषीय घाटा 22511 करोड़ रुपये (22510.78 करोड़ रुपये) अनुमानित था, जबकि बजट अनुमान, 2022-23 हेतु यह 25885.10 करोड़ रुपये अनुमानित है, जो सकल राज्य घरेलू उत्पाद का 3.47 प्रतिशत है। वर्ष 2023-24 में बिहार का राजकोषीय घाटा 25567.83 करोड़ रु. अनुमानित था, जो सकल राज्य घरेलू उत्पाद का 2.98 प्रतिशत था। बजट अनुमान, 2024-25 में राजकोषीय घाटा 29,095 करोड़ रुपये अनुमानित है, जो सकल राज्य घरेलू उत्पाद का 2.98 प्रतिशत है।

10. बिहार की कुल श्रमशक्ति में कृषि श्रमिकों का अनुपात है- [47 B.P.S.C. (Pre), 2005]

Correct Answer: (b) 48.18 प्रतिशत
Solution:वर्ष 2001 की जनगणनानुसार, भारत में श्रम सहभागिता दर 39.1 प्रतिशत, जबकि बिहार की 33.7 प्रतिशत थी। बिहार की कुल श्रम शक्ति में कृषि श्रमिकों (Agricultural Labourers) का अनुपात लगभग 48 प्रतिशत था। वर्ष 2011 की जनगणनानुसार कुल श्रम में कृषि श्रमिकों की भागीदारी 52.8 प्रतिशत है। बिहार आर्थिक सर्वेक्षण, 2022-23 के अनुसार, बिहार में कुल कर्मकारों की जनसंख्या का 49.1 प्रतिशत कर्मकार कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र में लगी हुई है। बिहार आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 के अनुसार, वर्ष 2022-23 में बिहार में पुरुष श्रमिकों के मामलें में सभी श्रमिकों का 41.1 प्रतिशत हिस्सा प्राथमिक क्षेत्र में नियोजित था, जबकि इस मामले में महिला श्रमिकों का 76.5 प्रतिशत नियोजित था। इस प्रकार कुल व्यक्तियों का प्राथमिक क्षेत्र में 48.6 प्रतिशत नियोजित था। ज्ञातव्य हो कि प्राथमिक क्षेत्र में फसल उत्पादन शामिल है।