उद्योग क्षेत्र (भाग-2)(आर्थिक विकास)

Total Questions: 50

31. निम्न में से लघु उद्योगों की क्या समस्या है? [U.P.P.C.S. (Pre) 1991]

Correct Answer: (d) उपरोक्त सभी
Solution:वर्तमान में भारतीय लघु उद्योगों के सम्मुख प्रमुख समस्याएं हैं- पूंजी का अभाव, विपणन की समस्या, कच्चे माल का अभाव, आधारभूत संरचना की बाधा, सीमा शुल्क नीति, विलंबित भुगतान, रुग्णता की समस्या, निम्न स्तरीय आंकड़ों की उपलब्धता आदि।

32. निम्नलिखित में से कौन-सी एक लघु उद्योगों (SSIs) की समस्या नहीं है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2008]

Correct Answer: (d) हड़ताल एवं तालाबंदी
Solution:भारतीय अर्थव्यवस्था में लघु एवं कुटीर उद्योगों का महत्वपूर्ण स्थान है। लघु उद्योगों की प्रमुख समस्याएं कच्चा माल, वित्त, उत्पादन की अविकसित प्रणाली, विपणन एवं बड़े उद्योगों से प्रतिस्पर्धा आदि है। इसकी अन्य समस्याओं में संगठन का अभाव, अनुसंधान कार्यों की कमी, परिवहन साधन की कमी एवं तकनीकी शिक्षा का अभाव भी है। हड़ताल एवं तालाबंदी बड़े उद्योगों की समस्या है।

33. लघु उद्योगों के लिए बनी निम्न समितियों को कालानुक्रम में व्यवस्थित कीजिए और नीचे दिए हुए कूटों में सही उत्तर चुनिए- [U.P.P.C.S. (Pre.), 2019]

I. नायक समिति

II. आबिद हुसैन समिति

III. एस.एस. कोहली समिति

IV. कार्वे समिति

कूट :

Correct Answer: (b) III, II, I, IV
Solution:
समितिगठन (वर्ष)
नायक समिति1991
आबिद हुसैन समिति1995
एस.एस. कोहली समिति2000
कार्वे समिति1955

दिए गए विकल्पों में से कोई भी विकल्प सही नहीं है। इस प्रश्न के लिए 'उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग' ने अपने उत्तरमाला में सही उत्तर विकल्प (c) दिया है जो कि गलत है। अगर प्रश्न में यह पूछा जाता कि सबसे अंत से प्रारंभ करते हुए सबसे पहले गठित होने वाली समिति के आधार पर क्रम निर्धारित करें, तब विकल्प (b) सही हो सकता था।

34. नायक समिति का संबंध है- [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2003]

Correct Answer: (b) लघु उद्योगों से
Solution:भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दिसंबर, 1991 में लघु उद्योग क्षेत्र की वित्त एवं रुग्णता संबंधी समस्याओं के मूल्यांकन हेतु नायक समिति का गठन किया गया था, जिसने सितंबर, 1992 में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी।

35. निम्नलिखित में से किस एक समिति ने उद्योग में लघु क्षेत्र के लिए वस्तुओं का आरक्षण समाप्त करने की सिफारिश की है? [I.A.S. (Pre) 2002 U.P.P.C.S. (Pre) 2006]

Correct Answer: (a) आबिद हुसैन समिति
Solution:लघु उद्योग की समस्याओं का अध्ययन कर उनके विकास हेतु सुझाव देने के लिए उद्योग मंत्रालय ने दिसंबर, 1995 में डॉ. आबिद हुसैन समिति का गठन किया था। समिति ने अपनी सिफारिशें जनवरी, 1997 में प्रस्तुत की थी। समिति की सिफारिशों में एक प्रमुख सिफारिश यह थी कि, लघु उद्योगों के लिए आरक्षण की व्यवस्था को समाप्त किया जाए।

36. आबिद हुसैन समिति का संबंध था- [U.P.P.C.S. (Mains) 2006]

Correct Answer: (b) लघु एवं मध्यम उद्योग से
Solution:भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दिसंबर, 1991 में लघु उद्योग क्षेत्र की वित्त एवं रुग्णता संबंधी समस्याओं के मूल्यांकन हेतु नायक समिति का गठन किया गया था, जिसने सितंबर, 1992 में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी।

37. 1992 से विनिर्माण क्षेत्र के सकल पण्यावर्त (Production) में भारत के लघु उद्योग क्षेत्र का अंशदान किस कोटि में आता है? [I.A.S. (Pre) 1997]

Correct Answer: (a) 40%
Solution:प्रश्नकाल में विनिर्माण क्षेत्र अर्थात औद्योगिक क्षेत्र के कुल उत्पादन में लघु उद्योग क्षेत्र का अंशदान लगभग 40 प्रतिशत था। आर्थिक सर्वेक्षण, 2022-23 में जारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2021 में विनिर्माण क्षेत्र के जीवीए में एमएसएमई का योगदान 36 प्रतिशत है। 11 दिसंबर, 2023 को सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, देश के सकल घरेलू योगदान निम्न है -

              वर्ष

अखिल भारतीय सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में एमएसएमई सकल मूल्य वर्धन (GVA) का हिस्सा

अखिल भारतीय सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में एमएसएमई सकल मूल्य वर्धन (GVA) का हिस्सा

2019-20

30.48%

40.67%

2020-21

27.24%

40.30%

2021-22

29.15%

40.83%

वर्षअखिल भारतीय निर्यात में एमएसएमई से संबंधित उत्पादों के निर्यात का % हिस्सा
2019-2049.77%
2020-2149.35%
2021-2245.03%
2022-2343.59%
2023-24*45.83%
* नवंबर, 2023 तक

38. सहकारी इकाइयों की दशा में किस क्षेत्र को विकास की ऊंची दर प्राप्त हुई? [U.P.P.C.S. (Mains) 2007]

Correct Answer: (b) सूती वस्त्र
Solution:सहकारी ईकाइयों की दशा में सूती वस्त्र उद्योग को विकास की ऊंची दर प्राप्त हुई है। वर्ष 1999-2000 से 2005-06 तक वर्ष-दर-वर्ष आधार पर सूत्री वस्त्र उद्योग ने लगभग 14.8 प्रतिशत की दर से वृद्धि दर्ज की है। बाजार हिस्सेदारी के संदर्भ में भी सूती क्षेत्र (Cotton Sector) की हिस्सेदारी (वर्ष 2016 में 60%) सर्वाधिक है।

39. भारत के किस उद्योग में अधिकतम श्रमिक लगे हुए हैं? [M.P. P.C.S. (Pre) 1998]

Correct Answer: (b) कपड़ा उद्योग
Solution:कपड़ा उद्योग भारत का सबसे बड़े संगठित और व्यापक उद्योगों में से एक और कृषि के बाद दूसरा सबसे बड़ा रोजगार सृजनकर्ता है। 27 दिसंबर, 2021 को जारी आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2019 में देश के सकल घरेलू उत्पाद में इसका योगदान 2 प्रतिशत तथा जीवीए (GVA) में कुल विनिर्माण का 11 प्रतिशत है। इसके अतिरिक्त यह देश के लगभग 4.5 करोड़ (आर्थिक सर्वेक्षण, 2022-23) लोगों को प्रत्यक्ष, जबकि 6 करोड़ लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार (कुल 10.5 करोड़ रोजगार) प्रदान करता है।

40. निम्न में से कौन-सा उद्योग भारत में सर्वाधिक रोजगार प्रदान करता है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (e) वस्त्र
Solution:कपड़ा उद्योग भारत का सबसे बड़े संगठित और व्यापक उद्योगों में से एक और कृषि के बाद दूसरा सबसे बड़ा रोजगार सृजनकर्ता है। 27 दिसंबर, 2021 को जारी आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2019 में देश के सकल घरेलू उत्पाद में इसका योगदान 2 प्रतिशत तथा जीवीए (GVA) में कुल विनिर्माण का 11 प्रतिशत है। इसके अतिरिक्त यह देश के लगभग 4.5 करोड़ (आर्थिक सर्वेक्षण, 2022-23) लोगों को प्रत्यक्ष, जबकि 6 करोड़ लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार (कुल 10.5 करोड़ रोजगार) प्रदान करता है।