औरंगजेब (UPPCS)

Total Questions: 26

1. कथन (A) : मुगल गद्दी पर औरंगजेब शाहजहां का उत्तराधिकारी हुआ। [U.P. P.C.S. (Pre) 1994]

कारण (R) : ज्येष्ठ पुत्र के उत्तराधिकार के नियम का पालन किया गया।

निम्न में से सही उत्तर का चयन कीजिए-

Correct Answer: (c) (A) सत्य है; और (R) असत्य है।
Solution:मुगल गद्दी पर शाहजहां का उत्तराधिकारी औरंगजेब हुआ; किंतु ज्येष्ठ पुत्र के उत्तराधिकार के नियम से नहीं; अपितु तलवार के बल से। मुगल काल में तलवार ही सत्ता का प्रतीक थी। तलवार के बल पर ही उत्तराधिकार का निर्णय होता था, उत्तराधिकार के कोई सुस्पष्ट नियम नहीं थे। साथ ही शाहजहां के पुत्रों में दारा एवं शुजा के बाद औरंगजेब का क्रम तीसरा था। अतः कथन सत्य है; किंतु कारण गलत है।

2. निम्नलिखित में से किस मुगल बादशाह का दो बार राज्याभिषेक हुआ था? [U.P.P.C.S. (Mains) 2006 U.P.P.C.S. (Pre) 2009]

Correct Answer: (d) औरंगजेब
Solution:मुगल बादशाह औरंगजेब का राज्याभिषेक दो बार हुआ था। उसका पहला राज्याभिषेक दिल्ली में 21 जुलाई, 1658 को हुआ था। उसका दूसरा राज्याभिषेक 5 जून, 1659 को हुआ तथा 'अबुल मुजफ्फर मुहीउद्दीन मुहम्मद औरंगजेब बहादुर आलमगीर पादशाह गाजी' की उपाधि धारण कर वह मुगल बादशाह के सिंहासन पर आसीन हुआ।

3. धरमत का युद्ध निम्न में से किनके बीच लड़ा गया? [I.A.S. (Pre) 2003]

Correct Answer: (c) औरंगजेब तथा दारा शिकोह
Solution:मध्य प्रदेश में स्थित उज्जैन के निकट धरमत नामक स्थान पर अप्रैल, 1658 में औरंगजेब तथा दारा शिकोह के मध्य युद्ध हुआ था। इस युद्ध में जोधपुर के राजा जसवंत सिंह ने दारा शिकोह की तरफ से तथा मुराद ने औरंगजेब की तरफ से भाग लिया था। धरमत युद्ध ने औरंगजेब की स्थिति को काफी सुदृढ़ बना दिया एवं शाही सेना की पराजय से दारा शिकोह की दुर्बलता प्रकट हुई।

4. निम्नलिखित युद्धों को कालानुक्रम में व्यवस्थित कीजिए और नीचे दिए कूटों में से सही उत्तर चुनिए - [U.P.P.C.S. (Pre) 2019]

I. सर्नाल का युद्ध               II. बिलग्राम का युद्ध

III. धरमत का युद्ध           IV. जजाऊ का युद्ध

कूट

Correct Answer: (a) II, I, III, IV
Solution:1572 ई. में सर्नाल (गुजरात) का युद्ध अकबर के गुजरात अभियान के दौरान हुआ था, जिसमें अकबर के नेतृत्व में मुगल सेना ने इब्राहिम मिर्जा को पराजित किया था। 1540 ई. में बिलग्राम के युद्ध में शेरशाह सूरी ने हुमायूं को हराया था। 1658 ई. में धरमत के युद्ध में औरंगजेब की सेना ने दाराशिकोह की सेना को पराजित किया था। जजाऊ का युद्ध 1707 ई. में औरंगजेब की मृत्यु के बाद उसके उत्तराधिकार हेतु बहादुरशाह प्रथम और मुहम्मद आजम शाह के बीच हुआ था। इस प्रकार सही कालानुक्रम विकल्प (a) में प्राप्त हो रहा है।

5. औरंगजेब ने जोधपुर के शासक जसवंत सिंह को 1658 ई. के धरमत के युद्ध में पराजित किया था, धरमत किस राज्य में स्थित है? [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2007]

Correct Answer: (a) राजस्थान
Solution:1572 ई. में सर्नाल (गुजरात) का युद्ध अकबर के गुजरात अभियान के दौरान हुआ था, जिसमें अकबर के नेतृत्व में मुगल सेना ने इब्राहिम मिर्जा को पराजित किया था। 1540 ई. में बिलग्राम के युद्ध में शेरशाह सूरी ने हुमायूं को हराया था। 1658 ई. में धरमत के युद्ध में औरंगजेब की सेना ने दाराशिकोह की सेना को पराजित किया था। जजाऊ का युद्ध 1707 ई. में औरंगजेब की मृत्यु के बाद उसके उत्तराधिकार हेतु बहादुरशाह प्रथम और मुहम्मद आजम शाह के बीच हुआ था। इस प्रकार सही कालानुक्रम विकल्प (a) में प्राप्त हो रहा है।

6. औरंगजेब के शासनकाल की निम्नलिखित घटनाओं पर विचार कीजिए और उनको कालक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए - [U.P. P.C.S. (Pre) 2022]

1. देवराई की लड़ाई

2. बनारस के पास शूजा की पराजय

3. सामूगढ़ की लड़ाई

4. धरमत में विजय

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए।

कूट :

Correct Answer: (c) 2, 4, 3 और 1
Solution:दी गई लड़ाइयों का क्रम निम्नवत है- बनारस के पास शूजा की पराजय फरवरी, 1658 धरमत में विजय 15 अप्रैल, 1658 सामूगढ़ की लड़ाई 29 मई, 1658 देवराई की लड़ाई 1659 ई. अतः स्पष्ट है कि इसका उत्तर विकल्प (c) होगा।

7. मुगल शहजादा जिसने श्रीनगर गढ़वाल में आश्रय लिया था- [Uttarakhand P.C.S.(Pre) 2004]

Correct Answer: (d) सुलेमान शिकोह
Solution:उत्तराधिकार के युद्ध में औरंगजेब से पराजित दारा शिकोह के पुत्र शहजादे सुलेमान शिकोह ने श्रीनगर गढ़वाल के शासक पृथ्वी सिंह के यहां शरण ली थी; किंतु उसके उत्तराधिकारी मेदिनीसिंह ने उसे औरंगजेब को सौंप दिया। सुलेमान शिकोह को ग्वालियर के किले में बंद कर दिया गया और वहां उसको अफीम खिलाकर मार डाला गया।

8. औरंगजेब के किस पुत्र ने विद्रोह करके राजपूतों के विरुद्ध अपने पिता की स्थिति दुर्बल कर दी थी? [U.P.P.C.S. (Mains) 2007]

Correct Answer: (b) अकबर
Solution:औरंगजेब के पुत्र मुहम्मद अकबर ने 1681 ई. में विद्रोह करके राजपूतों के विरुद्ध अपने पिता की स्थिति दुर्बल कर दी थी। अकबर राजपूतों के विरुद्ध लड़े जाने वाले युद्ध से निराश हो गया था। उसे अपने पिता की धर्मांधता की नीति की सफलता में विश्वास न था तथा विचारों से वह उदार था। उसी अवसर पर मेवाड़ के राणा राजसिंह और राठौर नेता मारवाड़ के दुर्गादास ने उसके सामने प्रस्ताव रखा कि यदि वह अपने को भारत का बादशाह घोषित कर दे, तो मेवाड़ और मारवाड़ दोनों की सेनाएं उसकी सहायता करेंगी। दुर्गादास ने अकबर को अपने संरक्षण में रखा, राजपूताना तथा खानदेश की कठिन यात्रा की, मुगल सेना से उसकी रक्षा की और उसे शिवाजी के पुत्र शम्भाजी के दरबार में पहुंचाने में सफलता पाई। 1681 ई. में औरंगजेब स्वयं अकबर का पीछा करता हुआ दक्षिण भारत गया; किंतु अकबर फारस भाग गया और वहीं पर औरंगजेब के अंतिम काल में अकबर की मृत्यु हुई।

9. किस मुगल सेनापति के साथ शिवाजी ने 1665 ई. में पुरंदर की संधि पर हस्ताक्षर किए थे? [U.P.P.C.S. (Mains) 2008 U.P.P.C.S. (Mains) 2009 U.P.U.D.A./L.D.A (Spl.) (Pre) 2010 U.P.U.D.A./L.D.A (Spl.) (Mains) 2010 U.P.P.C.S. (Pre) 2011]

Correct Answer: (b) जयसिंह
Solution:1665 ई. के आरंभ में औरंगजेब ने राजा जयसिंह के नेतृत्व में विशाल सेना शिवाजी का दमन करने के लिए भेजी। जयसिंह कछवाहा शासक थे, जो कि युद्ध और शांति, दोनों कलाओं में निपुण थे। वह चतुर कूटनीतिज्ञ थे और उन्होंने समझ लिया कि बीजापुर को जीतने के लिए शिवाजी से मैत्री करना आवश्यक है। अतः पुरंदर के किले पर मुगलों की विजय और राजगढ़ की घेराबंदी के बावजूद उन्होंने शिवाजी से संधि की। पुरंदर की यह संधि जून, 1665 में हुई।

10. किस मुगल बादशाह को 'जिंदा पीर' कहा जाता था? [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2003]

Correct Answer: (b) औरंगजेब
Solution:औरंगजेब जो कुछ दूसरों पर लागू करना चाहता था, उसका वह स्वयं अभ्यास करता था। उसके व्यक्तिगत जीवन का नैतिक स्तर ऊंचा था तथा वह अपने युग के प्रचलित पापों से दृढ़तापूर्वक अलग रहता था। इस प्रकार उसके समकालीन उसे 'शाही दरवेश' समझते थे तथा मुसलमान उसे 'जिंदा पीर' के रूप में मानते थे।