कथन-(1) ऋग्वैदिक कबीलाई समाज तीन वर्गों में बंटा था।
कथन-(2) ऋग्वैदिक काल के अंत में चतुर्थ वर्ण जोड़ा गया जो शूद्र कहलाता था।
उपर्युक्त में से सत्य कथन का चयन करें?
Correct Answer: (c) 1 और 2 दोनों
Note: ऋग्वैदिक काल में कबीलाई समाज तीन वर्गों में बंटा था, योद्धा, पुरोहित और सामान्य जन (प्रजा)। इसी तरह का विभाजन ईरान में भी हुआ था। अतः कथन 1 सत्य है। चौथा वर्ग, जो शूद्र कहलाता था, ऋग्वेद काल के अंत में दिखाई पड़ा है, क्योंकि सबसे बाद में जोड़े गए ऋग्वेद के 10 वें मंडल में इसका सर्वप्रथम उल्लेख मिलता है।