ईस्ट इंडिया कंपनी और बंगाल के नवाब (UPPCS)

Total Questions: 29

21. इलाहाबाद की संधि के बाद रॉबर्ट क्लाइव ने मुर्शिदाबाद का उप-दीवान किसे बनाया था? [45th B.P.S.C. (Pre) 2001]

Correct Answer: (a) मुहम्मद रजा खान
Solution:इलाहाबाद की संधि के अनुसार, भगोडे सम्राट शाह आलम को अंग्रेजी संरक्षण में ले लिया गया तथा उसे इलाहाबाद में रखा गया। शाह आलम ने उपर्युक्त संधि के प्रावधान द्वारा कंपनी को बंगाल, बिहार, उड़ीसा की दीवानी स्थायी रूप से दे दी। नज्मुद्दौला को बंगाल का नवाब स्वीकार किया, जिसके बदले नवाब द्वारा सम्राट को 26 लाख रुपये वार्षिक अदा करना था। इस समय कंपनी सीधे कर संग्रह करने का भार न तो लेना चाहती थी और न ही उसके पास ऐसी क्षमता थी। कंपनी ने दीवानी कार्य के लिए दो उप-दीवान, बंगाल के लिए मुहम्मद रजा खान तथा बिहार के लिए राजा शिताब राय की नियुक्ति की। मुहम्मद रजा खान, उप-नाजिम (नाइब नाजिम) के रूप में भी कार्य करते थे। राजा शिताब राय ब्रिटिश रेजिडेंटो के निरक्षण में मुर्शीदाबाद से अपना कार्य करते थे। इस प्रकार समस्त दीवानी तथा निजामत का कार्य भारतीयों द्वारा ही चलता था, यद्यपि अधिकार कंपनी के हाथ में था।

22. 1765 ई. में दीवानी प्रदान किए जाने के बाद ब्रिटिश सबसे पहले निम्नलिखित में से किस पर्वतीय जनजाति के संपर्क में आए ? [I.A.S. (Pre) 2002]

Correct Answer: (b) खासी
Solution:बंगाल की दीवानी प्राप्त करने के पश्चात ब्रिटिश 1765 ई. में सिलहट आए थे। खासी जनजाति के लोग चावल, नमक एवं सूखी मछलियों के बदले रेशम, सूती सामान, लोहा, मोम, मधु एवं सींग का व्यापार करने हेतु सिलहट की सीमा पर पंडुआ में आते थे। खासी पर्वतों में पाए जाने वाले चूना पत्थर का उपयोग तब बंगाल में चूना पत्थर की मांग की पूर्ति हेतु किया जाता था। कुछ समय पश्चात ईस्ट इंडिया कंपनी के ब्रिटिश अधिकारी चूना पत्थर का व्यापार करने लगे, जिससे वे खासी जनजाति के संपर्क में आए।

23. अवध सल्तनत के हिंदू नायब वजीर के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में कौन-सा/से कथन सही है/हैं? [U.P. R.O./A.R.O. (Mains) 2016]

1. राजा टिकैत राय, नवाब आसफुद्दौला के 'अर्थ मंत्री' थे।

2. अवध के नवाबों के राज्य में सामान्यतया कतिपय हिंदू जातियों के लोगों को उच्च स्थान प्राप्त था।

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए।

कूट :

Correct Answer: (c) 1 और 2 दोनों
Solution:राजा टिकैत राय नवाब आसफुद्दौला के दीवान या अर्थमंत्री थे। अतः कथन (1) सही है। अवध के नवाबों के राज्य में हिंदू अधिकारियों को भी उच्च पदों पर नियुक्ति की गई। उदाहरणतः आसफुद्दौला के दीवान राजा टिकैत राय व राजा झाउलाल एवं नवाब सफदर जंग के प्रधानमंत्री व सेनानायक राजा नवल राय आदि इन्हीं जातियों के प्रतिनिधि थे। अतः कथन (2) भी सही है।

24. 18वें शतक में भारत में लड़े गए युद्धों का निम्नलिखित में से सही कालानुक्रम कौन-सा है? [I.A.S. (Pre) 2005]

Correct Answer: (b) अम्बर युद्ध-प्लासी युद्ध-वांडीवाश युद्ध-बक्सर युद्ध
Solution:18वीं शताब्दी में भारत में लड़े गए प्रश्नगत युद्धों का सही कालानुक्रम इस प्रकार है-

अम्बर युद्ध (अगस्त, 1749)- मुजफ्फरजंग, चंदा साहब तथा फ्रांसीसियों की संयुक्त सेनाओं ने वेल्लूर के समीप अम्बर (या अम्बूर) नामक स्थान पर कर्नाटक के नवाब अनवरुद्दीन को पराजित कर उसकी हत्या कर दी। मुजफ्फरजंग दक्कन का सूबेदार बन गया। इस उपलक्ष्य में उसने अपने हितकारी डूप्ले को कृष्णा नदी के दक्षिणी भाग के मुगल प्रदेशों का गवर्नर नियुक्त कर दिया तथा उत्तरी सरकार के कुछ जिले भी फ्रांसीसियों को दे दिए। इसके अतिरिक्त मुजफ्फरजंग की प्रार्थना पर एक फ्रेंच सेना की टुकड़ी बुस्सी के नेतृत्व में हैदराबाद में तैनात कर दी गई।

प्लासी युद्ध (जून, 1757)- अंग्रेजों तथा बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के मध्य। युद्ध के परिणामस्वरूप अंग्रेजों का पूरे बंगाल पर नियंत्रण हो गया। क्लाइव ने मीर जाफर को बंगाल का नवाब बनाया। नवाब बनने के बाद मीर जाफर ने अंग्रेजों को उनकी सेवाओं के लिए 24 परगनों की जमींदारी से पुरस्कृत किया और क्लाइव को 2,34,000 पाउंड की निजी भेंट दी।

वांडीवाश युद्ध (जनवरी, 1760) अंग्रेजों तथा फ्रांसीसियों के मध्य। युद्ध में फ्रांसीसी पराजित हुए। अंग्रेजी सेना का नेतृत्व सर आयरकूट ने, जबकि फ्रांसीसी सेना का नेतृत्व काउंट डी लाली ने किया था। बक्सर युद्ध (अक्टूबर, 1764) मीर कासिम, अवध के नवाब शुजाउद्दौला एवं मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय की संयुक्त सेना तथा अंग्रेजों के मध्य। युद्ध में अंग्रेज विजयी रहे। इस युद्ध में अंग्रेजी सेना का नेतृत्व हेक्टर मुनरो ने किया था। बक्सर के युद्ध ने प्लासी के निर्णयों पर मुहर लगा दी। इस प्रकार विकल्प (b) सही उत्तर होगा।

25. उस फ्रांसीसी सेनापति का नाम बताइए, जो 1760 के वांडीवाश युद्ध में पराजित हुआ- [Uttarakhand P.C.S. (Pre.) 2016]

Correct Answer: (a) काउंट लाली
Solution:18वीं शताब्दी में भारत में लड़े गए प्रश्नगत युद्धों का सही कालानुक्रम इस प्रकार है-

अम्बर युद्ध (अगस्त, 1749)- मुजफ्फरजंग, चंदा साहब तथा फ्रांसीसियों की संयुक्त सेनाओं ने वेल्लूर के समीप अम्बर (या अम्बूर) नामक स्थान पर कर्नाटक के नवाब अनवरुद्दीन को पराजित कर उसकी हत्या कर दी। मुजफ्फरजंग दक्कन का सूबेदार बन गया। इस उपलक्ष्य में उसने अपने हितकारी डूप्ले को कृष्णा नदी के दक्षिणी भाग के मुगल प्रदेशों का गवर्नर नियुक्त कर दिया तथा उत्तरी सरकार के कुछ जिले भी फ्रांसीसियों को दे दिए। इसके अतिरिक्त मुजफ्फरजंग की प्रार्थना पर एक फ्रेंच सेना की टुकड़ी बुस्सी के नेतृत्व में हैदराबाद में तैनात कर दी गई।

प्लासी युद्ध (जून, 1757)- अंग्रेजों तथा बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के मध्य। युद्ध के परिणामस्वरूप अंग्रेजों का पूरे बंगाल पर नियंत्रण हो गया। क्लाइव ने मीर जाफर को बंगाल का नवाब बनाया। नवाब बनने के बाद मीर जाफर ने अंग्रेजों को उनकी सेवाओं के लिए 24 परगनों की जमींदारी से पुरस्कृत किया और क्लाइव को 2,34,000 पाउंड की निजी भेंट दी।

वांडीवाश युद्ध (जनवरी, 1760) अंग्रेजों तथा फ्रांसीसियों के मध्य। युद्ध में फ्रांसीसी पराजित हुए। अंग्रेजी सेना का नेतृत्व सर आयरकूट ने, जबकि फ्रांसीसी सेना का नेतृत्व काउंट डी लाली ने किया था। बक्सर युद्ध (अक्टूबर, 1764) मीर कासिम, अवध के नवाब शुजाउद्दौला एवं मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय की संयुक्त सेना तथा अंग्रेजों के मध्य। युद्ध में अंग्रेज विजयी रहे। इस युद्ध में अंग्रेजी सेना का नेतृत्व हेक्टर मुनरो ने किया था। बक्सर के युद्ध ने प्लासी के निर्णयों पर मुहर लगा दी।

26. वांडीवाश के युद्ध (1760) में- [U.P.P.C.S. (Mains) 2015]

Correct Answer: (c) ब्रिटिश ने फ्रेंच को हराया।
Solution:18वीं शताब्दी में भारत में लड़े गए प्रश्नगत युद्धों का सही कालानुक्रम इस प्रकार है-

अम्बर युद्ध (अगस्त, 1749)- मुजफ्फरजंग, चंदा साहब तथा फ्रांसीसियों की संयुक्त सेनाओं ने वेल्लूर के समीप अम्बर (या अम्बूर) नामक स्थान पर कर्नाटक के नवाब अनवरुद्दीन को पराजित कर उसकी हत्या कर दी। मुजफ्फरजंग दक्कन का सूबेदार बन गया। इस उपलक्ष्य में उसने अपने हितकारी डूप्ले को कृष्णा नदी के दक्षिणी भाग के मुगल प्रदेशों का गवर्नर नियुक्त कर दिया तथा उत्तरी सरकार के कुछ जिले भी फ्रांसीसियों को दे दिए। इसके अतिरिक्त मुजफ्फरजंग की प्रार्थना पर एक फ्रेंच सेना की टुकड़ी बुस्सी के नेतृत्व में हैदराबाद में तैनात कर दी गई।

प्लासी युद्ध (जून, 1757)- अंग्रेजों तथा बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के मध्य। युद्ध के परिणामस्वरूप अंग्रेजों का पूरे बंगाल पर नियंत्रण हो गया। क्लाइव ने मीर जाफर को बंगाल का नवाब बनाया। नवाब बनने के बाद मीर जाफर ने अंग्रेजों को उनकी सेवाओं के लिए 24 परगनों की जमींदारी से पुरस्कृत किया और क्लाइव को 2,34,000 पाउंड की निजी भेंट दी।

वांडीवाश युद्ध (जनवरी, 1760) अंग्रेजों तथा फ्रांसीसियों के मध्य। युद्ध में फ्रांसीसी पराजित हुए। अंग्रेजी सेना का नेतृत्व सर आयरकूट ने, जबकि फ्रांसीसी सेना का नेतृत्व काउंट डी लाली ने किया था। बक्सर युद्ध (अक्टूबर, 1764) मीर कासिम, अवध के नवाब शुजाउद्दौला एवं मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय की संयुक्त सेना तथा अंग्रेजों के मध्य। युद्ध में अंग्रेज विजयी रहे। इस युद्ध में अंग्रेजी सेना का नेतृत्व हेक्टर मुनरो ने किया था। बक्सर के युद्ध ने प्लासी के निर्णयों पर मुहर लगा दी।

27. 1760 का प्रसिद्ध वांडीवाश का युद्ध अंग्रेजों द्वारा किसके खिलाफ लड़ा गया? [66th B.P.S.C (Pre) 2020]

Correct Answer: (a) फ्रांसीसी
Solution:18वीं शताब्दी में भारत में लड़े गए प्रश्नगत युद्धों का सही कालानुक्रम इस प्रकार है-

अम्बर युद्ध (अगस्त, 1749)- मुजफ्फरजंग, चंदा साहब तथा फ्रांसीसियों की संयुक्त सेनाओं ने वेल्लूर के समीप अम्बर (या अम्बूर) नामक स्थान पर कर्नाटक के नवाब अनवरुद्दीन को पराजित कर उसकी हत्या कर दी। मुजफ्फरजंग दक्कन का सूबेदार बन गया। इस उपलक्ष्य में उसने अपने हितकारी डूप्ले को कृष्णा नदी के दक्षिणी भाग के मुगल प्रदेशों का गवर्नर नियुक्त कर दिया तथा उत्तरी सरकार के कुछ जिले भी फ्रांसीसियों को दे दिए। इसके अतिरिक्त मुजफ्फरजंग की प्रार्थना पर एक फ्रेंच सेना की टुकड़ी बुस्सी के नेतृत्व में हैदराबाद में तैनात कर दी गई।

प्लासी युद्ध (जून, 1757)- अंग्रेजों तथा बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के मध्य। युद्ध के परिणामस्वरूप अंग्रेजों का पूरे बंगाल पर नियंत्रण हो गया। क्लाइव ने मीर जाफर को बंगाल का नवाब बनाया। नवाब बनने के बाद मीर जाफर ने अंग्रेजों को उनकी सेवाओं के लिए 24 परगनों की जमींदारी से पुरस्कृत किया और क्लाइव को 2,34,000 पाउंड की निजी भेंट दी।

वांडीवाश युद्ध (जनवरी, 1760) अंग्रेजों तथा फ्रांसीसियों के मध्य। युद्ध में फ्रांसीसी पराजित हुए। अंग्रेजी सेना का नेतृत्व सर आयरकूट ने, जबकि फ्रांसीसी सेना का नेतृत्व काउंट डी लाली ने किया था। बक्सर युद्ध (अक्टूबर, 1764) मीर कासिम, अवध के नवाब शुजाउद्दौला एवं मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय की संयुक्त सेना तथा अंग्रेजों के मध्य। युद्ध में अंग्रेज विजयी रहे। इस युद्ध में अंग्रेजी सेना का नेतृत्व हेक्टर मुनरो ने किया था। बक्सर के युद्ध ने प्लासी के निर्णयों पर मुहर लगा दी।

28. निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म सही सुमेलित है? [I.A.S. (Pre) 1995]

Correct Answer: (b) वांडीवाश का युद्ध - फ्रांसीसी विरुद्ध ईस्ट इंडिया कंपनी
Solution:बक्सर का युद्ध 22/23 अक्टूबर, 1764 को अवध के नवाब शुजाउद्दौला, मुगल सम्राट शाह आलम तथा मीर कासिम की संयुक्त सेनाओं और अंग्रेजों के मध्य हुआ था। वांडीवाश का युद्ध 22 जनवरी, 1760 को अंग्रेजों तथा फ्रांसीसियों के मध्य हुआ। इस युद्ध में फ्रांसीसी पराजित हुए, यही पराजय भारत में उनके पतन की शुरुआत थी। चिलियांवाला का युद्ध 13 जनवरी, 1849 को लड़ा गया। इस युद्ध में अंग्रेजी सेना का नेतृत्व लॉर्ड गफ ने किया तथा सिख सेना शेरसिंह के नेतृत्व में लड़ी। यह युद्ध अनिर्णीत समाप्त हुआ। इस युद्ध के समय भारत का गवर्नर जनरल लॉर्ड डलहौजी था। खुर्दा का युद्ध 1795 ई. में हैदराबाद के निजाम के विरुद्ध मराठों द्वारा लड़ा गया, जिसमें निजाम की हार हुई। अतः स्पष्ट है कि (b) युग्म ही सही सुमेलित है।

29. निम्न में से किसने भारत में अंग्रेजों का सर्वाधिक विरोध किया? [U.P P.C.S. (Pre)1993]

Correct Answer: (a) मराठा
Solution:भारत में अंग्रेजों का सर्वाधिक विरोध मराठों द्वारा किया गया था। तीन आंग्ल-मराठा युद्धों के बाद ही मराठा शक्ति को दबाया जा सका। मुगल साम्राज्य के खंडहरों पर मराठों ने अपने साम्राज्य की आधारशिला रखी। उन्हीं परिस्थितियों में अंग्रेजों ने भी लाभ उठाया। प्रथम आंग्ल- मराठा युद्ध में अंग्रेजों को मुंह की खानी पड़ी। सालबाई की संधि से प्रथम युद्ध बंद हुआ। वेलेजली ने 1802 ई. में अपने सहायक संधि के जाल में पेशवा को बांध लिया। 1818 ई. में लॉर्ड हेस्टिंग्स ने मराठों की रही सही शक्ति को समाप्त कर ब्रिटिश सर्वोच्चता की स्थापना की।