उत्तर भारत एवं दक्कन के प्रांतीय राजवंश (मध्यकालीन भारतीय इतिहास)

Total Questions: 11

1. बहमनी साम्राज्य की स्थापना अलाउद्दीन बहमन शाह ने ....... में की थी। [Phase-XI 27 जून, 2023 (III-पाली), दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 21 नवंबर, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (a) 1347
Solution:बहमनी साम्राज्य की स्थापना अलाउद्दीन बहमन शाह ने 1347 ईस्वी में की थी। इस साम्राज्य को स्थापित करने वाले का वास्तविक नाम हसन गंगू था, जो दिल्ली सल्तनत के सुल्तान मुहम्मद बिन तुगलक के अधीन एक अधिकारी था।

तुगलक की दक्कन नीति और प्रशासनिक अस्थिरता के कारण वहाँ के अमीरों ने विद्रोह कर दिया, जिसका नेतृत्व हसन गंगू ने किया। यह साम्राज्य दक्षिण भारत में स्थापित होने वाला पहला स्वतंत्र मुस्लिम राज्य था, जिसने लगभग दो शताब्दियों तक शासन किया।

2. बहमनी साम्राज्य की स्थापना के समय इसकी राजधानी क्या थी? [Phase-XI 30 जून, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (b) गुलबर्गा
Solution:बहमनी साम्राज्य की स्थापना के समय (1347 ई.) इसकी राजधानी गुलबर्गा (Gulbarga), जिसे अहसानाबाद भी कहा जाता था, थी। संस्थापक अलाउद्दीन बहमन शाह ने गुलबर्गा को अपनी राजधानी बनाया, और यह लगभग 70 वर्षों तक बहमनी सुल्तानों का प्रशासनिक और राजनीतिक केंद्र रहा।

बाद में, अहमद शाह प्रथम ने 1425 ईस्वी में राजधानी को गुलबर्गा से बीदर (जिसे मुहम्मदाबाद भी कहा जाता था) में स्थानांतरित कर दिया।

3. बहमनी सल्तनत की स्थापना निम्नलिखित में से किस नेता ने की थी ? [C.P.O.S.I. (T-I) 09 नवंबर, 2022 (I-पाली)]

Correct Answer: (a) अलाउद्दीन हसन बहमन शाह
Solution:बहमनी सल्तनत की स्थापना अलाउद्दीन हसन बहमन शाह ने की थी।

उनका वास्तविक नाम हसन गंगू था। उन्होंने 1347 ईस्वी में दिल्ली सल्तनत के विरुद्ध सफल विद्रोह का नेतृत्व किया और दक्कन को स्वतंत्र घोषित किया। सिंहासन पर बैठने के बाद, उन्होंने अलाउद्दीन हसन बहमन शाह की उपाधि धारण की। यह साम्राज्य दक्षिण भारत में राजनीतिक शक्ति संतुलन में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाया और विजयनगर साम्राज्य के साथ लगातार संघर्ष में रहा।

4. निम्नलिखित में से कौन बहमनी सल्तनत का संस्थापक था, जिसने सिंहासन पर बैठने के बाद बहमन शाह की उपाधि धारण की थी? [CGL (T-I) 26 जुलाई, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (c) अलाउद्दीन हसन
Solution:बहमनी सल्तनत का संस्थापक अलाउद्दीन हसन था, जिसने सिंहासन पर बैठने के बाद बहमन शाह की उपाधि धारण की, और वह अलाउद्दीन हसन बहमन शाह के नाम से प्रसिद्ध हुआ।

वह दिल्ली सल्तनत में मुहम्मद बिन तुगलक के अधीन एक योग्य अधिकारी था। उसने अपने साथियों, दक्कनी अमीरों, के साथ मिलकर तुगलक के विरुद्ध विद्रोह किया और 1347 ईस्वी में एक स्वतंत्र सल्तनत की नींव रखी।

5. दक्कन में मुगलों का विरोध करने वाला मलिक अंबर किस राज्य का कुशल प्रशासक था ? [CGL (T-I) 18 जुलाई, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (b) अहमदनगर
Solution:दक्कन में मुगलों का सबसे प्रबल और कुशल विरोध करने वाला मलिक अंबर अहमदनगर (Nizam Shahi dynasty) राज्य का प्रशासक और सैन्य नेता था। मलिक अंबर एक अबीसीनियाई (इथियोपियाई) मूल का हब्शी गुलाम था।

उसने अपनी प्रतिभा से स्वयं को ऊँचा उठाया और मुगलों के विस्तारवादी प्रयासों के विरुद्ध अहमदनगर सल्तनत को लंबे समय तक बचाए रखा। उसने गुरिल्ला युद्ध की रणनीति और कुशल राजस्व प्रशासन के लिए जाना जाता है, जिससे मुगलों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।

6. निम्नलिखित में से कौन-सा बहमनी साम्राज्य को तोड़कर बनाए गए पांच राज्यों में से एक था? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 22, 23 नवंबर, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) गोलकोंडा
Solution:बहमनी साम्राज्य के टूटने (लगभग 1518 ई. के बाद) से पाँच स्वतंत्र सल्तनतें बनीं, जिन्हें सामूहिक रूप से दक्कनी सल्तनतें कहा जाता है। ये थीं: बीजापुर (आदिल शाही), अहमदनगर (निजाम शाही), गोलकोंडा (कुतुब शाही), बीदर (बरीद शाही), और बरार (इमाद शाही)। गोलकोंडा इनमें से एक प्रमुख राज्य था, जिस पर कुतुब शाही राजवंश का शासन था। इन राज्यों ने तालीकोटा की लड़ाई में विजयनगर साम्राज्य को पराजित करने के लिए एकजुटता दिखाई थी।

7. निम्नलिखित में से कौन दिल्ली सल्तनत का सुल्तान था, जब दक्षिण भारत में बहमनी साम्राज्य की स्थापना हुई थी ? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 1 दिसंबर, 14 नवंबर, 2023 (1-पाली)]

Correct Answer: (a) मुहम्मद बिन तुगलक
Solution:जब दक्षिण भारत में 1347 ईस्वी में बहमनी साम्राज्य की स्थापना हुई, तब दिल्ली सल्तनत का सुल्तान मुहम्मद बिन तुगलक था। तुगलक के शासनकाल में उसकी विचित्र प्रशासनिक योजनाओं (जैसे राजधानी परिवर्तन) और अत्यधिक कराधान के कारण पूरे साम्राज्य में विद्रोह हुए।

दक्कन में अमीरों ने इसी अस्थिरता का फायदा उठाया, और उनके खिलाफ केंद्रीय सत्ता को बनाए रखने में तुगलक की असफलता ने बहमनी साम्राज्य के उदय का मार्ग प्रशस्त किया।

8. निम्नलिखित में से किस सल्तनत पर निजाम शाही राजवंश का शासन था? [JE मैकेनिकल परीक्षा 22 मार्च, 2021 (I-पाली)]

Correct Answer: (c) अहमदनगर
Solution:निजाम शाही राजवंश का शासन अहमदनगर सल्तनत पर था। इस वंश की स्थापना 1490 ईस्वी में मलिक अहमद निजाम-उल-मुल्क ने की थी, जिसने अहमदनगर को अपनी राजधानी बनाया।

निजाम शाही सल्तनत दक्कनी सल्तनतों में एक शक्तिशाली राज्य था, जो अक्सर पड़ोसी राज्यों (जैसे बीजापुर) और बाद में मुगलों के साथ संघर्ष में रहा। मलिक अंबर, जिसने मुगलों का कड़ा विरोध किया, इसी सल्तनत का प्रसिद्ध प्रधानमंत्री था।

9. निम्नलिखित में किसका निर्माण मोहम्मद कुली कुतुब शाह द्वारा कराया गया था? [MTS (T-I) 18 अक्टूबर, 2021 (I-पाली)]

Correct Answer: (b) चार मीनार
Solution:चार मीनार (Charminar) का निर्माण मोहम्मद कुली कुतुब शाह ने करवाया था। वह गोलकोंडा के कुतुब शाही राजवंश का पाँचवा शासक था।

1591 ईस्वी में, उसने अपनी नई राजधानी हैदराबाद की स्थापना के उपलक्ष्य में, और शहर को एक घातक महामारी से बचाने के लिए इस प्रतिष्ठित स्मारक का निर्माण कराया। चार मीनार हैदराबाद शहर का सबसे महत्वपूर्ण प्रतीक और इंडो-इस्लामी वास्तुकला का एक अद्भुत उदाहरण है।

10. भारत के किस भाग में आसफजाही राजवंश के निजामों ने शासन किया? [CHSL (T-I) 10 अगस्त, 2021 (I-पाली)]

Correct Answer: (b) दक्कन प्रांत
Solution:आसफजाही राजवंश के निजामों ने भारत के दक्कन प्रांत में शासन किया। यह राजवंश 1724 ईस्वी में मीर कमरुद्दीन खान सिद्दीकी (जिन्हें निजाम-उल-मुल्क आसफ जाह प्रथम के नाम से जाना जाता है) द्वारा स्थापित किया गया था, जिन्होंने हैदराबाद को अपनी राजधानी बनाया।

मुगल साम्राज्य के पतन के बाद, हैदराबाद रियासत दक्कन में सबसे बड़ी और सबसे महत्वपूर्ण रियासतों में से एक बन गई। उन्होंने 1948 तक शासन किया।