ऋग्वैदिक संस्कृति

Total Questions: 50

21. गायत्री मंत्र की रचना किसके द्वारा की गई थी? []

Correct Answer: (a) विश्वामित्र
Note:

गायत्री मंत्र की रचना, पुरोहित विश्वामित्र द्वारा की गई थी, जिसका उद्देश्य लोगों को आर्य बनाना था।

 

22. निम्नलिखित में से ऋग्वैदिक काल में बलि शब्द का सही अर्थ क्या होता था? []

Correct Answer: (b) राजा को प्रजा या विजित जनों से प्राप्त धन
Note:

संभवतः प्रजा स्वयं राजा को उसका अंश स्वेच्छा से देती थी। इस अंश का नाम बलि (अर्थात् चढ़ावा) था। राजा को बलि मुख्यतः दो लोगों से प्राप्त होती थी। (1) प्रजा (2) विजित जनों से।

 

23. ऋग्वैदिक काल में कौन-सा/से संघटन अस्तित्व में था/थे? []

(1) सभा

(2) समिति

(3) विदथ

(4) गण

निम्नलिखित में से सही विकल्प का चयन करें।

 

Correct Answer: (d) उपर्युक्त सभी
Note:

ऋग्वेद में कबीलों या कुलों के आधार पर बहुत से संघटनों का उल्लेख मिलता है। ये संघटन महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श करते थे, तथा सैनिक और धार्मिक कार्यों को देखते थे। इन संघटनों के अंतर्गत चारों शामिल थे।

 

24. निम्नलिखित में से ऋग्वैदिक काल के किन संघटनों में स्त्रियां भी भाग लेती थीं? []

Correct Answer: (c) सभा व विदथ
Note:

ऋग्वैदिक काल में सभा और विदथ, ऐसी समितियां थीं, जिनमें स्त्रियां भी पुरूषों के समान भाग लेती थीं।

 

25. निम्नलिखित में से सभा के संदर्भ में दिए गए कथनों पर विचार करें- []

कथन-(1) सभा, कुलीन जनों का संघटन था।

कथन (2) समिति, आम लोगों का संघटन थी।

उपर्युक्त कथनों में से सत्य कथन का चुनाव करें।

 

Correct Answer: (c) 1 और 2
Note:

 

सभा और समिति शासन के प्रमुख अंग थे। सभा, चुने गये वृद्ध या कुलीन जनों का संगठन था तथा समिति आम लोगों का संगठन था। समिति मुख्य रूप से नीति विषयक निर्णय लेती थी तथा राजनीतिक कार्य-व्यापार संबंधित मामले देखती थी।

 

26. ऋग्वेद में जन शब्द का उल्लेख कितनी बार आया है? []

Correct Answer: (c) लगभग 275 बार
Note:

ऋग्वैदिक लोगों को सबसे अधिक आस्था अपने-अपने कबीले के प्रति रहती थी। जिसे 'जन' कहा जाता था। एक ऋचा में दो जनों की संयुक्त युद्ध क्षमता इक्कीस बताई गई है। ऋग्वेद में जन शब्द का उल्लेख लगभग 275 बार हुआ है

27. निम्नलिखित में से असत्य विकल्प का चयन करें? []

Correct Answer: (a) ऋग्वैदिक लोग पुत्र तथा पुत्रियों दोनों की ईश्वर से कामना करते थे।
Note:

ऋग्वैदिक काल में निरंतर युद्ध में लगे पितृसत्तात्मक समाज में लोग हमेशा वीर पुत्रों की प्राप्ति के लिए देवताओं से प्रार्थना करते थे। ऋग्वेद में कहीं भी बेटी के लिए कामना व्यक्त नहीं की गई है अतः विकल्प (a) असत्य है।

 

28. ऋग्वैदिक काल में विवाह की उम्र लगभग कितनी मानी गई है? []

Correct Answer: (d) 16-17 वर्ष
Note:

ऋग्वेद में बाल विवाह का कोई उदाहरण नहीं प्राप्त होता है, संभवतः ऋग्वैदिक काल में सोलह-सत्रह वर्ष की आयु विवाह के लिए उपयुक्त मानी जाती थी।

 

29. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें: []

कथन-(1) ऋग्वैदिक कबीलाई समाज तीन वर्गों में बंटा था।

कथन-(2) ऋग्वैदिक काल के अंत में चतुर्थ वर्ण जोड़ा गया जो शूद्र कहलाता था।

उपर्युक्त में से सत्य कथन का चयन करें?

 

Correct Answer: (c) 1 और 2 दोनों
Note:

ऋग्वैदिक काल में कबीलाई समाज तीन वर्गों में बंटा था, योद्धा, पुरोहित और सामान्य जन (प्रजा)। इसी तरह का विभाजन ईरान में भी हुआ था। अतः कथन 1 सत्य है। चौथा वर्ग, जो शूद्र कहलाता था, ऋग्वेद काल के अंत में दिखाई पड़ा है, क्योंकि सबसे बाद में जोड़े गए ऋग्वेद के 10 वें मंडल में इसका सर्वप्रथम उल्लेख मिलता है।

 

30. निम्नलिखित कथनों में से सत्य कथन का चुनाव करें? []

Correct Answer: (c) पुरोहितों को दक्षिणा में दासियां व पशु दिए जाते थे।
Note:

ऋग्वैदिक काल में दान में भूमि दिए जाने का उल्लेख नहीं मिलता है तथा अन्नदान का वर्णन भी विरल ही मिलता है। अतः कथन (a) व (b) असत्य हैं। पुरोहितों को दक्षिणा में दासियां दिए जाने की बात बार-बार आयी है। अतः विकल्प (c) सत्य है। इन दासियों से घरेलू काम कराया जाता था, इससे साफ जाहिर होता है कि ऋग्वेद काल में दास प्रत्यक्षतः खेती के काम में या अन्य उत्पादक कार्यों में नहीं लगाए जाते थे।