ऋग्वैदिक संस्कृति

Total Questions: 50

31. किस काल में व्यवसाय के आधार पर समाज में विभेदीकरण आरंभ हुआ? []

Correct Answer: (a) ऋग्वैदिक काल
Note:

ऋग्वेद काल में व्यवसाय के आधार पर समाज में विभेदीकरण आरंभ हुआ। बाद के समय में यह वर्ण व्यवस्था में परिवर्तित हुआ।

 

32. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें: []

कथन (1) गुरु का घर विद्यालय होता था।

कथन-(2) लिखित पठन-पाठन एवं उच्चारण को विशेष महत्व दिया जाता था।

उपर्युक्त कथन में से ऋग्वैदिक शिक्षा के संबंध में कौन-से कथन सत्य हैं-

 

Correct Answer: (a) केवल 1
Note:

ऋग्वैदिक काल में गुरु का घर विद्यालय होता था, जहां वह अपने शिष्यों को कुछ विशेष पवित्र पाठ पढ़ाता था। शिष्यों द्वारा पाठ कंठस्थ किये जाते थे तथा मौखिक पठन-पाठन एवं उच्चारण को विशेष महत्व दिया जाता था। अतः विकल्प (a) सत्य है।

 

33. ऋग्वैदिक काल में 'क्षीर-पाकमोदनम्' शब्द का प्रयोग किसके लिए किया जाता था? []

Correct Answer: (b) दूध में पके हुए अन्न के लिए
Note:

ऋग्वैदिक काल में दूध और उससे बने पदार्थ- दही, मक्खन, घी आदि आहार के मुख्य भाग होते थे। दूध में पके हुए अन्न को 'क्षीर-पाकमोदनम्' कहा जाता था।

 

34. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें: []

कथन-(1) लोग बांसुरी और ढोल का प्रयोग करते थे।

कथन (2) जुआ खेलना उनका सबसे प्रिय मनोरंजन था।

उपर्युक्त में से ऋग्वैदिक काल में मनोरंजन के कौन-से साधन थे?

 

 

Correct Answer: (c) 1 और 2 दोनों
Note:

ऋग्वैदिक काल के लोगों को 'रथों की दौड़' के अलावा नाच और गानों का भी बड़ा शौक था, इसके अतिरिक्त वे ढोल व बांसुरी का भी प्रयोग करते थे। जुआ खेलना उनका सबसे प्रिय मनोरंजन था।

 

35. निम्नलिखित में से किसका संबंध यव और धान्य से है? []

Correct Answer: (a) खाद्यान्नों
Note:

ऋग्वैदिक काल में खाद्यान्नों को सामूहिक रूप से यव और धान्य कहा जाता था। वैदिक साहित्य के परवर्ती ग्रंथों में 10 प्रकार के अन्न उगाए जाने का उल्लेख है।

 

36. ऋग्वैदिक काल के संदर्भ में असत्य कथन का चयन करें। []

कथन-(1) लोहे को लोहित अयस् कहा जाता था।

कथन-(2) व्यापारियों के लिए वणिक शब्द का प्रयोग किया जाता था।

कथन (3) ब्याज पर धन उधार देने की प्रणाली प्रचलित थी।

उपर्युक्त कथनों के आधार पर असत्य कथन का चयन करें।

 

Correct Answer: (a) केवल 1
Note:

ऋग्वैदिक काल में तांबे का ही इस्तेमाल होता था, जिसके लिए अयस् शब्द का प्रयोग होता था। जब लोहे का भी इस्तेमाल किया जाने लगा, तब तांबे को लोहित अयस् और लोहे को श्याम अयस् कहा जाने लगा। अतः कथन a असत्य है, अन्य सभी कथन सत्य हैं।

 

37. भारत में लोहे का प्रयोग कब से प्रारंभ हुआ? []

Correct Answer: (c) 1000 ई.पू.
Note:

भारत में लोहे का प्रयोग 1000 ई. पू. में प्रारंभ हुआ था। अतः विकल्प (c) सत्य है सबसे पहले लोहे का प्रयोग मनुष्य ने तीर की नोक बनाने, भाले की नोक बनाने और तलवार तथा चाकू बनाने में किया था। लोहे का प्रयोग उत्तर भारत में 800 ई.पू., दक्षिण भारत में 1000 ई.पू. तथा विश्व के संदर्भ में 1300 ई.पू. माना जाता है।

 

38. ऋग्वेद में 'युद्ध का पर्याय' किसे कहा गया है? []

Correct Answer: (b) गाय को
Note:

ऋग्वेद में गाय और सांड की इतनी चर्चा है कि ऋग्वैदिक आर्यों को मुख्य रूप से पशुचारक कहा जाता है तथा ऋग्वैदिक आर्यों की अधिकांश लड़ाईयां गायों को लेकर हुई हैं। ऋग्वेद में गविष्टि (गाय का अन्वेषण) युद्ध का पर्याय कहा गया है।

 

39. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए- []

सूची-I (ऋग्वैदिक शब्द) सूची-II (सही अर्थ)
(A) वाज्रपति (1) परिवार का प्रधान
(B) कुलपा (2) ग्राम अथवा लड़ाकूदल का प्रधान
(C) ग्रामणी (3) चारागाह या बड़े जत्थे का प्रधान
A B  C
(a) 1 2 3
(b) 3 2 1
(c) 3 1 2
(d) 2 3 1

Correct Answer: (c)
Note:

विकल्प में दिए गए ऋग्वैदिक शब्द एवं उनके सही अर्थों का सुमेल निम्न प्रकार है-

ऋग्वैदिक शब्द अर्थ (Meaning)
वाज्रपति चारागाह या बड़े जत्थे का प्रधान
कुलपा परिवार का प्रधान
ग्रामणी ग्राम अथवा लड़ाकू दल का प्रधान

40. निम्नलिखित में से किस वैदिक देवता को प्रथम श्रेणी का देवता नहीं माना गया है? []

Correct Answer: (d) सूर्य
Note:

स्थान के अनुसार वैदिक देवताओं की 3 श्रेणियां हैं-प्रथम श्रेणी 'पृथ्वी-स्थानीय देवगणों की है जिसमें पृथ्वी, अग्नि, सोम, बृहस्पति और नदियां आती हैं। 'सूर्य' तृतीय श्रेणी के अंतर्गत सम्मिलित किए गए हैं। अतः विकल्प (d) असत्य है