Correct Answer: (d) त्वचीय कैंसर का
Solution:सूर्य से आने वाले हानिकारक पराबैंगनी विकिरण से त्वचा कैंसर होने का खतरा रहता है। अधिक समय तक सूर्य के पराबैंगनी विकिरण के शरीर पर पड़ने पर डीएनए में आनुवांशिक उत्परिवर्तन हो सकता है, जो त्वचा कैंसर का कारण बन सकता है। ध्यातव्य है, कि सूर्य की पराबैंगनी किरणों को सामान्यतया तीन वर्गों में बांटा जाता है। इन्हें UV-A, UV-B तथा UV-C किरणें कहा जाता है। UV-A तथा UV-B किरणों का त्वचा पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है, UV-C (100-280 nm) भी अत्यंत घातक होती है, परंतु पृथ्वी सतह तक नहीं पहुंच पाती है।