एल.डी.ए. (प्रीलिम्स) परीक्षा, 2001 सामान्य अध्ययन (Part-II)

Total Questions: 75

1. भारत में तृतीयक क्षेत्र में सम्मिलित हैं-

1. व्यापार एवं परिवहन

II. वित्त एवं वास्तविक (स्थावर) सम्पदा

III. वानिकी और मत्स्यकी

नीचे दिये कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-

Correct Answer: (b) I और II
Solution:व्याख्या- व्यापार, परिवहन, वित्त, वास्तविक स्थावर संपदा आदि को तृतीयक क्षेत्र अथवा सेवा क्षेत्र के अन्तर्गत शामिल किया जाता है। जबकि वानिकी मत्स्यकी तथा कृषि को प्राथमिक क्षेत्र के अन्तर्गत शामिल किया जाता है।

2. कथन :

कथन (A) : जब कोई जहाज नदी से निकलकर सागर में प्रवेश करता है तो वह कुछ ऊपर उठ जाता है।

कारण (R) : सागर के जल का घनत्व नदी के जल के घनत्व से अधिक है।

उपर्युक्त कथनों के संदर्भ में निम्न में से कौन सा सत्य है?

Correct Answer: (a) A और Rनों सत्य हैं और R, A, की वही व्याख्या करता है।
Solution:व्याख्या- समुद्री जल का घनत्व लवणता के कारण नदी जल से अधिक होता है, इसी कारण कोई जहाज जब नदी से समुद्र में प्रवेश करता है तो वह कुछ ऊपर उठ जाता है। समुद्र में नदी तुलना में जहाज पर अधिक प्रबल बल लगा होता है। समुद्र में तैरना इसी कारण आसान होता है।

3. कथन :

कथन (A): कृष्ण छिद्र (Black Hole) एक ऐसा खगोलीय अस्तित्त्व है जिसे दूरबीन से देखा नहीं जा सकता है।

कारण (R) : कृष्ण छिद्र पर गुरुत्वीय क्षेत्र इतना प्रबल होता है। कि यह प्रकाश को भी बच निकलने नहीं देता।

उपर्युक्त वक्तव्यों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सही है?

Correct Answer: (a) A और R दोनों सही है तथा R, A, की सही व्याख्या करता है।
Solution:व्याख्या-बड़े तारे विस्फोट के पश्चात् अत्यधिक गुरुत्वाकर्षण के कारण काफी संकुचित एवं सघन हो जाते है। इनका घनत्व अत्यधिक (1016 GMCC) होता है। अत्यधिक सघनता के कारण कोई भी पदार्थ यहां तक कि सूर्य का प्रकाश भी इसके गुरूत्वाकर्षण से नहीं बच पाता है। यही कारण कि इसे कृष्ण छिद्र (Black Hole) कहा जाता है। यह एक ऐसा खगोलीय अस्तित्व है, जिसे दूरबीन से भी नहीं देखा जा सकता है।

4. चन्द्रमा के धरातल पर दो व्यक्ति एक-दूसरे की बात नहीं सुन सकते है क्योंकि

Correct Answer: (b) चंद्रमा पर वायुमंडल नहीं है।
Solution:व्याख्या-ध्वनि तरंगों के संचरण के लिए माध्यम की आवश्यकता होती है। वायुमंडल इसका एक सशक्त माध्यम है। चंद्रमा के धरातल पर वायुमण्डल का अभाव होता है। इस कारणवश चंद्रमा पर दो व्यक्ति एक दूसरे की बात नहीं सुन सकते।

5. निम्नलिखित में से कौनसा विस्फोटक नहीं है?

Correct Answer: (d) नाइट्रोक्लोरोफार्म
Solution:व्याख्या-नाइट्रोक्लोरोफार्म एक निश्चेतक (Anesthetics) है जो आपरेशन के पूर्व मरीज को बेहोश करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है। इसका रासायनिक सूत्र CI3CNO₂ है इसकी खोज 1848 में स्टाटिश रसायनज्ञ जॉन स्टेनेहाउस ने की थी।

6. निम्नलिखित युग्मों में से कौन सा सुमेलित नहीं है-

Correct Answer: (a) फुलरीन्स – फ्लोरीनयुक्त कार्बनिक यौगिक
Solution:व्याख्या-फुलेरीन्स, ग्रेफाइट, हीरा, आदि कार्बन के अपरूप हैं अतः विकल्प (a) सही सुमेलित नहीं है। अन्य सभी विकल्प सही सुमेलित हैं।

7. निम्नलिखित में से कौन सा युग्म सुमेलित नहीं है?

Correct Answer: (d) परायूरेनियम तत्वों का संश्लेषण- एनरिको फर्मी
Solution:व्याख्या- पाई-मेसोन नामक मूल कणों की खोज 1935 में हिडेकी युकावा ने की थी। इनका जीवन काल 10 सेकेण्ड व द्रव्यमान इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान का 274 गुना होता है। पॉजिट्रान एक धनावेशित मूल कण है, जिसका द्रव्यमान व आवेश इलेक्ट्रॉन के बराबर होता है, इसलिए इसे इलेक्ट्रॉन का एन्टीकण भी कहते हैं। इसकी खोज 1932 में एण्डरसन ने की थी। सूर्य तथा ब्रह्माण्ड के अन्य तारों की ऊर्जा का स्रोत भी वहाँ पर होने वाला नाभिकीय संलयन ही है। 1938 में अमेरिका वैज्ञानिकों 'बेथे' ने बताया कि सूर्य पर दो तरह की संलयन अभिक्रिया प्रोटान चक्र व कार्बन नाइट्रोजन- चक्र होती है।

8. निम्नांकित कथनों पर विचार कीजिये

1. टेफ्लॉन तथा डेक्रॉन बहुलक है

2. नियोप्रीन सांश्लेषिक रबड़ है

3. पालीथीन, पालीएथिलीन बहुलक है

4. प्राकृतिक रबड़ क्लोरोप्रीन है

उपर्युक्त कथनों में से कौन सही है?

Correct Answer: (a) 1,2, तथा 3
Solution:व्याख्या- बहुलकीकरण वह अभिक्रिया है जिसमें एक ही प्रकार के  एक से अधिक अणु आपस में जुड़कर कोई अधिक अणुभार वाला बड़ा अणु बनाते हैं। टेफ्लॉन तथा डेक्रॉन बहुलक है। प्राकृतिक रबड़, रबड़ के पेड़ों से निकले लैटेक्स से बनाया जाता है। कृत्रिम रबर आईसोप्रीन का बहुलक है। नियोप्रीन संश्लेषित रबड़ है। पालीथीन, एथलीन के उच्चताप व उच्चदाब पर बहुलकीकरण के फलस्वरूप प्राप्त किया जाता है। इसका उपयोग खिलौने, बोतल, बाल्टी, पन्नी आदि बनाने में किया जाता है। यह पालीएथिलीन का बहुलक है।

9. निम्नलिखित में से कौन, जैव उर्वरक के रूप में प्रयुक्त होते हैं?

1. एजोला

2. नील हरित शैवाल

3. एलफाएल्फा

4. नाइट्रोलिम

निम्नलिखित में से सही उत्तर का चयन कीजिए -

Correct Answer: (d) 1,2 तथा 3
Solution:व्याख्या-जैव उर्वरक से तात्पर्य ऐसे सूक्ष्म सजीव जीवाणु से है, जो पौधों के उपयोग के लिए पोषक तत्व उपलब्ध कराते हैं। वस्तुतः जैव उर्वरक का सबसे महत्वपूर्ण कार्य नाइट्रोजन उपलब्धता के संदर्भ में है, क्योंकि वह वायुमण्डल से मुक्त नाइट्रोजन को ग्रहण करके पोषक पदार्थ का निर्माण करता है जिसका उपयोग पौधे अपनी वृद्धि के लिए करते हैं। राइजोवियम, एजोला, एजोस्पिरिलम, लाइपोफेरम माइकोराइजा, आदि जैव उर्वरक के घटक हैं। भारत में दो प्रमुख जैव उर्वरक का इस्तेमाल होता है, ये है राइजोबियम और नील हरित शैवाल (एजोला सहित)। एजोला एक जलीय फर्न है। इसकी जड़ों में एनाबीना रहता है और नाइट्रोजन स्थिरीकरण करता है। धान की खेती में एजोला का प्रयोग किया जा रहा है। अल्फाल्फा को लुसर्न भी कहते हैं।

10. आनुवंशिक अभियंत्रण (Genetic Engineering) के निम्नलिखित प्रभावों पर विचार कीजियेः

1. रोग प्रतिरोध

2. वृद्धि वर्धन

3. जन्तु क्लोनिंग

4. मानव क्लोनिंग

उपर्युक्त में जो कुछ सफलता के साथ परीक्षित किये किये गये हैं, वे हैं-

Correct Answer: (d) 1,2 तथा 3
Solution:व्याख्या- अनुवांशिकी के अंतर्गत मानव क्लोनिंग के अतिरिक्त शेष तीनों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है। मानव क्लोनिंग का परीक्षण अभी पूर्णतः संफल नहीं हो पाया है। यह विवादास्पद और प्रतिबंधित भी है।