उत्तर का पर्वतीय प्रदेश

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21. निम्न वक्तव्यों पर विचार कर सही उत्तर का चयन कीजिए: [R.A.S./R.T.S. (Re-Pre) 2013]

कथन (A): हिमालय से निकलने वाली नदियां सतत वाहिनी हैं।
कारण (R): हिमालयी नदियों का उद्गम स्रोत हिमानियों में स्थित है।

Correct Answer: (b) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की पुष्टि करता है।
Solution:हिमालय से निकलने वाली सभी नदियां सतत वाहिनी हैं, इसका प्रमुख कारण इन नदियों के उद्गम स्रोत का हिमानियों में स्थित होना है। हिमालय अपनी वर्षा का अधिकांश भाग दक्षिण-पश्चिम मानसून से ही प्राप्त करता है। अतः कथन एवं कारण दोनों सत्य है, परंतु कारण, कथन की सही व्याख्या नहीं करता है।

22. हिमालय की रचना समांतर वलय श्रेणियों से हुई है, जिसमें से प्राचीनतम श्रेणी है- [I.A.S. (Pre) 1994]

Correct Answer: (c) वृहत हिमालय श्रेणी
Solution:उपर्युक्त विकल्पों के अनुसार वृहत, हिमालय सबसे प्राचीनतम श्रेणी (ओलिगोसीन युग- 23-34 मिलियन वर्ष पूर्व) है, उसके पश्चात लघु हिमालय श्रेणी (मध्य मायोसीन- लगभग 14 मिलियन वर्ष पूर्व) है तथा शिवालिक सबसे नवीनतम (प्लायोसीन युग 2.58-5.33 मिलियन वर्ष पूर्व) है। वृहत, लघु एवं शिवालिक हिमालय श्रेणियों का उत्थान टर्शियरी कल्प के विभिन्न युगों में हुआ है।

23. यदि हिमालय पर्वत श्रेणियां नहीं होती, तो भारत पर सर्वाधिक संभाव्य भौगोलिक प्रभाव क्या होता? [I.A.S. (Pre) 2010]

  1. देश के अधिकांश भाग में साइबेरिया से आने वाली शीत लहरों का अनुभव होता।
  2. सिंधु-गंगा मैदान इतनी सुविस्तृत जलोढ़ मृदा से वंचित होता।
  3. मानसून का प्रतिरूप वर्तमान प्रतिरूप से मिन्न होता।
    उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/है?
Correct Answer: (d) 1, 2 और 3
Solution:यदि हिमालय पर्वत-श्रेणियां नहीं होतीं, तो भारत के अधिकांश भाग में साइबेरिया से आने वाली शीत लहरों का अनुभव होता, सिंधु-गंगा मैदान इतनी सुविस्तृत जलोढ़ मृदा से वंचित होता तथा मानसून का प्रतिरूप वर्तमान प्रतिरूप से भिन्न होता। हिमालय पर्वत मानसून पवनों को रोककर उपमहाद्वीप में वर्षा का कारण बनता है। साथ ही हिमालय क्षेत्र से प्रवाहित होने वाली सिंधु, गंगा एवं उनकी सहायक नदियां अपरदन एवं निक्षेपण के द्वारा जलोद मैदान का निर्माण करती हैं।

24. उत्तर भारत में उप हिमालय क्षेत्र के सहारे फैले समतल मैदान को कहा जाता है- [U.P.P.C.S. (Pre) 2007]

Correct Answer: (d) भाबर
Solution:उप हिमालय क्षेत्र के गिरिपद क्षेत्र में पश्चिम में सिंधु से पूर्व में तीस्ता के बीच फैले गुटिका, कंकड़, बजरी (जलोढ़) के निक्षेपण से निर्मित मैदान को भाबर कहा जाता है। यह सामान्यतया 8 से 16 किलोमीटर चौड़ी हिमालयी नदियों द्वारा अचानक ढाल भंग होने के कारण शिवालिक के गिरिपद क्षेत्र में की गई कंकड़ और बजरी के जमावों से निर्मित मेखला है। अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।

25. हिमालय का पर्वत पदीय प्रदेश है- [43rd B.P.S.C. (Pre) 1999]

Correct Answer: (b) शिवालिक
Solution:हिमालय का पर्वत पदीय प्रदेश शिवालिक श्रेणी के दक्षिणी भाग पर स्थित भाबर प्रदेश है। शिवालिक हिमालय की सबसे दक्षिणी श्रेणियां हैं। शिवालिक के उत्तरी ढालों तथा लघु हिमालय के दक्षिणी ढालों के मध्य अनेक चौरस तल वाली संरचनात्मक घाटियां स्थित हैं।

26. शिवालिक पहाड़ियां निम्न में से किसका हिस्सा हैं? [M.P.P.C.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (c) हिमालय
Solution:हिमालय का पर्वत पदीय प्रदेश शिवालिक श्रेणी के दक्षिणी भाग पर स्थित भाबर प्रदेश है। शिवालिक हिमालय की सबसे दक्षिणी श्रेणियां हैं। शिवालिक के उत्तरी ढालों तथा लघु हिमालय के दक्षिणी ढालों के मध्य अनेक चौरस तल वाली संरचनात्मक घाटियां स्थित हैं।

27. शिवालिक श्रेणी का निर्माण हुआ- [42 B.P.S.C. (Pre) 1997]

Correct Answer: (d) सेनोजोइक में
Solution:शिवालिक या बाह्य हिमालय का निर्माण सेनोजोइक महाकल्य के नियोजीन कल्प के प्लायोसीन युग 2.58-5.33 मिलियन वर्ष पूर्व में हुआ।

28. हिमालय की सबसे बाहरी श्रृंखला को क्या कहा जाता है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2023]

Correct Answer: (a) शिवालिक
Solution:शिवालिक या बाह्य हिमालय का निर्माण सेनोजोइक महाकल्य के नियोजीन कल्प के प्लायोसीन युग 2.58-5.33 मिलियन वर्ष पूर्व में हुआ।

29. शिवालिक श्रेणियों की ऊंचाई है- [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (e) 900 से 1100 मीटर के मध्य
Solution:उप हिमालय या शिवालिक श्रेणी हिमालय की सबसे दक्षिणी पर्वत श्रेणी है, जिसकी औसत ऊंचाई 900 से 1100 मीटर के मध्य है। हालांकि शिवालिक पर्वत श्रेणियों की ऊंचाई में प्रादेशिक विभिन्नता भी पाई जाती है।

30. ग्रेट हिमालय की ऊंचाई क्या है? [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2011]

Correct Answer: (a) 8850 मी.ए.एस.एल.
Solution:महान (ग्रेट) हिमालय की औसत ऊंचाई 6000 मी. है, जबकि इसकी सर्वोच्च चोटी माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई सागर तल से ऊपर लगभग 8848 मी. (लगभग 8850 मी.) है। नेपाल एवं चीन ने माउंट एवरेस्ट की आधिकारिक ऊंचाई 8848.86 मी. घोषित किया है। अतः विकल्प (a) सही उत्तर है।