ऐतिहासिक परिदृश्य (बिहार)

Total Questions: 65

1. बिहार के चिरांद नामक पुरास्थल की प्राचीनतम संस्कृति है- [66 B.P.S.C. Re Exam (Pre), 2020]

Correct Answer: (c) नव-पाषाणिक संस्कृति
Solution:बिहार के सारण जिले में चिरांद नामक पुरास्थल नव-पाषाणिक संस्कृति है। यहां से प्रचुर मात्रा में हड्डी के उपकरण पाए गए हैं, जो मुख्य रूप से हिरण के सींगों के हैं। वर्ष 1962-63 में प्रो. वी. के. सिन्हा ने इसका उत्खनन करवाया था।

2. मैथिली भाषा का विकास निम्नलिखित में से किसके शासनकाल के दौरान शुरू हुआ? [69 B.P.S.C. (Pre), 2023]

Correct Answer: (c) कर्नाट राजवंश
Solution:मैथिली भाषा का विकास कर्नाट राजवंश (11वीं शताब्दी) के शासनकाल के दौरान शुरू हुई। कर्नाट राजवंश के हरसिम्ह देव (1226 - 1324 ई.) के संरक्षण में ज्योतिरिश्वर ठाकुर (1280 - 1340 ई.) ने शुद्ध मैथिली में एक अद्वितीय कृति 'वर्णरत्नाकर' लिखी। गद्य का यह नमूना संभवतः न केवल मैथिली, बल्कि भारत की सभी आधुनिक आर्य भाषाओं में सबसे प्राचीन है।

3. बिहार पर बख्तियार खिलजी के हमले का पहला विवरण प्राप्त हुआ- [64 B.P.S.C. (Pre), 2018]

Correct Answer: (b) तबकात-ए-नासिरी से
Solution:बख्तियार खिलजी तुर्की से आया एक मुस्लिम हमलावर था। इसकी अगुवाई में मुस्लिम हमलावरों ने 1193 ई. में नालंदा विश्वविद्यालय को नष्ट कर दिया था। प्रसिद्ध पर्शियन इतिहासकार मिनहाजुद्दीन सिराज ने अपनी पुस्तक तबकात-ए-नासिरी में बिहार में उसके हमलों के बारे में विस्तार से वर्णन किया है।

4. बिहार के सुप्रसिद्ध संत शर्कुद्दीन मनेरी का संबंध सूफियों के किस संप्रदाय से है? [40 B.P.S.C. (Pre), 1995]

Correct Answer: (c) फिरदौसी
Solution:शर्कुदीन अहमद जिनका जन्म मनेर में और मृत्यु बिहार शरीफ में हुई, ये फिरदौसी सिलसिले के सूफी संत थे।

5. पटना को प्रांतीय राजधानी बनाया था- [41 B.P.S.C. (Pre), 1996]

Correct Answer: (a) शेरशाह ने
Solution:तारीखे दाऊदी के विवरण के अनुसार, शेरशाह ने पटना नगर के भौगोलिक एवं सामरिक महत्त्व को जानने के बाद 1541 ई. में यहां एक मजबूत किले का निर्माण किया तथा इसे बिहार राज्य की राजधानी बनाया। पटना का प्राचीन नाम पाटलिपुत्र था, जिसे मगध के सम्राट अजातशत्रु ने बसाया था। अजातशत्रु के उत्तराधिकारी उदयिन ने पाटलिपुत्र (पटना) को अपनी राजधानी बनाया। तीन शताब्दियों तक पाटलिपुत्र नगर तीन साम्राज्यों मगध, नंद और मौर्य की गौरवपूर्ण राजधानी रही।

6. कश्मीर घाटी के अंतिम मुस्लिम शासक युसूफ शाह चक, जिन्हें मुगल सम्राट अकबर द्वारा बिहार में निर्वासित किया गया था, दफन हैं- [65 B.P.S.C. (Pre), 2019]

Correct Answer: (d) नालंदा में
Solution:कश्मीर घाटी के अंतिम मुस्लिम शासक युसूफ शाह चक, जिन्हें मुगल सम्राट अकबर द्वारा बिहार में निर्वासित किया गया था, इनकी मृत्यु 1592 ई. में निर्वासन के दौरान हुई और नालंदा (बिहार) में दफनाया गया।

7. वर्ष 1632 में बिहार के पटना शहर में कौन-सी कंपनी ने अपनी फैक्टरी स्थापित की? [66 B.P.S.C. (Pre), 2020]

Correct Answer: (b) डच ईस्ट इंडिया कंपनी
Solution:सर्वप्रथम डचों ने पटना कॉलेज की उत्तरी इमारत में 1632 ई. में डच फैक्टरी की स्थापना की। इनकी रुचि सूती वस्त्र, चीनी, शोरा, अफीम आदि से संबंधित व्यापार में थी।

8. बिरसा मुंडा के गुरु कौन थे? [40 B.P.S.C. (Pre), 1995]

Correct Answer: (b) आनंद पांडेय
Solution:बिरसा मुंडा के गुरु का नाम आनंद पांडेय था। बिरसा मुंडा ने मुंडा विद्रोह (1899-1900 ई.) का नेतृत्व किया था। उनका जन्म 1875 ई. में हुआ था। उसकी शिक्षा-दीक्षा चाईबासा में हुई थी। वह जर्मन धर्म प्रचारकों से प्रभावित होकर ईसाई बन गए थे।

9. बिरसा को सोते हुए पकड़ा गया- [60 to 62nd B.P.S.C. (Pre), 2016]

Correct Answer: (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं / उपर्युक्त में से एक से अधिक
Solution:बिरसा मुंडा को 3 मार्च, 1900 को चक्रधरपुर (पश्चिमी सिंहभूम) के जामकोपाई (Jamkopai) वन में सोते समय गिरफ्तार कर लिया गया था और 9 जून, 1900 को जेल में ही रहस्यमय तरीके से उनकी मृत्यु हो गई।

10. उस क्षेत्र की पहचान करें जहां संथालों ने 1855-56 में अपनी सरकार की घोषणा कर दी थी- [40 B.P.S.C. (Pre), 1995]

Correct Answer: (b) भागलपुर-राजमहल
Solution:संथालों ने 1855-56 ई. में भागलपुर-राजमहल क्षेत्र में अपनी सरकार की घोषणा कर दी थी। यह क्षेत्र दामन-ए-कोह के नाम से भी जाना जाता था, जो कि संथाल बाहुल्य क्षेत्र था। 1855-56 ई. में संथाल विद्रोह मुख्यतः ब्रिटिश शासन के विरुद्ध हुआ था। उनकी मुख्य शिकायत सभ्यलोग (Civilized People), अर्थात बंगाल और उत्तर भारत के उन संभ्रांत लोगों से थी, जो उनके इलाके में आकर बस गए थे तथा उनका शोषण-दोहन करते थे। अंग्रेजों से फरियाद करने पर अंग्रेज उन्हीं भद्र लोग का पक्ष लेते थे। आदिवासी अपने शोषकों को 'दिकू' कहते थे।