Solution:प्रेशर कुकर के अंदर का तापमान (जिस पर खाना पकता है) सीधे अंदर बनने वाले दबाव पर निर्भर करता है। अंदर का दबाव निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करता है:
ढक्कन में स्थित छिद्र का क्षेत्रफल: प्रेशर कुकर में एक छोटा छिद्र होता है जिससे अतिरिक्त भाप निकलती है। इस छिद्र का क्षेत्रफल और उस पर रखी सीटी/वजन का डिजाइन नियंत्रित करता है कि अंदर कितना दबाव बन सकता है। एक छोटे छिद्र का क्षेत्रफल या अधिक प्रतिरोध (जैसे भारी सीटी) अधिक दबाव बनाएगा।
ढक्कन का भार (या अधिक सटीक रूप से, प्रेशर रेगुलेटर का भार): प्रेशर कुकर के ढक्कन पर एक प्रेशर रेगुलेटर (सीटी) लगा होता है। इस रेगुलेटर का भार ही यह निर्धारित करता है कि अंदर कितना दबाव बनेगा। जब अंदर का दबाव रेगुलेटर के भार को उठाने के लिए पर्याप्त हो जाता है, तो भाप बाहर निकल जाती है, जिससे अंदर का दबाव एक निश्चित स्तर पर बना रहता है। रेगुलेटर का भार जितना अधिक होगा, अंदर का दबाव उतना ही अधिक होगा, और परिणामस्वरूप, खाना पकाने का तापमान भी उतना ही अधिक होगा।
इसलिए, खाना पकाने का तापमान मुख्य रूप से ढक्कन में छिद्र के क्षेत्रफल और रेगुलेटर के भार पर निर्भर करता है, जो अंदर के दबाव को नियंत्रित करते हैं।