Correct Answer: (a) यह ओजोन अणुओं के साथ अभिक्रिया करने वाले CFC के निर्गमन को कम करेगा।
Solution:क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs) ये केवल सूर्य के प्रकाश के माध्यम से टूटते हैं, जो उनके अणुओं को विभाजित करता है, जिससे क्लोरीन (CI) निकलता है। एक बार जब क्लोरीन मुक्त हो जाती है, तो यह ओजोन (0₂) के साथ अभिक्रिया कर क्लोरीन मोनोऑक्साइड (CIO) और ऑक्सीजन (0₂) बनाती है, अर्थात CI + O = CIO + O2 1 1987 में, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) 1986 के स्तर पर CFC उत्पादन को स्थिर करने के लिए एक समझौता करने में सफल रहा। ओजोन (0₂) एक अणु है, और ज्यादातर समताप मंडल में पाया जाता है, जहां यह हमें सूर्य के हानिकारक पराबैंगनी (UV) विकिरण से बचाता है।